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ट्रैक्टर : जानें इसके प्रकार एवं कार्य
ट्रैक्टर : जानें इसके प्रकार एवं कार्य
ट्रैक्टर आधुनिक कृषि यंत्रों का एक अभिन्न हिस्सा है। इसमें विभिन्न कृषि यंत्रों को जोड़ कर कई कृषि कार्यों को किया जा सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ट्रैक्टर के भी कई प्रकार होते हैं? यदि आपको भी ट्रैक्टर के विभिन्न प्रकार एवं इसके कार्यों की जानकारी नहीं है तो इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ें। आइए इस विषय पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
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यूटिलिटी ट्रैक्टर : इसका सबसे अधिक उपयोग बुवाई एवं ढुलाई के लिए किया जाता है। इसके अलावा इसका उपयोग इसमें यंत्रों को बांध के उन्हें मिट्टी के ऊपर खींचने के लिए भी किया जाता है। इस तरह के ट्रैक्टर में हार्वेस्टर, थ्रेशर आदि यंत्रों को जोड़ कर कटाई का कार्य भी किया जाता है।
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ऑर्चर्ड टाइप ट्रैक्टर : फलों की बागवानी करने वाले किसानों के लिए यह उपयुक्त है। यह कम पावर के और ऊंचे होते हैं। जिससे वृक्षों की ऊंची शाखाओं तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। इस ट्रैक्टर को कम जगह में तेजी से चलाया जा सकता है।
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रॉ क्रॉप ट्रैक्टर : इस ट्रैक्टर के द्वारा खेत में फसल की सीधी लाइन में बुवाई की जा सकती है। इसका उपयोग कर के हम फसल की अधिकतम उत्पादकता प्राप्त कर सकते हैं।
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गार्डन ट्रैक्टर : यह सबसे छोटे ट्रैक्टर होते हैं। इसका उपयोप बागों में किया जाता है। बाग-बगीचों के छोटे-बड़े कृषि कार्यों के लिए सबसे उपयुक्त है।
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दो और तीन पहिया ट्रैक्टर : आमतौर पर हम सभी ने 4 पहिए वाले ट्रैक्टरों को देखा है। लेकिन बाजार में 2 और 3 पहिए वाले ट्रैक्टर भी उपलब्ध हैं। 2 पहिए वाले ट्रैक्टर को हम रोटरी टिलर के नाम से भी जाना जाता है। छोटे किसानों के लिए इस तरह के ट्रैक्टर बहुत उपयोगी साबित होगी।
इनके अलावा कई अन्य प्रकार के ट्रैक्टर्स भी उपलब्ध हैं। जिनमें इंडस्ट्रियल ट्रैक्टर, ड्राइवर लैस ट्रैक्टर, अर्थ मूविंग ट्रैक्टर, आदि शामिल है। लेकिन इन ट्रैक्टरों का इस्तेमाल कृषि कार्यों की जगह निर्माण स्थल एवं इंडस्ट्री के कार्यों में किया जाता है।
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