भिंडी में फल टेढ़ा होने की समस्या और रोकथाम के उचित उपाय

भिंडी एक लोकप्रिय सब्जी है। इसकी खेती रबी और खरीफ दोनों ऋतु में की जाती है। भिंडी की फसल में कई बिमारियों एवं कीटों का प्रकोप देखने को मिलता है। इनमें से एक है भिंडी के फलों का टेढ़ा होना। इसके कारण भिंडी की गुणवत्ता पर प्रभाव पड़ता है। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम किसानों को भिंडी के टेढ़ा होने की समस्या के लक्षण एवं उसका समाधान बताएंगे। तो जानने के लिए पढ़िए यह आर्टिकल।
भिंडी के फलों के टेढ़े होने के कारण एवं लक्षण
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भिंडी के फलों के टेढ़े होने की समस्या का कारण फल छेदक कीट है।
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फसल पर इस कीट का प्रकोप वर्षा ऋतु में अधिक होता है।
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शुरुआत में इल्ली कोमल तने में छेद कर प्रवेश करती है।
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इससे तना सूख जाता है।
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फूलों पर कीट के आक्रमण से फूल गिरने लगते हैं।
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कुछ समय बाद यह कीट फलों में प्रवेश कर फलों को खा जाते हैं।
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इस कारण फल मुड़ जाते हैं और खाने लायक नहीं रहते हैं।
नियंत्रण के उपाय
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कीट से प्रभावित पौधे एवं फलों को इकट्ठा कर नष्ट कर दें।
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फसल में ज्यादा पानी देने से बचें।
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प्रभावित पौधों पर 5 मिलीलीटर क्यूनालफास 25 प्रतिशत ई.सी. या क्लोरपाइरीफॉस 20 प्रतिशत ई.सी. को प्रति लीटर पानी में मिला कर छिड़काव करें।
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नियंत्रण के लिए 50 मिलीलीटर देहात कटर को 150 लीटर पानी में मिला कर छिड़काव करें।
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जरूरत के हिसाब से फिर से छिड़काव कर सकते हैं।
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मिट्टी में अधिक मात्रा में उर्वरकों का इस्तेमाल न करें।
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