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डेयरी शेड कैसे बनाएं और किन बातों का रखें ध्यान? | Making a Dairy Shed and Its Essential Tips

डेयरी शेड कैसे बनाएं और किन बातों का रखें ध्यान? | Making a Dairy Shed and Its Essential Tips

पशुपालन शुरू करने से पहले कई बातों की जानकारी होना जरूरी है। इनमें पशुओं के लिए आवास के निर्माण की जानकारी भी शामिल है। पशुओं के आवास को सामान्य भाषा में गौशाला एवं पशुशाला कहा जाता है। यह जितना स्वच्छ और आरामदायक होता है, पशुओं का स्वस्थ उतना ही बेहतर बना रहता है। जिसका सीधा असर दूध के उत्पादन में बढ़ोतरी एवं पशुओं की प्रजनन क्षमता पर देखने को मिलता है। आइए डेयरी शेड बनाने के लिए कुछ आवश्यक बातों की जानकारी प्राप्त करें।

डेयरी शेड का कैसे करें निर्माण? | How to Build a Dairy Shed?

डेयरी फार्म मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं। जिनमें खुला डेयरी फार्म, बंद डेयरी फार्म एवं अर्ध खुला डेयरी फार्म शामिल है।

  • खुला डेयरी फार्म : इसे बनाने के लिए पशुओं के आवास के लिए चयनित स्थान के चारों तरफ दीवार बना दी जाती है। इसके अंदर खाने-पीने की व्यवस्था करके पशुओं को खुला छोड़ दिया जाता है। खुला डेयरी फार्म बनाने के लिए स्थान की अधिक आवश्यकता होती है। ऐसे आवास में पशुओं को बांधकर नहीं रखा जाता इसलिए पशुओं को अधिक आराम मिलता है। हालांकि इस आवास में सभी पशुओं को अलग-अलग खाना देना संभव नहीं है। फलस्वरूप मद में आए पशु दूसरे पशुओं को परेशान करना शुरू कर देते हैं।
  • बंद डेयरी फार्म : इस तरह के फार्म में पशुओं को बांधकर रखा जाता है एवं सभी पशुओं को खाना-पीना भी अलग-अलग दिया जाता है। इस आवास के निर्माण में स्थान के आवश्यकता कम होती है। बंद आवास में रोगी पशुओं का पता लगाने में आसानी होती है। इस तरह के डेयरी फार्म के निर्माण में लागत अधिक होती है।
  • अर्ध खुला डेयरी फार्म : इस तरह के आवास पशुपालकों के लिए सबसे अधिक उपयोगी है। अर्ध खुले आवास में पशु ज्यादातर समय खुले घूमते हैं। पशुओं को केवल दूध निकालने के समय एवं इलाज के समय बांधा जाता है। अर्थ खुले आवास का कुछ हिस्सा खुला एवं कुछ ऐसा ढका हुआ रहता है। छोटे बछड़े या बछड़ियों एवं ब्याने वाले पशुओं को अलग से ढके हुए स्थान में रखा जाता है। इसके साथ ही पशुओं को दिए जाने वाले आहार को रखने के लिए भी ढके हुए स्थान का निर्माण किया जाता है। अर्ध खुले आवास का एक हिस्सा ढका हुआ एवं तीन हिस्सा खुला रहता है।

डेयरी शेड के निर्माण के समय रखें इन बातों का ध्यान | Things to Keep in Mind While Constructing a Dairy Shed

  • स्थान: डेयरी शेड के लिए स्थाका चयन करना महत्वपूर्ण है। डेयरी शेड के लिए हमेशा समतल स्थान का चयन करना चाहिए। यह ऐसे क्षेत्र में स्थित होना चाहिए जो अच्छी तरह से सूखा हो और जिसमें वेंटिलेशन की अच्छी सुविधा हो। पशुओं का आवास अन्य जगहों की तुलना में थोड़ी ऊंचाई पर होनी चाहिए। जिससे वर्षा होने पर जल जमाव की स्थिति उपन्न न हो। पशुओं के आवास में जल निकासी की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। दूध ले जाने, पशुओं को चारा-पानी देने में कठिनाई न हो इसलिए डेयरी शेड पशु पालकों के आवास के समीप होना चाहिए।
  • आकार: डेयरी शेड का आकार आपके द्वारा रखे जाने वाले पशुओं की संख्या पर निर्भर करता है। सामान्यतः प्रत्येक गाय के लिए 7 मीटर स्क्वायर खुले क्षेत्र एवं 3.5 मीटर स्क्वायर बंद या ढके हुए क्षेत्र की आवश्यकता होती है। प्रत्येक भैंस के लिए 8 मीटर स्क्वायर खुले क्षेत्र एवं 4 मीटर स्क्वायर ढके हुए या बंद क्षेत्र की आवश्यकता होती है। इससे गाय-भैंस को आराम से घूमने और भीड़-भाड़ से बचने में सुविधा होती है।
  • डिजाइन: डेयरी शेड का डिज़ाइन ऐसा होना चाहिए कि इसकी साफ-सफाई और और रख-रखाव में आसानी हो। डेयरी शेड के ऊपर पानी को जमा होने से रोकने के लिए छत को ढलान दे कर बनाना चाहिए। दीवारों को मजबूती देने के लिए ईंट या कंक्रीट जैसी सामग्री से बनाएं।
  • फर्श: डेयरी शेड में मिट्टी की फर्श बनाने से बचें। मिट्टी की फर्श में गौमूत्र या गोबर के कारण कीचड़ जैसी समस्या हो सकती है। वहीं पक्के फर्श को साफ करने में आसानी होती है। पानी को जमा होने से रोकने के लिए उचित जल निकासी की व्यवस्था करें। इसके लिए जल निकासी प्रणाली को भी ढलान में तैयार करें।
  • वेंटिलेशन और सूर्य का प्रकाश: पशुओं के स्वास्थ्य के लिए डेयरी शेड में हवा का आवागमन सुचारु रूप से होना चाहिए। सूर्य का प्रकाश और वेंटिलेशन की सुविधा नहीं होने पर पशुओं को कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। डेयरी शेड में ताजी हवा के प्रसार के लिए खिड़कियों का निर्माण करें। इससे अमोनिया जैसी हानिकारक गैसों के निर्माण में भी कमी आएगी।
  • प्रकाश: गायों को आराम से देखने और घूमने में सक्षम होने के लिए शेड में प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। शेड में दिन के समय पर्याप्त प्राकृतिक प्रकाश और रात के लिए कृत्रिम प्रकाश (बिजली) की व्यवस्था करें।
  • पानी और चारा: डेयरी शेड में गायों के खाने-पीने के लिए स्वच्छ नाद की व्यवस्था करें। चारा एवं पानी दोनों के लिए अलग-अलग नाद बनाएं। प्रत्येक व्यस्क पशु (गाय एवं भैंस) के लिए 60 से 75 सेंटीमीटर लम्बी नाद की आवश्यकता होती है। प्रत्येक बछड़े के खाने-पीने के लिए 40 से 50 सेंटीमीटर लम्बी नाद की व्यवस्था करें।
  • साफ-सफाई: हानिकारक बैक्टीरिया और बीमारियों के निर्माण को रोकने के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। पशुओं का गोबर, मूत्र, फर्श, आदि की नियमित सफाई करें। आवश्यकता के अनुसार नादों की भी सफाई करते रहें।
  • सुरक्षा: पशुओं की चोरी या पशु आवास में रखी अन्य वस्तुओं की चोरी होने की समस्या से बचने के लिए डेयरी शेड सुरक्षित होना चाहिए। गायों को सुरक्षित रखने के लिए इसमें एक मजबूत गेट और बाड़ होनी चाहिए।
  • लागत: डेयरी शेड बनाने की लागत इसके आकार और इसमें मौजूद सुविधाओं पर निर्भर करती है। इसकी लागत थोड़ी अधिक हो सकती है। पशु आवास के रख-रखाव और मरम्मत में भी लागत बढ़ सकती है।

क्या आपने पशुओं के रहने के लिए पक्के आवास की व्यवस्था की है? अपने जवाब हमें कमेंट के माध्यम से बताएं। पशुओं के स्वास्थ्य से जुड़ी अधिक जानकारियों के लिए 'पशु ज्ञान' चैनल को तुरंत फॉलो करें। इसके साथ ही पोस्ट को लाइक और शेयर करना न भूलें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न | Frequently Asked Question (FAQs)

Q: पशु शेड में कितने पैसे मिलते हैं?

A: 3 पशुओं का पालन करने पर पशु पालकों को केंद्र सरकार के द्वारा 75-80 हजार रुपए तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। वहीं तीन से अधिक पशु होने पर मनरेगा पशु शेड योजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा 1,16,000 हजार रुपए तक की वित्तीय सहायता देने का प्रावधान है।

Q: पशुओं के लिए शेड कैसे बनाएं?

A: पशु आवास में पशुओं के लिए आवश्यकता के अनुसार खुली जगह के साथ बंद जगह की भी व्यवस्था होनी चाहिए। इसकी दीवारें करीब 8 फीट तक ऊंची रखें। जिससे पशुओं के भागने की संभावना न रहे। पशु आवास पशुओं के द्वारा क्षतिग्रस्त हो सकता है, इसलिए इसे मजबूती से बनाएं और सफाई का भी विशेष ध्यान रखें।

Q: 100 गायों के लिए कितनी जमीन चाहिए?

A: 100 गायों के रहने के लिए करीब 1,500 स्क्वायर फीट जगह की आवश्यकता होती है।

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