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सतावर: रोपाई, सिंचाई एवं खरपतवार नियंत्रण के तरीके
सतावर: रोपाई, सिंचाई एवं खरपतवार नियंत्रण के तरीके
सतावर एक लम्बी अवधि वाली फसल है। जिसके कारण इसकी खेती के लिए खेत तैयार करने और बेहतर रोपाई, सिंचाई की आवश्यकता होती है। सतावर की खेती 24 माह से 40 माह की फसल के रूप में की जाती है, इसलिए यह आवश्यक होता है कि प्रारंभ में खेत की अच्छी प्रकार से तैयारी की जाए। मई-जून में खेत की गहरी जुताई करके इसकी रोपाई की जाती है। सतावर की फसल में खरपतवार की समस्या अधिक देखने को मिलती है, जिसे नियमित अंतरालों पर हाथ से निराई-गुड़ाई कर साफ रखा जाना आवश्यक होता है। अन्यथा पौधों की जड़ें गल जाती है और पैदावार में कमी होती है। सतावर की खेती में रोपाई, सिंचाई एवं खरपतवार नियंत्रण से जुड़ी अधिक जानकारी आप दी गयी वीडियो से प्राप्त कर सकते हैं। यदि वीडियो में दी गयी जानकारी आपको पसंद आए तो वीडियो को लाइक और शेयर करें, ताकि अन्य किसान भी इस जानकारी का लाभ उठा सकें। वीडियो को अंत तक देखें और संबंधित सवाल कमेंट के माध्यम से पूछें। साथ ही पशुपालन और कृषि संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए जुड़े रहें देहात से।
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