टपक सिंचाई के फायदे

टपक सिंचाई यानी ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से पौधों की जड़ों में बूंद-बूंद पानी टपका कर सिंचाई की जाती है। इस विधि से सिंचाई के कई फायदे होते हैं। यदि आप अभी तक टपक सिंचाई के फायदों से हैं अनजान तो यह पोस्ट निश्चित ही आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यहां से आप टपक सिंचाई के फायदों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आइए टपक सिंचाई के फायदों पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
टपक सिंचाई के फायदे
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इस विधि से सिंचाई कर के हम 30 से 60 प्रतिशत तक पानी की बचत कर सकते हैं।
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सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी की कमी वाले क्षेत्रों में भी इस विधि से सिंचाई कर के अच्छी फसल प्राप्त कर सकते हैं।
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टपक विधि से सिंचाई के साथ उर्वरक की पूर्ति भी की जा सकती है।
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इस विधि से पानी केवल पौधों की जड़ों में जाता है और आस-पास की भूमि सूखी रहती है। फलस्वरूप खेत में खरपतवारों की समस्या कम होती है।
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खरपतवार कम होने से मिट्टी में मौजूद सभी पोषक तत्व पौधों एवं फसलों को मिलते हैं। जिससे फसलों की गुणवत्ता एवं पैदावार में वृद्धि होती है।
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सिंचाई के कार्य में मजदूरों पर होने वाले खर्च में कमी आती है।
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ड्रिप विधि से सिंचाई की सम्पूर्ण जानकारी यहां से प्राप्त करें।
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