चना : खुटाई के फायदे

चने की खेती करने वाले किसान अधिक पैदावार के लिए कई तरह कार्य एवं उर्वरक का प्रयोग करते हैं। इससे बेशक पैदावार में वृद्धि होती है लेकिन साथ ही होने वाले खर्च में भी इज़ाफा होता है। आज हम एक ऐसे तरीके के बारे में बात करेंगे जिस पर अमल करने से उपज में भी वृद्धि होगी और लागत भी कम आएगी। यह तरीका है खुटाई का। विभिन्न क्षेत्रों में इसे 3जी कटिंग या टॉप कटिंग भी कहते हैं। आइए जानते हैं खुटाई के फायदे एवं इसे करने का सही तरीका जानते हैं।
खुटाई के फायदे
-
पौधों में शाखाएं अधिक निकलती हैं।
-
पौधों में फूलों एवं फलों की संख्या में वृद्धि होती है।
-
पैदावार में वृद्धि होती है।
कब करें खुटाई?
-
आमतौर पर 25 से 30 दिनों के पौधों की खुटाई की जाती है।
-
यह प्रक्रिया पौधों में फूल निकलने से पहले करें।
-
फूलों के निकलने के बाद खुटाई करने से उचित लाभ नहीं मिलता है।
खुटाई का सही तरीका
-
छोटे पौधों की ऊपर से थोड़ी कटाई करें।
-
यदि किसी पौधे में एक से अधिक शाखाएं हैं तो सभी शाखाओं को ऊपर से थोड़ी कटाई करें।
-
कटाई के 5 से 6 दिनों बाद ही छोटी-छोटी कई शाखाएं निकलने लगती हैं।
यह भी पढ़ें :
-
चने की फसल में इल्ली प्रबंधन की जानकारी प्राप्त करने के लिए यहां क्लिक करें।
हमें उम्मीद है चने के पौधों की खुटाई कर के आप इसकी अधिक पैदावार प्राप्त कर सकते हैं। यदि आपको यह जानकारी महत्वपूर्ण लगी है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अन्य किसान मित्र भी इस विधि के माध्यम से चने की बेहतर उपज प्राप्त कर सकें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।
जारी रखने के लिए कृपया लॉगिन करें

फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ
