पोस्ट विवरण
ठंड के मौसम में कैसे करें पशुओं की देखभाल
ठंड के मौसम में कैसे करें पशुओं की देखभाल
अक्टूबर-नवंबर महीने से देश के विभिन्न क्षेत्रों में ठंड की शुरुआत हो जाती है। बदलते मौसम के साथ पशुओं के बीमार होने की संभावना भी बढ़ जाती है। ठंड के मौसम में पशुपालकों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। इस समय पशुओं की उचित देखभाल नहीं करने पर उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर तो होता ही है, इसके साथ ही पशुओं के दूध उत्पादन की क्षमता में भी कमी आ जाती है। आइए जानते हैं ठंड के मौसम में पशुओं की देखभाल के विषय में क्या है पशु पालकों की राय।
पशुओं में ठंड लगने के लक्षण
- ठंड लगने पर पशुओं के नाक एवं आंखों से पानी आने लगता है, भूख में कमी आती है और शरीर के रोएं खड़े हो जाते हैं।
ठंड के मौसम में कैसे करें पशुओं की देखभाल?
- पशुओं को ठंड से बचाने के लिए जूट के बोरे पहनाएं।
- इस मौसम में पशुओं को संतुलित आहार दें।
- पशुओं के आहार में हरा चारा एवं मुख्य चारा को 1:3 के अनुपात में मिला कर खिलाएं।
- पशुओं को ठंडा चारा नहीं देना चाहिए।
- पशुओं को गुनगुना पानी पिलाएं।
- पशुओं को खुले स्थान में न रखें।
- पशु आवास की खिड़कियों पर बोरे लगाएं। इससे पशुओं का ठंड हवाओं से बचाव होता है।
- इस बात को सुनिश्चित करें कि पशु आवास में सीलन की समस्या न हो।
- पशु आवास की फर्श पर पुवाल बिछाएं।
- वातावरण में नमी होने के कारण पशुओं में खुरपका, मुंहपका तथा गलाघोंटू रोग होने की समस्या बढ़ जाती है। पशुओं को इस रोगों से बचाने के लिए सही समय पर टीकाकरण कराएं।
- ठंड के मौसम में अक्सर पशुओं में दस्त की शिकायत होती है। पशुओं को दस्त होने पर तुरंत पशु चिकित्सक की सलाह लें।
नोट: पशु के डॉक्टर से वीडियो कॉल के द्वारा जुड़ने के लिए टाइम स्लॉट की बुकिंग यहां से करें।
आप पशुओं को ठंड से किस प्रकार बचाते हैं? अपने जवाब एवं अनुभव हमें कमेंट के माध्यम से बताएं। पशुओं के स्वास्थ्य से जुड़ी अधिक जानकारियों के लिए ' पशु ज्ञान ' चैनल को फॉलो करना न भूलें।
जारी रखने के लिए कृपया लॉगिन करें
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ