सफेद रतुआ रोग
सरसों में सफेद रतुआ रोग की रोकथाम के लिए निम्नलिखित दवा से बीज उपचारित करें।
पौधे का प्रभावित हिस्सा
पत्तियां, तना, पुष्पक्रम
प्रारंभिक पहचान:
शुरुआत में पत्तियों की निचली सतह पर सफेद रंग के छाले (धब्बे) उभरने लगते हैं। रोग बढ़ने पर पत्तियों के दोनों तरफ यह छाले देखे जा सकते हैं। इसके साथ ही छोटे-छोटे छाले (धब्बे) बड़े होने लगते हैं।
लक्षण:
संक्रमण के कारण पत्तियों, छोटी टहनियां और फूलों के हिस्सों पर जंगनुमा फफोले उभरने लगते हैं। तने में सूजन आती है। पुष्पक्रम अक्सर घुमावदार एवं टेड़े मेड़े हो जाते है।
नुकसान का प्रकार:
असामान्य वृद्धि, विकृति और फूलों या पुष्पक्रमों में बांझपन।
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