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27 Apr
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मिर्च की फसल में थ्रिप्स पर नियंत्रण | Control of Thrips in Chilli Crop

मिर्च की फसल में थ्रिप्स पर नियंत्रण | Control of Thrips in Chilli Crop

थ्रिप्स मिर्च की फसल में लगने वाले कुछ प्रमुख रोगों में से एक है। मिर्च की नर्सरी से ले कर मुख्य खेत में, फसल की किसी भी अवस्था में इस कीट का प्रकोप हो सकता है। लेकिन पौधों में फूल आने के समय इस कीट का प्रकोप सबसे अधिक होता है। इस कीट के कारण मिर्च की पैदावार में  25% से 50% तक हानि हो सकती है। सामान्यतौर पर ये कीट छोटी उड़ान लेते हैं। लेकिन हवा की दिशा के साथ उड़ने पर ये लम्बी दूरी भी तय कर सकते हैं। मिर्च के अलावा इस कीट का प्रकोप कपास, टमाटर, बैंगन, लहसुन, प्याज, अंगूर, आम, नींबू, आदि कई अन्य फसलों में भी होता है। मिर्च की फसल में थ्रिप्स कीट से होने वाले नुकसान और इन पर नियंत्रण की विस्तृत जानकारी के लिए इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ें।

थ्रिप्स कीट की पहचान कैसे करें? | How to Identify Thrips?

  • आकार: थ्रिप्स कीटों का आकार बहुत छोटा होता है। व्यस्क थ्रिप्स की लम्बाई करीब 1-2 मिलीमीटर होती है।
  • रंग: इनका रंग काला होता है। कुछ व्यस्क थ्रिप्स काल की जगह पीले रंग के भी होते हैं।
  • पंख: ज्यादातर कीटों के शरीर पर दो जोड़े पारदर्शी पंख होते हैं। कुछ प्रजाति पंख रहित भी होते हैं।
  • लार्वा: इस कीट का लार्वा पीले रंग के होते हैं। लार्वा के शरीर पर पंख नहीं होते हैं।
  • अंडे: मादा थ्रिप्स कीट ज्यादातर पत्तियों की निचली सतह पर या कलियों के आस-पास अधिक संख्या में अंडे देती हैं। अंडे मटमैले सफेद से हल्के पीले रंग के होते हैं।

मिर्च की फसल में थ्रिप्स कीट से होने वाले नुकसान | Damage Caused by Thrips Infestation in Chili

  • यह कीट मिर्च के पौधों की कोमल पत्तियों एवं फूलों का रस चूसते हैं।
  • इस कीट से प्रभावित पौधों की पत्तियां ऊपर की तरफ मुड़ने लगती हैं।
  • पौधों में फलों की संख्या में कमी आती है।
  • पौधों का रस चूसने के अलावा थ्रिप्स वायरस जनित रोगों को एक पौधे से दूसरे पौधों में पहुंचाने का काम करते हैं।
  • इस कीट का प्रकोप बढ़ने पर पौधों का विकास रुक सकता है।

मिर्च की फसल में थ्रिप्स कीट पर नियंत्रण के लिए रासायनिक विधि | Chemical Methods for Controlling Thrips Infestation in Chili Crop

  • मिर्च की फसल को इस कीट से बचाने के लिए बुवाई से पहले प्रति किलोग्राम बीज को 1.32 से 4 मिलीलीटर थियामेथोक्सम 30% एफ.एस. (देहात एसियर एफएस) से उपचारित करें।
  • इस कीट पर नियंत्रण के लिए नीचे दी गई दवाओं में से किसी एक दवा का प्रयोग करें।
  • प्रति एकड़ खेत में 54-88 ग्राम इमामेक्टिन बेंजोएट 5% एस.जी. (देहात इल्लीगो) का प्रयोग करें।
  • प्रति एकड़ खेत में 50-80 मिलीलीटर थियामेथोक्सम 12.6 + लैम्ब्डा साइहलोथ्रिन 9.5%  जेड.सी. (देहात एन्टोकिल) का प्रयोग करें।
  • प्रति एकड़ खेत में 400-800 मिलीलीटर फिप्रोनिल 5% एससी (देहात स्लेमाइट एससी) का प्रयोग करें।
  • प्रति एकड़ खेत में 60 ग्राम इमिडाक्लोप्रिड 70% डब्ल्यूजी (बायर एडमायर, सल्फर मिल्स प्रोंटो) का प्रयोग करें।

मिर्च की फसल में थ्रिप्स कीट पर नियंत्रण के कुछ अन्य तरीके | Other Methods of Controlling Thrips  in Chili Crop

  • प्रतिरोधी किस्में: मिर्च की फसल को थ्रिप्स के प्रकोप से बचाने के लिए प्रतिरोधी किस्मों का चयन करें।
  • खरपतवार प्रबंधन: कई बार कीट मुख्य फसल की जगह खरपतवारों पर पहले पनपते हैं। इसके बाद वे मुख्य फसल को क्षति पहुंचाते हैं। इसलिए खेत में खरपतवारों पर नियंत्रण करें।
  • स्टिकी ट्रैप: इस कीट पर नियंत्रण के लिए प्रति एकड़ खेत में 4 से 6 स्टिकी ट्रैप का प्रयोग करें।
  • फेरोमेन ट्रैप: थ्रिप्स पर नियंत्रण के लिए खेत में फेरोमेन ट्रैप यानी गंधपाश का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। फेरोमेन ट्रैप में लगे ल्योर की तरफ नर कीट आकर्षित हो कर फंस जाते हैं। इससे कीटों की संख्या को बढ़ने से रोका जा सकता है।
  • नीम का तेल: प्रति लीटर पानी में एक बड़ा चम्मच नीम का तेल मिलाकर घोल बनाएं। इस घोल को थ्रिप्स से प्रभावित पौधों में छिड़काव करें।
  • जैविक कीटनाशक: थ्रिप्स जैसे रस चूसक कीटों पर नियंत्रण के लिए नीमास्त्र, ब्रह्मास्त्र, अग्नि अस्त्र, दशपर्णी अर्क, जैसे घर पर तैयार किए जाने वाले जैविक कीटनाशक का प्रयोग बहुत लाभदायक साबित होता है।
  • कवर क्रॉप्स: मिर्च की फसल को थ्रिप्स से बचने के लिए पौधों के चारो तरफ कवर क्रॉप्स के तौर पर गेंदे के पौधे लगाएं।

थ्रिप्स कीट पर नियंत्रण के लिए आप क्या तरीका अपनाते हैं? अपने जवाब एवं अनुभव हमें कमेंट के माध्यम से बताएं। फसलों को विभिन्न रोगों एवं कीटों से बचाने की अधिक जानकारियों के लिए 'किसान डॉक्टर' चैनल को तुरंत फॉलो करें। यदि आपको यह जानकारी महत्वपूर्ण लगी है तो इस जानकारी को अन्य किसानों तक पहुंचाने के लिए इस पोस्ट को लाइक और शेयर करना न भूलें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | Frequently Asked Question (FAQs)

Q: थ्रिप्स की पहचान कैसे करें?

A: थ्रिप्स कीट आकार में बहुत छोटे होते हैं। इनका रंग पीला और काला होता है। इनकी कुछ प्रजातियां पंख रहित होती हैं। वहीं कुछ प्रजातियों में दो जोड़े छोटे-छोटे पंख पाए जाते हैं।

Q: थ्रिप्स से कैसे छुटकारा पाएं?

A: थ्रिप्स कीट पौधों की पत्तियों, कोमल टहनियों और पौधों में लगने वाले फूलों का रस चूस कर फसल को नुकसान पहुंचाते हैं। इन पर नियंत्रण के लिए बाजार में कई तरह के रासायनिक कीटनाशक उपलब्ध हैं। इसके अलावा आप स्टिकी ट्रैप या फेरोमेन ट्रैप का भी प्रयोग कर सकते हैं। थ्रिप्स पर नियंत्रण के लिए आप लहसुन के रस का छिड़काव या साबुन के घोल का छिड़काव भी कर सकते हैं। ये घरेलू नुस्खे भी थ्रिप्स पर लगाम लगाने के लिए बहुत कारगर साबित होते हैं।

Q: मिर्च का प्रमुख कीट कौन सा है?

A: मिर्च की फसल में सबसे ज्यादा थ्रिप्स का प्रकोप होता है। इसके अलावा मिर्च के पौधे माइट्स, एफिड्स, सफेद मक्खियों, फल छेदक कीट, निमाटोड, लीफ माइनर, जैसे कीटों के कारण भी बुरी तरह प्रभावित होते हैं।

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