लोबिया की खेती से पहले जाने कुछ महत्वपूर्ण बातें

लोबिया की खेती वर्ष में दो बार की जा सकती है। गर्मी के मौसम में लोबिया की खेती के लिए जून-जुलाई का महीना सर्वोत्तम है। लोबिया की खेती खेत की मिट्टी के लिए भी बहुत फायदेमंद है। इसकी खेती से भूमि की उर्वरक क्षमता में वृद्धि होती है। साथ ही इसके बाद लगाई जाने वाली फसलों में नाइट्रोजन की आवश्यकता भी कम होती है। अगर आप भी करना चाहते हैं लोबिया की खेती तो इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां यहां से प्राप्त करें।
लोबिया की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी एवं जलवायु
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लोबिया की खेती लगभग सभी प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है।
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बेहतर पैदावार के लिए उचित जल निकासी वाली बलुई दोमट मिट्टी सर्वोत्तम है।
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मिट्टी का पी.एच. स्तर 6 से 8 होना चाहिए।
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इसकी खेती के लिए गर्म मौसम उपयुक्त है।
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समशीतोष्ण जलवायु में पौधों का अच्छा विकास होता है।
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बात करें तापमान की तो 35 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान में भी लोबिया की सफलतापूर्वक खेती की जा सकती है।
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वहीं 15 डिग्री सेंटीग्रेड से कम तापमान पौधों के लिए हानिकारक है।
बीज की मात्रा एवं बीज उपचारित करने की विधि
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हरि फलियों के लिए लोबिया की खेती करने पर प्रति एकड़ भूमि में 10 से 12 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है।
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हरे चारे एवं हरी खाद के लिए इसकी खेती करने पर प्रति एकड़ भूमि में 14 से 16 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होगी।
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बुवाई से पहले प्रति किलोग्राम बीज को 2 ग्राम थीरम से उपचारित करें।
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इसके बाद प्रति किलोग्राम बीज को 10 ग्राम राइजोबियम कल्चर से उपचारित करें।
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लोबिया की खेती से जुड़ी अधिक जानकारियां यहां से प्राप्त करें।
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