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17 Nov
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पेंडेक्स से खरपतवार मिटाएं, पैदावार बढ़ाएं (Pendex: Increase Yield with Effective Weed Control)


खेती में खरपतवार फसलों के लिए एक बड़ी समस्या बनते हैं। ये न केवल फसल की पैदावार को प्रभावित करते हैं, बल्कि मिट्टी से पोषक तत्वों और पानी की खपत बढ़ाकर फसल के विकास में भी बाधा डालते हैं। इस समस्या का समाधान 'पेंडेक्स' के उपयोग से किया जा सकता है। 'पेंडेक्स' (Pendimethalin 30% EC) एक प्रभावी पूर्व-उद्भवन (pre-emergence) हर्बीसाइड है, जो फसल के शुरुआती चरण में खरपतवारों को नियंत्रित करता है और पैदावार बढ़ाने में सहायक होता है।

'देहात पेंडेक्स' की विशेषताएं (Features of 'Dehaat Pendex'

  • प्रभावी खरपतवार नियंत्रण: पेंडेक्स फसल के शुरूआती चरण में ही खरपतवारों को नियंत्रित करता है, जिससे उनकी बढ़त रुक जाती है और फसल को बढ़ने के लिए आवश्यक पोषक तत्व और पानी मिल पाता है।
  • पैदावार में वृद्धि: पेंडेक्स का उपयोग खरपतवारों की संख्या को कम कर देता है, जिससे फसल की पौधों को ज्यादा पोषक तत्व और नमी मिलती है। इसके परिणामस्वरूप, फसल की पैदावार में वृद्धि होती है।
  • मिट्टी में पतली परत का निर्माण: पेंडेक्स मिट्टी की सतह पर पतली परत बना देता है, जो खरपतवारों के अंकुरण को रोकने में सहायक होती है। इससे खेत साफ-सुथरा बना रहता है और फसल को अनुकूल वातावरण मिलता है।
  • लंबे समय तक प्रभावशीलता: पेंडेक्स का प्रभाव खरपतवारों पर लंबे समय तक रहता है, जिससे एक बार छिड़काव के बाद कई दिनों तक खेत में खरपतवारों का अंकुरण नहीं होता है।
  • चयनात्मक प्रभाव: पेंडेक्स केवल खरपतवारों को प्रभावित करता है, फसल को इससे कोई हानि नहीं होती।

पेंडेक्स क्या है? (What is Pendex?): पेंडेक्स एक डाईनिट्रोएनिलीन हर्बीसाइड है, जो फसल उगने से पहले मिट्टी में छिड़काव कर खरपतवारों के अंकुरण को रोकता है। यह मिट्टी की सतह पर एक परत बनाकर खरपतवार की जड़ों और तनों की वृद्धि को रोकता है, जिससे फसल को बिना नुकसान के खरपतवार नियंत्रित रहते हैं।

पेंडेक्स का कार्य करने का तरीका (How Pandex works): पेंडेक्स एक चयनात्मक हर्बीसाइड है, जो केवल खरपतवारों पर असर डालता है। यह उनके कोशिका विभाजन और विकास को बाधित करता है। इसे मिट्टी में छिड़कने से एक अवरोधक परत बनती है, जो खरपतवार के बीजों को अंकुरित होने से रोक देती है।

लक्षित फसल और रोग (Target Crops and Weeds): पेंडेक्स का उपयोग मुख्य रूप से गेहूं, धान (रोपाई वाली), कपास, सोयाबीन, और अरहर जैसी फसलों में किया जाता है। यह इन फसलों में होने वाले प्रमुख खरपतवारों को प्रभावी रूप से नियंत्रित करता है और उनकी वृद्धि को रोकता है। पेंडेक्स का चयनात्मक प्रभाव होने के कारण यह केवल खरपतवारों पर ही असर करता है, फसल को इससे कोई हानि नहीं होती है।

खरपतवारों के लिए खुराक (Doses for weeds): पेंडेक्स का उपयोग प्रति एकड़ 1000-1200 मिलीलीटर की मात्रा में करना चाहिए। इसे खेत की आवश्यकता के अनुसार छिड़का जा सकता है। यह 500 मिलीलीटर और 1 लीटर की बोतलों में उपलब्ध है, जिससे किसान अपनी जरूरत के अनुसार इसे खरीद सकते हैं।

पेंडेक्स के उपयोग की विधि (Method of use of Pandex): पेंडेक्स के प्रभावी उपयोग के लिए सबसे पहले खेत की अच्छी तरह से तैयारी करनी चाहिए। खेत को जोत कर समतल करें और यह सुनिश्चित करें कि मिट्टी में पर्याप्त नमी हो। इसके बाद, पेंडेक्स का सही मात्रा में मिश्रण तैयार करें। 1000-1200 मिलीलीटर पेंडेक्स को 200-250 लीटर पानी में अच्छे से घोलें। इस मिश्रण को स्प्रेयर की मदद से पूरे खेत में समान रूप से छिड़कें। ध्यान रखें कि छिड़काव फसल और खरपतवार के अंकुरण से पहले ही कर लिया जाए। यह भी सुनिश्चित करें कि छिड़काव के बाद बारिश न हो, क्योंकि इससे पेंडेक्स का असर कम हो सकता है।

उपलब्ध पैकिंग (Available Packaging): पेंडेक्स विभिन्न पैकेजिंग में उपलब्ध है, जिससे किसान अपनी आवश्यकता के अनुसार इसे खरीद सकते हैं। यह 500 मिलीलीटर और 1 लीटर की बोतलों में आता है। इसका उपयोग फसल की क्षेत्रफल और आवश्यक मात्रा के अनुसार किया जा सकता है।

'पेंडेक्स' के इस्तेमाल के समय रखें इन बातों का ध्यान (Keep these things in mind when using DeHaat Pendex):

  • सुरक्षा का ध्यान रखें: छिड़काव करते समय हमेशा दस्ताने, मास्क और चश्मे जैसे सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करें।
  • बच्चों और जानवरों से दूर रखें: छिड़काव के बाद खेत को कुछ समय के लिए बच्चों और जानवरों से दूर रखें।
  • जल स्रोतों से बचाव: कुएं, तालाब या नहरों के पास छिड़काव न करें ताकि जल प्रदूषण से बचा जा सके।
  • समय का सही चयन: फसल और खरपतवार के अंकुरण से पहले छिड़काव करें ताकि इसका प्रभाव अधिकतम हो।
  • सही मात्रा का पालन करें: पेंडेक्स का उपयोग 1000-1200 मिलीलीटर प्रति एकड़ की अनुशंसित मात्रा में ही करें।
  • अन्य रसायनों से मिलाने में सावधानी: किसी भी अन्य रसायन के साथ पेंडेक्स मिलाने से पहले लेबल की जानकारी ध्यान से पढ़ें।
  • मौसम का ध्यान रखें: बारिश, तेज़ हवा या तेज़ धूप में छिड़काव से बचें। मौसम साफ और अनुकूल होने पर ही इसे इस्तेमाल करें।
  • पैकेजिंग सुरक्षित रखें: उत्पाद की पैकिंग को सुरक्षित और सूखे स्थान पर रखें ताकि इसकी गुणवत्ता बनी रहे।
  • समय पर कार्रवाई करें: खरपतवार नियंत्रण के लिए देरी न करें। समय पर छिड़काव करने से फसल को अधिक लाभ मिलेगा।

क्या आपने कभी ‘पेंडेक्स’ का प्रयोग किया है? फसलों में खरपतवारों से निपटने के लिए आप कौन-सा तरीका अपनाते हैं? अपने सुझाव और अनुभव हमारे साथ कमेंट्स में जरूर साझा करें। देहात उत्पादों से जुड़ी और जानकारी के लिए ‘देहात’ चैनल को फॉलो करें। इस पोस्ट को लाइक और शेयर करके इसे अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचाना न भूलें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | Frequently Asked Questions (FAQs)

Q: मोथा घास को जड़ से खत्म कैसे करें?
A: मोथा घास को जड़ से खत्म करने के लिए चयनात्मक हर्बीसाइड का इस्तेमाल करें, जो केवल खरपतवार को नुकसान पहुंचाए। पेंडिमेथालिन या मेट्रिब्यूजिन जैसे हर्बीसाइड्स का उपयोग मिट्टी में खरपतवार के अंकुरण से पहले छिड़काव करके किया जा सकता है। खेत की गहरी जुताई और खरपतवार की जड़ों को निकालना भी प्रभावी उपाय है।

Q: पौधों को मारे बिना खरपतवार से कैसे छुटकारा पाएं?
A: पौधों को मारे बिना खरपतवार से छुटकारा पाने के लिए चयनात्मक हर्बीसाइड का उपयोग करें, जो केवल खरपतवार को लक्षित करे। खरपतवार नियंत्रण के लिए जैविक विधियां, जैसे हाथ से निराई, मल्चिंग, और फसल चक्र का पालन भी अपनाया जा सकता है। साथ ही खरपतवार की वृद्धि को रोकने के लिए मिट्टी की सतह पर पेंडेक्स जैसे पूर्व-उद्भवन हर्बीसाइड का छिड़काव करें।

Q: दूब घास को जड़ से कैसे खत्म करें?
A: दूब घास को जड़ से खत्म करने के लिए ग्लाइफोसेट आधारित हर्बीसाइड का इस्तेमाल करें। इसे दूब घास की पत्तियों पर सीधे स्प्रे करें, जिससे यह जड़ों तक पहुंचकर खरपतवार को नष्ट कर देता है। खेत की गहरी जुताई और दूब घास की जड़ों को पूरी तरह निकालना भी आवश्यक है। नियमित निगरानी और खरपतवार की रोकथाम से दूब घास की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।

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