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औषधीय पौधे
कृषि ज्ञान
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बहेड़ा की खेती से मिलेगा अच्छी कमाई का मौका

बहेड़ा त्रिफला चूर्ण में प्रयोग होने वाला एक महत्वपूर्ण अवयव है, जो अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। बहेड़ा पेड़ का फल है और पेट की समस्याओं के साथ गले की समस्याओं में इसका सेवन आरामदायक माना जाता है। पुरानी खांसी एवं पेट में दबे बुखार जैसी गंभीर समस्याएं इसकी रोज एक गुठली मात्र चूसने से ही ठीक हो सकते हैं। इसके अलावा बालों की समस्या, त्वचा रोग और दांतों की मजबूती जैसे 36 गुणकारी फायदे भी आप इस औषधि के सेवन से ले सकते हैं। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब और महाराष्ट्र जैसे राज्यों के वनों में यह वृक्ष बहुतायत में पाया जाता है।

किसानों के लिए पूरे खेत में बहेड़ा की उपज लेना मुश्किल है। ये पेड़ 18 से 30 सेंटीमीटर तक ऊंचे हो सकते हैं और टहनियों के फैलाव के कारण खेत के एक बड़े क्षेत्रफल को घेर सकते हैं। हालांकि प्रति वृक्ष 25 से 30 किलोग्राम बीजों की प्राप्ति के कारण खेतों के चारों ओर केवल कुछ पेड़ लगाने से भी किसान अपनी आय में बढ़ोतरी कर सकते हैं। बीजों के अलावा क्राफ्ट और कली रोपण जैसी विधियां उन्नत फसल के लिए प्रयोग में लाई जा सकती हैं।

बहेड़ा की बुवाई मार्च से अप्रैल के मध्य की जा सकती है, जिसके बाद मानसून में ये पौधे मुख्य खेत में रोपाई के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाते हैं। बुवाई से पहले खेत में जुताई, मिट्टी को भुरभुरा बनाने के लिए आवश्यक है। इसके साथ नियमित तौर पर की गई सिंचाई अप्रैल के माह की गर्मी से पौधों को झुलसने से बचाती है।

बरसात के मौसम में पौधों को मुख्य खेत में स्थानांतरित किया जाता है। पौधों के बीच की दूरी 3x3 मीटर की उपयुक्त होती है। साथ ही लगभग 45 सेंटीमीटर की गहराई पर इन पौधों को लगाया जाता है। पौध रोपण के साथ प्रति गड्ढा 10 किलोग्राम गोबर की खाद के साथ मिट्टी अनुसार पोषण प्रबंधन कृषि विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार दिया जाना बेहतर उपज के लिए आवश्यक है।

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समय के साथ किसानों के बीच औषधीय फसलों का चलन तेजी से बढ़ रहा है और किसान पारंपरिक खेती के मुकाबले औषधीय फसलों से अधिक आय भी कमा रहे हैं। ऐसे में औषधीय फसल बहेड़ा की खेती से जुड़ी यह जानकारी आप किसानों के लिए फायदेमंद हो सकती है। यदि आप भी औषधीय फसलों की खेती कर अधिक आय कमाना चाहते हैं, तो अपने क्षेत्र के अनुसार बेहतरीन औषधीय फसलों की जानकारी के लिए अभी कॉल करें टोल फ्री नंबर 1800-1036-110 पर और चुने अपने खेत के अनुसार एक मुनाफेदार औषधीय फसल। आप अन्य औषधीय फसलों की खेती से जुड़ी जानकारी देहात ऐप में औषधीय फसलें नामक टैग को सर्च कर भी देख सकते हैं।


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