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पौधों में फफूंद लगने का कारण एवं नियंत्रण के घरेलु उपाय
पौधों में फफूंद लगने का कारण एवं नियंत्रण के घरेलु उपाय
सभी तरह के पौधों में फफूंद यानी फंगस लगने का खतरा बना रहता है। फफूंद लगने के कई कारण हो सकते हैं। सही समय पर फफूंद पर नियंत्रण नहीं किया गया तो पौधे सूखने लगते हैं। वैसे तो बाजार में कई तरह के फफूंदनाशक उपलब्ध हैं। लेकिन इनमें कई तरह के हानिकारक तत्व भी पाए जाते हैं जो मिट्टी एवं हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है। ऐसे में हम कुछ घरेलु उपायों को अपनाकर आसानी से फफूंद पर नियंत्रण कर सकते हैं। आइए इस विषय में विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
पौधों में फफूंद लगने का कारण
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जल जमाव के कारण फफूंद उत्पन्न होते हैं।
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उचित वायु संचार नहीं होने पर फफूंद की समस्या शुरू हो सकती है।
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पौधों को पर्याप्त मात्रा में सूर्य की रोशनी नहीं मिलने पर भी पौधों में फफूंद लगने लगते हैं।
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वातावरण में अधिक नमी के कारण भी पौधों में फफूंद की समस्या होने लगती है।
फफूंद से निजात पाने के लिए घरेलु उपाय
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नीम का तेल : फफूंद पर नियंत्रण के लिए नीम का तेल एक कारगर उपाय है। इसके लिए प्रति लीटर पानी में 1 चम्मच नीम का तेल डाल कर अच्छी तरह मिलाएं। इस मिश्रण को फफूंद से प्रभावित हिस्सों पर छिड़काव करें।
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सेब का सिरका : सेब का सिरका यानी एप्पल साइडर विनेगर के इस्तेमाल से पत्तियों पर फफूंद के डब्बों से आसानी से समाप्त किया जा सकता है। इसके लिए प्रति लीटर पानी में 2 बड़ा चम्मच सेब का सिरका मिलाएं। इस मिश्रण को पौधों के तने, शाखाओं एवं पत्तियों पर छिड़काव करें।
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बेकिंग सोडा : फफूंद पर नियंत्रण के लिए बेकिंग सोडा एक बेहतर विकल्प है। इसके लिए प्रति लीटर पानी में 1/4 (एक चौथाई) चम्मच लिक्विड सोप एवं 1 बड़ा चम्मच बेकिंग सोडा मिलाएं। इस मिश्रण का छिड़काव फफूंद से प्रभावित पौधों पर करें।
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