आम के बाग में दीमक का उपचार

केवल छाल खाने वाले कीट ही नहीं दीमक भी आम के पेड़ को बहुत नुकसान पहुंचाते हैं। यदि आपके आम के बागान में भी दिख रहे हैं दीमक के प्रकोप के लक्षण तो इससे निजात पाने के उपाय यहां से देख सकते हैं। यदि आप दीमक की पहचान करना नहीं जानते तो यहां से दीमक की पहचान एवं उससे होने वाले नुकसान की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं।
दीमक की पहचान
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यह कीट समूह में रहते हैं।
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आकार में छोटे यह कीट चमकीले होते हैं।
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दीमक हल्के पीले से भूरे रंग के होते हैं।
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अपनी सुरक्षा के लिए यह तने के ऊपर कीचड़ का जमाव करते हैं।
दीमक से होने वाले नुकसान
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यह कीट पेड़ की जड़ों के साथ तनों को भी भारी क्षति पहुंचाते हैं।
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जड़, तना एवं शाखाओं को खाकर अंदर से सुरंग बना देते हैं। इससे पौधे कमजोर हो जाते हैं।
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दीमक का प्रकोप बढ़ने पर आम के पेड़ सूख भी सकते हैं।
बचाव के उपाय
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तने एवं पेड़ की शाखाओं से कीचड़ को साफ करें।
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तने के ऊपर 1.5 प्रतिशत मैलाथियान का छिड़काव करें।
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प्रति लीटर पानी में 4 मिलीलीटर क्लोरपायरीफॉस मिलाकर जड़ों में डालें।
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प्रति लीटर पानी में 1 मिलीलीटर मोनोक्रोटोफोस मिलाकर जड़ों के समीप मिट्टी में डालें।
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प्रति लीटर पानी में 5 मिलीलीटर इमिडाक्लोप्रिड 20 ई.सी मिलाकर छिड़काव करने से भी दीमक से छुटकारा मिलता है।
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इसके अलावा प्रति लीटर पानी में 10 ग्राम बिवेरिया बेसियाना मिलाकर छिड़काव करें।
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हमें उम्मीद है इस पोस्ट में बताई गई दवाओं के प्रयोग से आप दीमक पर आसानी से नियंत्रण प्राप्त कर सकते हैं। यदि आपको यह जानकारी महत्वपूर्ण लगी है तो हमारे पोस्ट को लाइक करें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।
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