पोस्ट विवरण
खीरा : खेत तैयार करने की विधि
खीरा : खेत तैयार करने की विधि
खीरे की खेती भारत के लगभग सभी क्षेत्रों में की जाती है। कम समय में तैयार होने के कारण इसकी खेती करने वाले किसान अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं। खीरा की खेती करने से पहले भूमि की तैयारी सबसे महत्वपूर्ण है। उचित प्रकार से तैयार की गई खेत में खीरे की बुवाई करके अच्छी फसल प्राप्त की जा सकती है। खीरा की उच्च गुणवत्ता की फसल प्राप्त करने के लिए इस तरह करें खेत की तैयारी।
-
यदि बलुई भूमि में इसकी खेती करनी है तो इसके लिए अधिक जुताई की आवश्यकता नहीं होती।
-
आमतौर पर खीरे की खेती के लिए 2 से 3 बार हल्की जुताई की जाती है।
-
जुताई के बाद खेत में पाटा लगाकर भूमि को समतल एवं मिट्टी को भुरभुरी बनाएं।
-
जुताई के समय प्रति एकड़ खेत में 8 से 10 टन सड़ी हुई गोबर की खाद मिलाएं।
-
गोबर की खाद की जगह कंपोस्ट खाद या रूड़ी की खाद का भी प्रयोग कर सकते हैं।
-
खेत तैयार करते समय प्रति एकड़ खेत में 20 किलोग्राम नाइट्रोजन 12 किलोग्राम फास्फोरस एवं 10 किलोग्राम पोटाश मिलाएं।
-
पौधों में 4 से 5 पत्तियां आने पर 10 किलोग्राम नाइट्रोजन का छिड़काव करें। बचे हुए 10 किलोग्राम नाइट्रोजन का बुवाई से 30 से 35 दिनों बाद पुनः छिड़काव करें।
-
खेत की जुताई के बाद क्यारियां तैयार करें। प्रत्येक क्यारियों के बीच 1.5 से 2 मीटर की दूरी रखें।
यह भी पढ़ें :
-
खीरा की उन्नत किस्में उपयुक्त जलवायु एवं बुवाई का सही समय जानने के लिए यहां क्लिक करें।
इस पोस्ट में बताई गई विधि से खेत तैयार करने पर निश्चित ही आप खीरे की बेहतर पैदावार प्राप्त कर सकेंगे। यदि आपको यह जानकारी महत्वपूर्ण लगी है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसान मित्रों के साथ साझा भी करें। जिससे अन्य किसान मित्र भी इस जानकारी का लाभ उठा सकें। खीरे की खेती से जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।
जारी रखने के लिए कृपया लॉगिन करें
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ