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मिर्च : फूलों के झड़ने से पैदावार होगी कम, इस तरह करें नियंत्रण
मिर्च : फूलों के झड़ने से पैदावार होगी कम, इस तरह करें नियंत्रण
तापमान में बदलाव होने के कारण इन दिनों मिर्च के फूलों की झड़ने की समस्या बढ़ने लगी है। फूलों के झड़ने के कारण मिर्च की पैदावार में भारी कमी होती है। सही समय पर अगर इस समस्या पर नियंत्रण नहीं किया गया तो फूलों के साथ मिर्च के फल भी गिरने लगते हैं। कई बार किसान इसे रोग एवं कीटों का प्रकोप समझ कर कीटनाशक एवं फफूंद नाशक दवाओं का छिड़काव करने लगते हैं। जिससे फूलों के झड़ने की समस्या पर नियंत्रण भी नहीं होता और लागत भी बढ़ जाती है।
अगर आप भी मिर्च के फूलों के झड़ने से हैं परेशान तो इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ें। यहां से आप मिर्च के फूलों के झड़ने का कारण एवं नियंत्रण के तरीकों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आइए इस विषय में विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
मिर्च के फूलों के झड़ने का कारण
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तापनाम में अचानक बदलाव होने पर या तापमान बढ़ने पर मिर्च के फूल झड़ने लगते हैं।
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वारावरण में नमी कम होने पर भी यह समस्या उत्पन्न हो सकती है।
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पौधों को उचित मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिलने के कारण मिर्च के फूल झड़ने लगते हैं।
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फूल आने के समय मिट्टी में नमी की कमी होने पर भी फूल झड़ने लगते हैं।
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इसके अलावा फूल आने के समय तेज धूप होने पर भी मिर्च के फूलों के झड़ने की समस्या शुरू हो जाती है।
मिर्च के फूलों को झड़ने से बचाने के तरीके
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फूलों को झड़ने से बचाने के लिए पौधों में फूल आने के समय खेत में सिंचाई करें।
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तापमान में होने वाले बदलावों से पौधों को बचाने के लिए मिर्च की खेती पॉलीहाउस में करें।
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प्रत्येक पौधे में 50 से 60 ग्राम सड़ी हुई गोबर की खाद का प्रयोग करें।
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गोबर की खाद के अलावा आप कम्पोस्ट खाद या वर्मी कम्पोस्ट का भी प्रयोग कर सकते हैं।
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पोषक तत्वों की कमी दूर करने के लिए 15 लीटर पानी में 25 ग्राम देहात नैनो-रेड और 5 ग्राम देहात एजीवाइटल का प्रयोग करें।
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आवश्यकता होने पर 15 दिनों के अंतराल पर 2 से 3 बार छिड़काव कर सकते हैं।
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मिर्च के पौधों में फूलों की संख्या बढ़ाने के लिए 15 लीटर पानी में 2 मिलीलीटर फ्रूट प्लस मिला कर छिड़काव करें।
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