पोस्ट विवरण
सुने
पशु पालन
पशु ज्ञान
1 year
Follow

पशुओं में पेशाब रुकने की समस्या का कारण एवं बचाव के तरीके

पेशाब रुकने की समस्या आमतौर पर छोटी आयु के पशुओं में होती है। हालांकि कई बार व्यस्क पशुओं में भी यह समस्या होती है। ठंड के मौसम में यह समस्या बढ़ने लगती है। इस समस्या के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें पथरी भी शामिल है। यदि आप भी पशु पालन के व्यवसाय से जुड़े हैं तो पशुओं में पेशाब रुकने की समस्या के कारण एवं बचाव के उपाय यहां से देखें।

पशुओं में पेशाब रुकने के कारण

  • पशुओं के शरीर में पथरी होने से यह समस्या उत्पन्न हो सकती है।

  • इसके अलावा पोषक तत्वों की कमी के कारण भी यह समस्या होती है।

  • पशुओं को दिए जाने वाले पानी में मैग्नीशियम की अधिकता एवं आहार में कैल्शियम एवं फास्फोरस की संतुलित मात्रा ना होने के कारण भी यह समस्या होती है।

  • पशुओं के आहार में चारे से अधिक अनाज की मात्रा होना भी इस समस्या के मुख्य कारणों में से एक है।

  • ठंड के मौसम में पशु पानी का सेवन कम कर देते हैं ऐसे में यह समस्या हो सकती है।

पशुओं में पेशाब रुकने की समस्या का लक्षण

  • शुरुआत में पशु बार-बार एवं कम मात्रा में पेशाब करते हैं।

  • पशु बेचैन रहने लगते हैं।

  • शरीर में पानी की कमी से पशुओं की आंखें अंदर धंसने लगती है।

  • पेशाब पूरी तरह रुक जाने पर पशुओं का पेट सामान्य से अधिक फुला हुआ नजर आता है।

  • पशुओं के पेट की त्वचा गलने लगती है।

  • सही समय पर इलाज नहीं होने के कारण यूरिमिया नामक रोग से पशुओं की मृत्यु भी हो सकती है।

पशुओं में पेशाब रुकने की समस्या से बचाव

  • पशुओं के आहार में हरे चारे की मात्रा बढ़ाएं।

  • इसके साथ ही चारे में अनाज एवं खली की मात्रा कम करें।

  • पशुओं के पीने के लिए पानी की उचित व्यवस्था करें।

  • पानी में नमक मिलाएं। नमक मिले पानी के सेवन से पशुओं के पेशाब में वृद्धि होती है।

  • इस रोग के शुरुआती लक्षण नजर आने पर पशु चिकित्सक से परामर्श करें।

यह भी पढ़ें :

हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य पशुपालकों एवं किसान मित्रों के साथ साझा भी करें। जिससे अधिक से अधिक व्यक्तियों तक यह जानकारी पहुंच सके। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें। पशुपालन एवं कृषि संबंधी अधिक जानकारियों के लिए जुड़े रहें देहात से।

26 Likes
2 Comments
Like
Comment
Share
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ

फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ