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गेहूं के दानें हो रहे काले, जानें इसके कारण, लक्षण एवं नियंत्रण के तरीके
गेहूं के दानें हो रहे काले, जानें इसके कारण, लक्षण एवं नियंत्रण के तरीके
इन दिनों देश के विभिन्न क्षेत्रों में गेहूं के दानें काले होने की समस्या हो रही है। बालियों में दाने बनने के समय यह समस्या अधिक होती है। लेकिन सही जानकारी नहीं होने के कारण इस रोग पर नियंत्रण करना किसानों के लिए किसी बड़ी परेशानी से कम नहीं है। अगर आप भी कर रहे हैं गेहूं की खेती तो फसल को इस समस्या से बचाने के तरीकों की जानकारी होना आवश्यक है। आइए गेहूं के दानें काले होने का कारण, इससे होने वाले नुकसान एवं इस पर नियंत्रण पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
गेहूं के दाने काले होने के कारण
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करनाल बंट रोग के कारण गेहूं के दाने काले होने लगते हैं।
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यह एक फफूंद जनित रोग है।
करनाल बंट रोग से गेहूं की फसल को होने वाले नुकसान
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इस रोग के होने पर गेहूं के दानें भूरे-काले रंग के नजर आने लगते हैं।
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दानों के अंदर काला चूर्ण बन जाता है।
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रोग बढ़ने पर दाने बालियों से गिरने लगते हैं।
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दानों की अंकुरण क्षमता कम हो जाती है।
करनाल बंट रोग पर नियंत्रण के तरीके
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इस रोग से बचने के लिए फसल चक्र अपनाएं।
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गर्मी के मौसम में खेत की गहरी जुताई करें।
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नियंत्रण के लिए 15 लीटर पानी में 30 मिलीलीटर धानुका स्पेक्ट्रम नामक दवा मिला कर छिड़काव करें।
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इसके अलावा 15 लीटर पानी में 25 मिलीलीटर धानुका जेरोक्स या टिल्ट मिला कर भी छिड़काव कर सकते हैं।
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