पोस्ट विवरण
तम्बाकू : उर्वरक प्रबंधन
तम्बाकू : उर्वरक प्रबंधन
तम्बाकू की खेती खरीफ और रबी दोनों मौसम में की जाती है। नकदी फसलों में इसे विशेष स्थान प्राप्त है। इसकी अच्छी फसल प्राप्त करने के लिए उर्वरक प्रबंधन की जानकारी होना बहुत जरूरी है। सही समय पर पौधों की उचित मात्रा में खाद एवं उर्वरक नहीं दी जाए तो इसका सीधा असर फसलों की उपज एवं गुणवत्ता पर देखी जा सकती है। यहां से आप तम्बाकू की खेती के लिए उर्वरक प्रबंधन की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
नर्सरी में उर्वरक प्रबंधन
-
नर्सरी तैयार करते समय प्रति एकड़ खेत में 140 किलोग्राम सिंगल सुपर फास्फेट मिलाएं।
मुख्य खेत में उर्वरक प्रबंधन
-
खेत में रासायनिक खाद की जगह गोबर की खाद, कम्पोस्ट खाद या वर्मी कम्पोस्ट का प्रयोग करना चाहिए।
-
प्रति एकड़ खेत में 10 टन गोबर की खाद या कम्पोस्ट खाद मिलाएं।
-
खेत तैयार करते समय प्रति एकड़ खेत में 32 किलोग्राम नाइट्रोजन, 60 किलोग्राम फास्फेट, 18 किलोग्राम पोटाश और 34 किलोग्राम कैल्शियम का प्रयोग करें।
-
मुख्य खेत में पौधों की रोपाई के बाद प्रति एकड़ भूमि में 80 किलोग्राम यूरिया का प्रयोग करना चाहिए।
-
कड़ी फसल में 3 बार यूरिया का प्रयोग करना चाहिए।
-
पहली छिड़काव के के बाद हर 45 दिनों के अंतराल पर दूसरी एवं तीसरी बार 20-20 किलोग्राम यूरिया का प्रयोग करें।
-
इस बात का ध्यान रखें कि यूरिया को पौधों की जड़ों के पास डालें।
यह भी पढ़ें :
-
तंबाकू के लिए मुख्य खेत तैयार करने की विधि जानने के लिए यहां क्लिक करें।
जारी रखने के लिए कृपया लॉगिन करें
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ