सफेद रंग वाली प्याज की किस्में
सफेद प्याज की खेती करने से पहले इसकी विभिन्न किस्मों की जानकारी होना आवश्यक है। अगर आप भी सफेद प्याज की खेती करना चाहते हैं तो इस पोस्ट के माध्यम से आप कुछ प्रमुख किस्में , उनके पैदावार और विशेषताओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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भीमा शुभ्रा : सफेद रंग वाली प्याज की प्रमुख किस्में शामिल इस प्याज की खेती मुख्यतः मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ , गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक, ओडिशा और तमिलनाडु में की जाती है। खरीफ में यह 110 से 115 दिनों में तैयार हो जाती है। वहीं पछेती खरीफ में इसे तैयार होने में 120 से 130 दिन लगते हैं। खरीफ में प्रति एकड़ जमीन से 72 से 80 क्विंटल और पछेती खरीफ में प्रति एकड़ जमीन से 144 से 168 क्विंटल फसल की प्राप्ति होती है।
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भीमा श्वेता : इसकी खेती रबी और खरीफ दोनों मौसम में की जा सकती है। इसे तैयार होने में करीब 110 से 120 दिन लगता है। इसका भंडारण 3 महीने तक किया जा सकता है। प्रति एकड़ भूमि से लगभग 72 से 80 क्विंटल प्याज की पैदावार होती है।
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पूसा व्हाइट राउंड : रोपाई के 125 से 130 दिनों बाद तैयार होने वाले इस किस्म के प्याज देखने में आकर्षक होते हैं। इसके कंद का आकर मध्यम से बड़ा होता है। प्रति एकड़ भूमि से लगभग 130 से 140 क्विंटल फसल प्राप्त होती है।
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पूसा व्हाइट फ्लैट : मध्यम से बड़े आकार के कंद वाले यह प्याज चपटे और गोल आकर के होते हैं। लगभग 125 से 130 दिन में फसल तैयार हो जाती है। प्रति एकड़ जमीन से करीब 130 से 140 क्विंटल प्याज की उपज होती है।
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उदयपुर- 102 : इस किस्म की प्याज के कंद गोल होते हैं। इसका स्वाद हल्का मिठास लिए होता है। प्रति एकड़ खेत से करीब 80 से 100 क्विंटल प्याज की पैदावार होती है।
इसके अलावा कई अन्य किस्में जैसे प्याज चयन- 131, प्याज चयन- 106, नासिक सफेद, सफेद ग्लोब, एन- 247-9 -1, एस - 48, एग्रीफाउंड व्हाइट आदि भी सफेद रंग वाली प्याज की प्रमुख किस्मों में शामिल हैं।
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