माइकोराइजा के लाभ | Benefits of Mycorrhiza

माइकोराइजा एक प्रकार की सूक्ष्म फफूंद है जो मिट्टी में रह कर पौधों की जड़ों के साथ एक प्रकार का सहजीवी संबंध स्थापित करते हैं। इसे पौधों के लिए मित्र कवक भी कहा जा सकता है। मिट्टी में इसकी उपस्थिति होने से पौधों की जड़ों को अतिरिक्त नमी और पोषक तत्व को प्राप्त करने में आसानी होती है। इसका उपयोग जैव उर्वरक और मिट्टी कंडीशनर के रूप में किया जाता है। इसे बैंगन, मिर्च, भिंडी, आलू, प्याज, मूंगफली, टमाटर, गोभी, तरबूज, अजवाइन, लहसुन, चावल, गेहूं, मक्का, सोयाबीन और मूंगफली, गन्ना, आदि कई फसलों में इस्तेमाल कर सकते हैं। फसलों में इसे उपयोग करने से कोई नुकसान नहीं होता है।
माइकोराइजा की पूर्ति के लिए आप 'देहात स्टार्टर' का इस्तेमाल करें। आलू एवं गन्ने की फसल में 8 किलोग्राम एवं अन्य फसलों में 4 किलोग्राम प्रति एकड़ की दर से प्रयोग करें।
क्या आप फसलों के बेहतर पैदावार के लिए माइकोराइजा का प्रयोग करते हैं? अपने जवाब एवं अनुभव हमें कमेंट के द्वारा बताएं। इस तरह की अधिक जानकारियों के लिए 'कृषि ज्ञान' चैनल को तुरंत फॉलो करें। इसके साथ ही इस पोस्ट को लाइक और शेयर करना न भूलें।
नोट:
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