पोस्ट विवरण
सुने
उर्वरक
देसी जुगाड़
1 Jan
Follow

फसलों में माइकोराइजा का उपयोग: फायदा या नुकसान?

फसलों की रोपाई के बाद जड़ों की स्थापना के साथ-साथ पौधों के अच्छे विकास के लिए पोषक तत्वों का प्रयोग बहुत महत्वपूर्ण है। जिसमें माइकोराइजा युक्त उर्वरक बेहतरीन भूमिका निभाते हैं। माइकोराइजा एक प्रकार की फफूंद है जो मिट्टी में रह कर पौधों की जड़ों के साथ एक प्रकार का सहजीवी सम्बन्ध स्थापित करते हैं। इसे पौधों के लिए मित्र कवक भी कहा जा सकता है। मिट्टी में इसकी उपस्थिति होने से पौधों की जड़ों को अतिरिक्त नमी और पोषक तत्व को प्राप्त करने में आसानी होती है।

फसलों में माइकोराइजा के लाभ

  • मृदा में माइकोराइजा की उपस्थिति से पौधों पर होने वाले स्थानांतरण के दबाव से काफी हद तक निजात मिलता है और पौधे शीघ्र ही खुद को स्थापित कर जरूरत अनुसार मिट्टी से उपयुक्त पोषण ले पाते हैं।
  • मिट्टी में रासायनिक उर्वरकों से होने वाले दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है।
  • जड़ें मिट्टी में एक मजबूत पकड़ के साथ जुड़ी हुई रहती है।
  • इसकी मौजूदगी पौधों के लिए पानी के तनाव के प्रति संवेदनशीलता को भी कम करती है।
  • माइकोराइजा से भरपूर ‘स्टार्टर” के इस्तेमाल से फसल में रोगों और कीटों के प्रति प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और साथ ही विपरीत परिस्थितयों में पानी की कमी के चलते पौधों को मजबूती प्रदान होती है।

फसलों में माइकोराइजा का नुकसान

  • फसलों में माइकोराइजा उपयोग करने से कोई नुकसान नहीं होता है।

देहात स्टार्टर

  • माइकोराइजा कवक से बना स्टार्टर पूर्ण रूप से एक जैविक खाद है जो पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्व, फास्फोरस के अवशोषण में विशेष भूमिका निभाता है।
  • 'देहात स्टार्टर' माइकोराइजा युक्त एक बेहतरीन उत्पाद है। इसे आप अपने नजदीकी देहात केंद्र या हाइपरलोकल सुविधा के द्वारा घर तक मंगा सकते हैं।
  • यदि धान की फसल में सूत्रकृमि संक्रमण के बाद विकास में कमी है। तो जड़ वृद्धि में सुधार के लिए माइकोराइजा युक्त ‘स्टार्टर’ का प्रयोग फसल के लिए बेहतर विकल्प है।

क्या आप फसलों के बेहतर पैदावार के लिए माइकोराइजा का प्रयोग करते हैं? अपने जवाब एवं अनुभव हमें कमेंट के द्वारा बताएं। माइकोराइजा कवक से बने “स्टार्टर” से जुड़ी अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप टोल फ्री नंबर 1800-1036-110 और कमेंट बॉक्स के माध्यम से अपने सवाल पूछ सकते हैं। इस तरह की अधिक जानकारी के लिए 'देसी जुड़ाग' चैनल को तुरंत फॉलो करें।

31 Likes
4 Comments
Like
Comment
Share
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ

फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ