कॉफी की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु
हमारे देश में कॉफी का उत्पादन मुख्य रूप से कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु राज्यों में किया जाता है। कई जगहों पर इसे कहवा के नाम से भी जाना जाता है। एक बार कॉफी के पौधों को लगाने के बाद कई सालों तक फसल प्राप्त किया जा सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार बेहतर गुणवत्ता के कारण भारत में उत्पादित कॉफी की मांग दुनिया में सबसे ज्यादा है। कॉफी के अच्छे उत्पादन के लिए उपयुक्त जलवायु , मिट्टी, सिंचाई आदि की जानकारियां यहां से देखें।
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कॉफी के अच्छे उत्पादन के लिए कार्बनिक पदार्थों से भरपूर दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है।
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इसके साथ ही इसकी खेती ज्वालामुखी से निकलने वाली लावा मिट्टी में भी किया जा सकता है।
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कम शुष्क और आद्र मौसम इसकी खेती के लिए अच्छा होता है।
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अच्छी फसलों छायादार जगह सबसे उपयुक्त मानी जाती है।
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ठंड के मौसम में पौधों के विकास रुक जाता है।
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कॉफी के पौधे न्यूनतम 15 डिग्री से ले कर अधिकतम 30 डिग्री तापमान सहन कर सकते हैं।
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गर्मियों में सप्ताह में एक बार सिंचाई करनी चाहिए।
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ठंड के मौसम में 10 से 15 दिन के अंतराल पर सिंचाई करनी चाहिए।
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पौधों में फूल लगने के 5 से 6 महीने बाद पौधे पैदावार देना शुरू कर देते हैं।
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सामान्य कीट और रोगों से बचने के लिए नीम के तेल या नीम के काढ़े का छिडकाव करना चाहिए ।
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