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अगस्त महीने में ऐसे करें लीची के पौधों एवं बगीचों की देखभाल
अगस्त महीने में ऐसे करें लीची के पौधों एवं बगीचों की देखभाल
लीची के बगीचों में नियमित देखभाल की आवश्यकता होती है। कई बार किसान फलों की तुड़ाई के बाद वृक्षों की उचित देखभाल नहीं करते हैं। जिससे आने वाले मौसम में हमें उच्च गुणवत्ता के फल प्राप्त नहीं होते। कई बार कीटों के प्रकोप के कारण पौधे सूखने लगते हैं। ऐसे में लीची की बागवानी करने वाले किसानों को भारी नुकसान हो सकता है। अगर आप भी करते हैं लीची की बागवानी तो स्वस्थ पौधों के लिए अगस्त महीने में किए जाने वाले कार्यों की जानकारी यहाँ से प्राप्त करें।
अगस्त महीने में इस तरह करें वृक्षों की देखभाल
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वृक्षों एवं छोटे पौधों के आस-पास जल जमाव होने से पौधों की जड़ें सड़ने लगती हैं। इस समस्या से बचने के लिए बाग में जल निकासी की उचित व्यवस्था करें।
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वर्षा के मौसम में खरपतवारों को समस्या अधिक होती है। ऐसे में आवश्यकता होने पर निराई-गुड़ाई के द्वारा खरपतवारों पर नियंत्रण करें।
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अच्छे वायु संचार के लिए बाग में मिट्टी की जुताई करें।
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पौधे स्वस्थ रहें और पौधों को उचित मात्रा में पोषक तत्व मिले इसके लिए बाग में हरी खाद मिलाएं।
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बाग में कच्चे गोबर का प्रयोग न करें। कच्चे गोबर के प्रयोग से दीमक के पनपने का खतरा बढ़ जाता है।
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नए पौधों की रोपाई के लिए खेत में पहले से मौजूद फसलों की जड़ों एवं खरपतवारों को खेत से निकाल दें।
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अगस्त महीना पुराने एवं कम फल देने वाले वृक्षों के जीर्णोद्धार के लिए उपयुक्त है।
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बड़े पेड़ की सूखी एवं अनावश्यक रूप से बढ़ी हुई डालियों को काट कर अलग करें।
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इस महीने छाल खाने वाले कीटों का प्रकोप अधिक होता है। छाल खाने वाले कीट से ग्रस्त पेड़ों को हर 15 दिनों के अंतराल पर ब्रश की सहायता से साफ करें।
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इस कीट पर नियंत्रण के लिए प्रति लीटर पानी में 2 मिलीलीटर क्लोरपाइरफोस मिला कर छिड़काव करें।
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आवश्यकता होने पर हर 15 दिनों के अंतराल पर 3 से 4 बार छिड़काव कर सकते हैं।
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लीची के पौधों को छाल खाने वाले कीटों से बचाने के तरीके यहां से देखें।
हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको इस वीडियो में दी गई जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अधिक से अधिक किसान इस जानकारी का लाभ उठाते हुए लीची के वृक्षों एवं बागों की उचित देखभाल कर सकें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।
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