राजमा : जानें खेती का उपयुक्त समय एवं बीज उपचार की विधि

राजमा में 21 से 24 प्रतिशत तक प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है। प्रोटीन की अधिकता के कारण सभी मौसम में इसकी मांग बनी रहती है। इसकी खेती रबी एवं खरीफ दोनों मौसम में की जा सकती है। राजमा की खेती से पहले इसकी खेती के लिए उपयुक्त समय, बीज की मात्रा एवं बीज उपचार की विधि की जानकारी होना आवश्यक है। आइए इस विषय में विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
राजमा की खेती के लिए उपयुक्त समय
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इसकी बुवाई के लिए फरवरी से मार्च तक का समय सर्वोत्तम है।
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इसके अलावा इसकी खेती खरीफ मौसम में भी की जाती है। खरीफ मौसम में खेती के लिए मई-जून में इसकी बुवाई की जाती है।
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देश के विभिन्न क्षेत्रों में इसकी बुवाई अलग-अलग समय की जाती है।
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उत्तर प्रदेश एवं बिहार में राजमा की खेती नवंबर में की जाती है।
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महाराष्ट्र में इसकी बुवाई अक्टूबर महीने में की जाती है।
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पंजाब के कुछ क्षेत्रों में इसकी बुवाई जनवरी महीने में भी की जाती है।
बीज की मात्रा एवं बीज उपचारित करने की विधि
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प्रति एकड़ भूमि में खेती के लिए 48 से 56 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है।
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बुवाई से पहले प्रति किलोग्राम बीज को 2 से 2.5 किलोग्राम थीरम से उपचारित करें।
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