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परवल के प्रमुख कीट और उनका प्रबंधन
परवल के प्रमुख कीट और उनका प्रबंधन
परवल की खेती वर्ष में 2 बार की जा सकती है। बाजार में परवल की मांग अधिक होने के कारण इसकी खेती किसानों के लिए बहुत लाभदायक साबित होती है। परवल की बेहतर पैदावार के लिए पौधों को विभिन्न कीटों से बचाना आवश्यक है। आइए परवल की फसल को क्षति पहुंचाने वाले कुछ प्रमुख कीटों पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
परवल के पौधों को क्षति पहुंचाने वाले कीट
फल छेदक कीट : यह कीट फलों में छेद कर के फलों को अंदर से खाते हैं। मादा कीट फलों में छेद कर के फलों के अंदर अंडे देती हैं। कुछ समय बाद अंडों से सुंडी निकल कर फलों को खाने लगते हैं। फलों का आकार टेढ़ा-मेढ़ा हो जाता है। इस कीट को फैलने से रोकने के लिए प्रभावित फलों को तोड़ कर नष्ट कर दें।
नियंत्रण:
- प्रति एकड़ खेत में 54-88 ग्राम इमामेक्टिन बेंजोएट 5% एस.जी. (देहात इल्लीगो) का प्रयोग करें। यह दवा बाजार में धानुका- इ.एम. 1 एवं अदामा- अम्नोन के नाम से भी उपलब्ध है।
- प्रति एकड़ खेत में 50 - 80 मिलीलीटर थियामेथोक्सम 12.6 + लैम्ब्डा साइहलोथ्रिन 9.5% जेड.सी. (देहात एंटोकिल) का प्रयोग करें। यह दवा बाजार में सिंजेंटा- अलिका एवं धानुका- जैपैक नाम से भी उपलब्ध है।
सफेद मक्खी : यह कीट पौधों का रस चूस कर फसल को क्षति पहुंचाते हैं। इसके अलावा यह कीट कई तरह के रोगों को भी एक पौधे से दूसरे पौधे में फैलाने का काम भी करते हैं।
नियंत्रण:
- इस कीट पर नियंत्रण के लिए प्रति एकड़ खेत में 40-80 ग्राम थियामेथोक्सम 25%डब्ल्यू.जी (देहात एसीयर) का प्रयोग करें। यह दवा बाजार में धानुका- अरेवा नाम से भी उपलब्ध है।
जड़ एवं तना छेदक कीट : यह कीट पौधों का तना एवं जड़ों में छेद कर के उसे अंदर से खाते हैं। जिससे पौधों के विकास में बाधा आती है और पौधे सूखने लगते हैं।
नियंत्रण:
- इस कीट पर नियंत्रण के लिए 15 लीटर पानी में 30 मिलीलीटर क्लोरोपायरीफॉस मिला कर छिड़काव करें।
- प्रति एकड़ खेत में 54-88 ग्राम इमामेक्टिन बेंजोएट 5% एस.जी. (देहात इल्लीगो) का प्रयोग करें।
परवल की खेती से आपको कितनी उपज प्राप्त होती है? अपने जवाब हमे कमेंट के माध्यम से बताएं। इसके साथ ही इस पोस्ट को लाइक और शेयर करना न भूलें। इस तरह की अधिक जानकारियों के लिए ' किसान डॉक्टर ' चैनल को अभी फॉलो करें।
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