बरसीम पशुचारे की खेती मिट्टी के लिए वरदान है।

बरसीम खेत के लिए कितनी फायदेमंद है, आइये समझते हैं। सामान्यत: बरसीम हरे चारे के रूप में पशुपालक किसानों की आमदनी बढ़ाने का मुख्य साधन है। दुधारू पशुओं के लिए हरी बरसीम बहुत ही पौष्टिक व दुग्ध क्षमता बढ़ाने में सहायक है। बरसीम चारे में 20 प्रतिशत प्रोटीन, खनिज लवण तथा भरपूर मात्रा में विटामिन होते हैं। बरसीम की बिजाई से खेतों में नाइट्रोजन स्थिर करने वाले जीवाणुओं की संख्या बढ़ जाती है, जिससे मिट्टी में नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ जाती है। साथ-ही-साथ बरसीम के बचे हुए अवशेष सड़-गल कर मिट्टी के कार्बनिक पदार्थ को सुधारने में मदद करता है। इसके अलावा बरसीम में फूल आने पर यदि इसकी कटाई बंद कर दी जाए तो बरसीम के बीज की भी पैदा ली जा सकती हैं। बरसीम का बीज सही पकने पर इसका मंडी में अच्छा भाव मिलता हैं। इससे किसान अच्छा खासा मुनाफ़ा कमा सकते हैं। इसके साथ ही खेतों की उर्वराशक्ति बढ़ाने के लिए कम-से-कम दो साल में एक बार बरसीम चारा लगा दिया जाए तो मिट्टी के लिए यह बहुत फायदेमंद हैं।
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