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15 May
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खेतों से पक्षियों को भगाने के देशी जुगाड़ (Home remedies to drive away birds from fields)


फसलों में दानें भरने की अवस्था में चिड़िया फसलों की बालियाँ खा कर दाने को खोखला कर देती हैं। जिससे किसानों को काफी नुकसान पहुँचता है।  इसलिए फसल को पक्षियों से बचाने के लिए किसान कई घरेलु जुगाड़ करते हैं। जिनके बारे में इस लेख में बताया गया है।

खेतों में पक्षियों के कारण होने वाले नुकसान (Damage caused by birds in fields)

  • छोटे पक्षी अक्सर बोई गई फसलों को उखाड़ कर खा लेते हैं , जिससे अंकुरित पौधों की संख्या कम हो जाती है।
  • यह समस्या सबसे ज्यादा बुवाई के समय होती है।
  • पक्षी पके हुए फलों और अनाजों पर हमला करते हैं। गेहूं, चावल, जौ, मक्का आदि की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे उपज की मात्रा कम हो जाती है।
  • चोंच वाले पक्षी फलों का छिलका और गूदा खाते हैं, जिससे फलों की गुणवत्ता खराब हो जाती है और उनकी बाजार में कीमत कम हो जाती है।
  • कुछ पक्षी पत्तियों पर चोंच मारकर उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं। जिसके कारण फसलों में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया अच्छे से नहीं हो पाती है और फसल की पैदावार कम हो जाती है।
  • पक्षी की बूंदें फसलों पर जमा होती हैं जिससे फफूंद और बैक्टीरिया का विकास होता है जिससे फसलों में रोग लगने लगते हैं।

पक्षियों को भगाने की देशी जुगाड़ क्या हैं? (What are the native tricks to drive away birds?)

पक्षियों से फसलों की सुरक्षा करना हर किसान के लिए एक बड़ी चुनौती होती है। लेकिन हमारे देशी जुगाड़ और परंपरागत तकनीकों के साथ, आप अपने खेतों को पक्षियों से बचा सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ कारगर और मजेदार जुगाड़:

  • चमकीले रिबन और प्लास्टिक की पट्टियाँ: अपने खेतों में रंगीन और चमकीले प्लास्टिक या कपड़े के रिबन बांधें। जब ये रिबन हवा में फड़फड़ाते हैं, तो चिड़ियाँ डरकर दूर भाग जाती हैं। आप ये रिबन गिफ्ट शॉप या स्टेशनरी स्टोर से आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, प्लास्टिक की पॉलिथिन भी खेत में बांधी जा सकती है। हवा के झोंकों से यह उड़ती और आवाज करती है, जो चिड़ियों को भगाने में सहायक होती है।
  • पतंगें और कागज के टुकड़े: खेत के चारों ओर पतंग या कागज के टुकड़े लटकाएं। हवा के साथ ये अपने आप हिलने लगते हैं, जिससे चिड़ियाँ डर जाती हैं और खेत से दूर रहती हैं। पतंगें बच्चों की तरह ही चिड़ियों को भी हरा-भरा दिखावा कर डराने में मदद करती हैं।
  • बिजूका: यह सबसे पुराना और प्रभावी जुगाड़ है। पुआल से आदमी का पुतला बनाकर उसे पुराने कपड़े पहना दिए जाते हैं और खेत के बीचों-बीच खड़ा कर दिया जाता है। इससे चिड़ियाँ सोचती हैं कि कोई आदमी खड़ा है और डरकर दूर रहती हैं। आप इसे और भी आकर्षक बना सकते हैं, जैसे कि इसे टोपी पहनाना या हाथ में कुछ चमकदार चीज पकड़ाना। बिजूका की जगह खेतों में बदलती रहनी चाहिए इसके अलावा लगभग 10 दिन मे इसके कपडे भी बदलते रहने चाहिए और इसके अलावा इसको खेत में लगते वक़्त ये ध्यान रखें की यह फसल से लगभग एक मीटर ऊँचा ही लगाएं।
  • स्प्रिंगनुमा स्टैच्यू: एक स्प्रिंग पर महिला का ढांचा बना कर खेत में लगा दें। जैसे ही हवा चलेगी, यह स्टैच्यू हिलने लगेगा। इसे देख कर चिड़ियाँ सोचेंगी कि कोई जीवित प्राणी है और वे खेत में नहीं आएंगी। यह तरीका न केवल चिड़ियों को भगाता है, बल्कि देखने में भी मजेदार लगता है।
  • ध्वनि यंत्र: पुराने पंखे की ब्लेड, थाली, बियरिंग, एक्सल, और स्टैंड का उपयोग करके एक ध्वनि यंत्र बनाएं। यह यंत्र हवा के बहाव से चलता है और पक्षियों, बंदरों और नीलगायों से फसलों को सुरक्षित रखता है। इसे बनाने में लगभग तीन हजार रुपये का खर्च आता है, लेकिन यह लंबे समय तक प्रभावी रहता है।
  • तेज आवाज: खेत के बीचों-बीच एक पंखे की मशीन में मोटर लगाएं और उसके साथ एक लोहे की चेन बांधें। जब पंखा चलेगा, तो चेन स्टील के खाली डिब्बे पर लगेगी और जोर से आवाज होगी। इससे चिड़ियाँ डरकर खेत से दूर रहेंगी। अगर पंखा नहीं मिल पाता, तो ताली बजाना, बर्तन और धूपदान पीटना भी अच्छा विकल्प हो सकता है। तीन या प्लास्टिक के डिब्बे भी खेत में लटकाए जा सकते हैं, जो हवा में हिलने पर आवाज करते हैं।
  • इन देसी जुगाड़ों को अपना कर आप अपने खेतों को पक्षियों से बचा सकते हैं और फसलों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। ये जुगाड़ न केवल सस्ते हैं, बल्कि पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित हैं।

क्या आपने अपने खेतों से पक्षियों को दूर भगाने के लिए कोई खास देसी जुगाड़ अपनाया है? अपने जवाब और अनुभव हमें कमेंट के माध्यम से बताएं। इस तरह की और रोचक एवं महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए 'देसी जुगाड़' चैनल को तुरंत फॉलो करें। साथ ही, इस पोस्ट को लाइक और शेयर करना न भूलें, ताकि अन्य किसान मित्र भी इस जानकारी का लाभ उठा सकें और कम खर्च में चिड़ियों से अपनी फसलों की सुरक्षा कर सकें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | Frequently Asked Question (FAQs)

Q: खेत से चिड़िया भगाने का तरीका?

A: खेतों से चिड़ियों को भागने के लिए कई देशी जुगाड़ हैं जिसमें शामिल हैं - चमकीले रिबन और प्लास्टिक की पट्टियाँ, पतंगें और कागज के टुकड़े, बिजूका, स्प्रिंगनुमा स्टैच्यू, तेज आवाज, तीव्र गंध और इसके अलावा डरावनी आवाजों से पक्षी खेतों से भाग जाते हैं।

Q: पक्षी किससे डरते हैं?

A: ज्यादातर पक्षी तेज़ गंध, चमकदार वस्तुओं और शिकारियों , जैसे शिकारी पक्षी और बड़े जानवर या फिर इंसानों से डरते हैं।

Q: खेतों में पक्षियों के कारण क्या नुकसान होते हैं ?

A: पक्षी अक्सर बोई गई फसलों को उखाड़ कर खा लेते हैं, जिससे अंकुरित पौधों की संख्या कम हो जाती है। यह समस्या सबसे ज्यादा बुवाई के समय होती है। पक्षी पके हुए फलों और अनाजों पर भी हमला करते हैं। गेहूं, चावल, जौ, मक्का आदि की फसलों को ये पक्षी काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे उपज की मात्रा कम हो जाती है। चोंच वाले पक्षी फलों का छिलका और गूदा खाते हैं, जिससे फलों की गुणवत्ता खराब हो जाती है और उनकी बाजार में कीमत कम हो जाती है। कुछ पक्षी पत्तियों पर चोंच मारकर उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं, जिसके कारण फसलों में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया अच्छे से नहीं हो पाती है और फसल की पैदावार कम हो जाती है। इसके अलावा, पक्षियों की बूंदें फसलों पर जमा होती हैं, जिससे फफूंद और बैक्टीरिया का विकास होता है और फसलों में रोग लगने लगते हैं।

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