बाजरा की खेती का सही समय एवं खेती की तैयारी
कम वर्षा वाले क्षेत्रों में खेती के लिए बाजरा उपयुक्त फसल है। अच्छी पैदावार के लिए बुवाई का सही समय और खेत तैयार करने की विधि की जानकारी होना आवश्यक है। इस पोस्ट में दिए गए तरीकों से खेत तैयार कर के आप बेहतर पैदावार प्राप्त कर सकते हैं।
बुवाई का सही समय
-
यदि आप गर्मियों में इसकी खेती करना चाहते हैं तो मार्च से अप्रैल के मध्य तक इसकी बुवाई कर दें।
-
खरीफ मौसम में खेती के लिए जुलाई के पहले सप्ताह में बुवाई करना सबसे बेहतर होता है।
-
दक्षिण भारतीय क्षेत्रों में रबी मौसम के लिए अक्टूबर से नवंबर महीने में भी बुवाई की जा सकती है।
खेत की तैयारी
-
सबसे पहले खेत की एक बार 10 से 12 सेंटीमीटर गहरी जुताई करें। गहरी जुताई के लिए मिट्टी पलटने वाले हल का प्रयोग करें।
-
इसके बाद खेत की 2 से 3 बार हल्की जुताई करें। देशी हल या कल्टीवेटर से हल्की जुताई करें।
-
यदि खेत में दीमक का प्रकोप होता है तो आखिरी जुताई से पहले प्रति एकड़ खेत में 10 किलोग्राम फोरेट मिलाएं।
-
जुताई के बाद खेत में पाटा लगा कर खेत को समतल बना लें।
-
खेत में जल जमाव बाजरे की फसल के लिए हानिकारक है। अच्छी फसल प्राप्त करने के लिए खेत में जल निकासी का अच्छा प्रबंध होना चाहिए।
-
मिट्टी में पोषक तत्वों को पूरा करने के लिए बुवाई से करीब 20 दिन पहले प्रति एकड़ खेत में 4 टन सड़ी हु गोबर की खाद मिलाएं।
-
पैदावार में बढ़ोतरी के लिए आप खेत में नत्रजन, फास्फोरस और पोटाश मिला सकते हैं।
-
आखिरी जुताई से पहले प्रति एकड़ खेत में 10 किलोग्राम नत्रजन, 12 किलोग्राम फास्फोरस और 12 किलोग्राम पोटाश मिलाएं।
जारी रखने के लिए कृपया लॉगिन करें

फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ
