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7 May
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मक्का : इन किस्मों का करें चयन, होगी भरपूर पैदावार

मक्का : इन किस्मों का करें चयन, होगी भरपूर पैदावार


मक्का भारत में एक महत्वपूर्ण मोटा अनाज है, जिसकी खेती खरीफ और रबी दोनों मौसमों में की जाती है। यदि आप उन्नत किस्मों का चयन करें और उचित कृषि प्रबंधन करें तो मक्के की खेती से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। इसके लिए सबसे जरुरी है अच्छी उत्पादन क्षमता वाली उन्नत किस्मों का चुनाव। अपने क्षेत्र के अनुसार किस्मों का चुनाव करके किसान लाभ कमा सकते हैं।

मक्का की अधिक पैदावार देने वाली उन्नत किस्में (Improved high yielding varieties of maize)

आजाद उत्तम:

  • यह किस्म रबी मौसम के लिए उपयुक्त है।
  • इसके पौधे 7 फीट तक ऊँचे होते हैं।
  • भुट्टे पौधों के मध्य भाग से निकलते हैं।
  • बुवाई के 75-80 दिनों बाद फसल कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
  • प्रति एकड़ 16 क्विंटल तक उपज प्राप्त होती है।

देहात जंबो 55 - 9181 :

  • इसकी खेती बिहार, महाराष्ट्र, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, असम के साथ नेपाल में भी सफलतापूर्वक की जा सकती है
  • यह अधिक पैदावार देने वाली हाइब्रिड किस्म है। यह किस्म रबी मौसम में खेती के लिए उपयुक्त है।।
  • प्रति एकड़ खेत के लिए 8-9 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है।

एच.एम 10:

  • यह किस्म रबी और खरीफ दोनों मौसमों में उगाई जा सकती है।
  • इसके पत्ते पतले और मजबूत होते हैं।
  • भुट्टे लम्बे होते हैं।
  • रबी मौसम में, फसल 170 दिनों में पककर तैयार हो जाती है।
  • प्रति एकड़ 36 क्विंटल तक उपज प्राप्त होती है।

एच क्यू पी एम 5:

  • यह किस्म भी रबी और खरीफ दोनों मौसमों में उगाई जा सकती है।
  • खरीफ की तुलना में रबी मौसम में फसल को तैयार होने में अधिक समय लगता है।
  • हालांकि, रबी मौसम में उत्पादन अधिक होता है।
  • खरीफ मौसम में फसल 80-90 दिनों में तैयार हो जाती है।
  • वहीं, रबी मौसम में फसल को तैयार होने में 170-180 दिन लगते हैं।
  • इस किस्म के पौधे मजबूत होते हैं, जिसके कारण पौधों के गिरने की समस्या कम होती है।
  • रबी मौसम में प्रति एकड़ 32-36 क्विंटल तक उपज प्राप्त होती है।

गंगा 11:

  • यह किस्म रबी और खरीफ दोनों मौसमों में सफलतापूर्वक उगाई जा सकती है।
  • बुवाई के 100-105 दिनों बाद फसल कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
  • प्रति एकड़ 24-28 क्विंटल तक उपज प्राप्त होती है।

राजेंद्र हाइब्रिड 1:

  • यह किस्म बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और ओडिशा में उगाने के लिए उपयुक्त है।
  • यह एक संकर किस्म है।
  • बुवाई के 100-110 दिनों बाद फसल कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
  • प्रति एकड़ 18-20 क्विंटल तक उपज प्राप्त होती है।

कॉर्नेटो 7332:

  • बुवाई का समय अक्टूबर-नवंबर के बीच
  • इस किस्म के दानें आकर्षक और पौधे मजबूत होते हैं।
  • दाने और शेलिंग प्रतिशत अधिक होता है
  • औद्योगिक उपयोग के लिए उपयुक्त

पी 3401 (पायनियर):

  • यह एक हाइब्रिड किस्म है।
  • इस किस्म के दाने नारंगी रंग के होते हैं, जो इसे खास बनाता है।
  • पौधों की जड़ें मजबूत होती हैं, जिससे वे तेज हवा में भी स्थिर रहते हैं और गिरने का खतरा कम होता है।
  • प्रति एकड़ जमीन से लगभग 30 से 35 क्विंटल तक की फसल प्राप्त होती है।

एन के 6240 (सिंजेंटा):

  • यह एक संकर किस्म है।
  • इस किस्म की खेती रबी और खरीफ दोनों मौसमों में की जा सकती है।
  • प्रति एकड़ जमीन में खेती के लिए 3 से 5 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है।

एन के 7720 (सिंजेंटा):

  • यह किस्म रबी और खरीफ दोनों मौसमों के लिए उपयुक्त है।
  • इस किस्म में रोग कम लगते हैं।
  • पौधों की लंबाई कम होने के कारण पौधों के गिरने की समस्या भी कम होती है।

डीएचएम-7150 :

  • अधिक उपज देने वाली संकर किस्म
  • लंबा , मजबूत या आकर्षक मक्का
  • यह किस्म बिहार, महाराष्ट्र, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, असम और नेपाल के लिए अच्छी है।
  • बीज की मात्रा 8-9 किग्रा/एकड़

सरदार-918

  • उच्च उपज देने वाली हाइब्रिड किस्म है जिसमें दानें ऊपर तक भरे होते हैं।
  • कटाई के समय हरा रहता है,चारे के लिए अच्छा है।
  • ज्यादा गर्मी सहनकरने की क्षमता होती है।
  • यह किस्म पंजाब: उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा के लिए अच्छी है।
  • लाल रंगके भुट्टे होते हैं।
  • बीज की मात्रा 8-9 किग्रा/एकड़

अफ्रीकन जायंट :

  • अफ्रीकन जायंट अफ़्रीकी लम्बे का एक चयन है
  • अफ्रीकन जायंट स्थिर उच्च बायोमास उपज देने वाला मक्का है
  • किसी भी समय hare chare के लिए उपयुक्त
  • मजबूत विकास और उत्कृष्ट अनुकूलनशीलता
  • इसके सेवन से पशु स्वस्थ और डेयरी फार्म में अच्छा लाभ मिलता है।
  • बीज: 18-20 किग्रा/एकड़

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | Frequently Asked Question (FAQs)

Q: मक्का कौन से महीने में बोया जाता है?

A: मक्का आमतौर पर भारत में जून और जुलाई के महीनों के दौरान बोया जाता है, जो मानसून के मौसम की शुरुआत है। हालांकि, बुवाई का सही समय विशिष्ट स्थान और मौसम की स्थिति के आधार पर भिन्न हो सकता है।

Q: 1 एकड़ में कितना मक्का बीज लगता है?

A: भारत में एक एकड़ भूमि के लिए आवश्यक मक्का के बीज की मात्रा विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है जैसे कि मक्का की किस्म, पौधों के बीच की दूरी और बुवाई की विधि। औसतन, 60 सेमी x 20 सेमी की दूरी के लिए, एक एकड़ भूमि के लिए लगभग 20-25 किलोग्राम मक्का के बीज की आवश्यकता होती है।

Q: मक्के की उन्नत किस्म कौन सी है ?

A: भारत में, मक्का की कई उन्नत किस्में हैं जिन्हें विभिन्न कृषि अनुसंधान संस्थानों द्वारा विकसित किया गया है। इनमें से कुछ किस्में है - एचएम-4, गंगा -5, शक्तिमान -1, किसान, एन के 7720 (सिंजेंटा), कॉर्नेटो 7332, विजय (सिगनेट 22), प्रो 311 इत्यादि।

Q: मक्के की खेती कितने दिन में होती है?

A: मक्के की फसल की अवधि किस्म और उस स्थान पर निर्भर करती है। आम तौर पर, मक्के की बुवाई से परिपक्व होने में मध्यम अवधि वाली किस्मों को लगभग 90 से 120 दिन, मक्के की जल्दी पकने वाली किस्में 70 से 80 दिन और देर से पकने वाली किस्मों को 150 दिन लगते हैं परिपक्व होने में।

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