टमाटर की पत्तियों पर उभर रहे भूरे-काले धब्बे, जानें किस रोग के हैं ये लक्षण
क्या आपकी टमाटर की पत्तियों पर भी उभर रहे हैं भूरे-काले धब्बे? अगर आपका जवाब ‘हां’ है तो आपकी फसल अगेती झुलसा रोग से प्रभावित हो सकती है। कुछ क्षेत्रों में इसे अर्ली ब्लाइट रोग के नाम से भी जाना जाता है। वैसे तो इस रोग का प्रकोप गर्मी एवं ठंड दोनों मौसम में होता है। लेकिन, ठंड के मौसम में इस रोग के कारण अधिक घातक परिणाम देखे जा सकते हैं। इस रोग से प्रभावित पौधों को बचाना बहुत मुश्किल हो जाता है। तेजी से फैलने के कारण यह रोग कुछ ही दिनों में पूरी फसल को नष्ट कर सकता है।
क्या है अगेती झुलसा रोग के लक्षण?
बात करें इस रोग के लक्षण की तो इस रोग से प्रभावित पौधों की निचली पत्तियों पर भूरे या काले धब्बे उभरने लगते हैं। शुरुआत में यह धब्बे 1-2 मिलीमीटर के होते हैं, जो रोग बढ़ने के साथ बड़े हो कर घाव में बदल जाते हैं। इन धब्बों के किनारे पीले रंग के होते हैं। कुछ ही समय में पौधों की पत्तियां गिरने लगती हैं और पौधे मुरझाने लगते हैं। पौधों में फल आने पर यह धब्बे फलों पर भी नजर आने लगते हैं। कई बार तनों पर भी इसके लक्षण देखे जा सकते हैं। ठंड के मौसम में कई दिनों तक धूप नहीं निकलने या घने कोहरे और शीत (ओस की बूंद) के कारण यह रोग बहुत खतरनाक हो जाता है।
कैसे करें अगेती झुलसा रोग पर नियंत्रण?
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आवश्यकता से अधिक सिंचाई करने से बचें।
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इस रोग से बुरी तरह प्रभावित पौधों को जला कर नष्ट कर दें।
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फसल को खरपतवारों से मुक्त रखें।
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इस रोग पर नियंत्रण के लिए प्रति लीटर पानी में एज़ोक्सिस्ट्रोबिन 18.2% + डिफेनोकोनाज़ोल 11.4% SC की 1 मिलीलीटर मात्रा को मिला कर छिड़काव करें।
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इसके अलावा 150 लीटर पानी में एज़ोक्सिस्ट्रोबिन 11% +टेबुकोनाज़ोल 18.3% की 225 मिलीलीटर मात्रा मिला कर छिड़काव करने से भी इस रोग पर नियंत्रण किया जा सकता है।
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टमाटर में किसी भी प्रकार की समस्या के समाधान के लिए 1800-1036-110 पर कॉल कर देहात के कृषि विशेषज्ञों से सलाह लें और समय पर अपनी फसल का बचाव करें। आप अपने सवाल कमेंट के माध्यम से भी पूछ सकते हैं। यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक और शेयर करना न भूलें।
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