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आलू : खुदाई का उपयुक्त समय
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आलू की खेती करने वाले किसान अब इसकी खुदाई की तैयारियों में लग गए होंगे। आलू की खुदाई सही समय पर करना बहुत जरूरी है। समय से पहले खुदाई करने पर अपरिपक्व एवं पूर्ण रूप से अविकसित कंद प्राप्त होंगे। वहीं यदि खुदाई में देर हुई तो मिट्टी के अंदर कंद खराब भी हो सकते हैं। ऐसे में खुदाई के लिए उपयुक्त समय की जानकारी होना बेहद आवश्यक है। यहां से आप आलू की खुदाई के लिए उपयुक्त समय एवं खुदाई के समय ध्यान में रखने वाली कुछ बातों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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फरवरी से मार्च के दूसरे सप्ताह तक का समय आलू की खुदाई के लिए सर्वोत्तम है।
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तापमान लगभग 30 डिग्री सेंटीग्रेड होने से पहले इसकी खुदाई कर लेनी चाहिए।
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बुवाई के करीब 60 से 70 दिनों के बाद आलू खुदाई की जा सकती है।
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उच्च गुणवत्ता की फसल प्राप्त करने के लिए पौधों की पीली होने के बाद ही खुदाई का कार्य शुरू करें।
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खुदाई से 2 सप्ताह पहले से खेत में सिंचाई का कार्य बंद कर दें।
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खुदाई के बाद आलू के कंदों को कुछ दिनों तक खुली हवा में रखना चाहिए। इससे कंदों के छिलके कड़े हो जाएंगे।
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आलू के कंदों को धूप में न सुखाएं। कंदों को धूप में सूखने सूखने से उसकी भंडारण क्षमता कम होती है।
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इसके बाद विभिन्न आकार के अनुसार कंदों को बांट लेना चाहिए।
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