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स्ट्रॉबेरी
विभा कुमारी
कृषि विशेषयज्ञ
3 year
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स्ट्रॉबेरी की प्रमुख किस्में

स्ट्रॉबेरी की प्रमुख किस्में

स्ट्रॉबेरी की करीब 600 किस्में होती हैं। इसका उपयोग आइसक्रीम, केक, मिठाई के साथ कई तरह के सौंदर्य प्रसाधन में भी किया जाता है। हमारे देश में स्ट्रॉबेरी की अधिकतर किस्में बाहर से मंगवाई गई हैं। स्ट्रॉबेरी की खेती से बहुत लाभ होता है। इसके पौधे लगाने के कुछ ही महीनों बाद फल देना शुरू कर देते हैं।

  • कैमरोजा : इस किस्म को कैलिफ़ोर्निया में विकसित किया गया है। यह जल्दी फल देने वाली किस्मों में शामिल है। इसके फल बड़े आकर के और अच्छी खुशबू वाले होते हैं। इस किस्म के पौधे वायरस रोधक होते हैं।

  • ओसो ग्रैंड : इसे कैलिफोर्निया में विकसित किया गया। इसके फल आकर में बड़े होते हैं। इसे खाने और विभिन्न उत्पाद बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। इस किस्म में फलों के फटने की समस्या होती है।

  • स्वीट चार्ली : इस किस्म के फल मीठे होते हैं। यह जल्दी तैयार होने वाली किस्मों में से एक है। खाने में इसका अधिक उपयोग किया जाता है।

  • ओफरा : इजराईल में विकसित की गई यह किस्म अगेती किस्मों में शामिल है। इसके फल अन्य किस्मों की तुलना में जल्दी आते हैं।

  • चैंडलर : इसका विकास कैलिफोर्निया में किया गया है। इसके फल देखने में बहुत आकर्षक होने के साथ बहुत नरम भी होते हैं।

इसके अलावा भारत में ब्लैक मोर, फेयर फॉक्स, एलिस्ता, फ्लोरिना, सिसकेफ़, विन्टर डॉन, टियोगा, सेल्वा, फर्न , टोरे, बेलवी, आदि किस्मों की भी खेती की जाती है।

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