पोस्ट विवरण
सुने
पत्ता गोभी
सब्जियां
कृषि ज्ञान
21 Oct
Follow

पत्ता गोभी की खेती: जानें कुछ बेहतरीन किस्में, खेत की तैयारी और उर्वरक प्रबंधन | Efficient Cultivation of Cabbage: Varieties, Land preparation, Fertilizer

भारत में, गोभी की खेती के लिए बुवाई का समय क्षेत्र और जलवायु पर निर्भर करती है। आम तौर पर, गोभी एक ठंडे मौसम की फसल है और देश के अधिकांश हिस्सों में सर्दियों के मौसम में उगाई जाती है। गर्मी के मौसम में खेती करने पर इसके पत्ते खुल जाते हैं। इसके साथ ही इसके वजन एवं स्वाद पर भी प्रतिकूल असर होता है। अगर आप भी पत्तागोभी की खेती मन बना रहे हैं तो इसकी खेती के लिए उपयुक्त जलवायु, भूमि का चयन, बुवाई का समय, बीज की मात्रा, खेत की तैयारी, उर्वरक प्रबंधन, सिंचाई एवं खरपतवार प्रबंधन, रोग एवं कीटों पर नियंत्रण की सम्पूर्ण जानकारी के लिए इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ें।

पत्ता गोभी की खेती कैसे करें? | How to Cultivate Cabbage?

  • उपयुक्त जलवायु: पत्ता गोभी एक ठंडे मौसम की फसल है जो समशीतोष्ण जलवायु में 15-20 डिग्री सेल्सियस की औसत तापमान सीमा के साथ सबसे अच्छी तरह से बढ़ती है। भारत में गोभी की खेती सर्दियों के मौसम में उत्तरी मैदानी क्षेत्रों में और पर्वतीय क्षेत्रों में गर्मी के मौसम में इसकी खेती की जाती है। कुछ क्षेत्रों में इसकी बुवाई अप्रैल से जून महीने में और सितंबर से दिसंबर महीने में भी की जाती है।
  • भूमि का चयन: गोभी की खेती के लिए भूमि का चयन एक महत्वपूर्ण कारक है जो फसल की उपज और गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है। पत्ता गोभी की खेती काली मिट्टी एवं दोमट मिट्टी में सफलतापूर्वक की जा सकती है। रेतीली मिट्टी में भी इसकी अच्छी उपज प्राप्त होती है। कार्बनिक पदार्थों से समृद्ध मिट्टी में इसकी बेहतर उपज प्राप्त की जा सकती है। मिट्टी की जल धारण क्षमता अच्छी होनी चाहिए। मिट्टी का पीएच स्तर 6 से 6.5 होना चाहिए।
  • बुवाई का समय: इसकी अगेती किस्मों की बुवाई के लिए अगस्त-सितंबर का महीना उपयुक्त है। इसकी पछेती किस्मों की बुवाई के लिए सितम्बर-अक्टूबर महीने में करनी चाहिए। पहाड़ी क्षेत्रों में पत्ता गोभी की खेती मार्च से जून महीने में की जाती है।
  • बीज की मात्रा: बीज की मात्रा किस्मों पर निर्भर करती है। सामान्यतः अगेती किस्मों की बुवाई करने पर प्रति एकड़ खेत के लिए 200 ग्राम बीज की आवश्यकता होती है। वहीं पछेती किस्मों की बुवाई करने पर प्रति एकड़ खेत में 120 ग्राम बीज की आवश्यकता होती है। फसल को विभिन्न मृदा जनित रोगों एवं फफूंद जनित रोगों से बचाने के लिए बुवाई से पहले बीज उपचारित आवश्यक है। बुवाई से पहले गोभी के बीज को 5-6 घंटों तक पानी में डाल कर रखें। इससे अंकुरण में आसानी होती है।
  • बेहतरीन किस्में: पत्ता गोभी की खेती के लिए सही बीज का चयन करना महत्वपूर्ण है। उच्च उत्पादन और अच्छी गुणवत्ता की फसल प्राप्त करने के लिए विशेषज्ञों द्वारा सुझाए गए हाइब्रिड बीजों का चयन करें। इसकी अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए ऊर्जा गोल्डन एकड़ कैबेज सीड, बेहतरीन किस्में: पत्तागोभी की बेहतर उपज प्राप्त करने के लिए आप सेमिनिस पत्तागोभी डायमंड एक्सप्रेस, सेमिनिस एसवीएस 1431, सेमिनिस शौर्य, सेमिनिस इंदु, सिंजेंटा बीसी-76, सिंजेंटा बीसी-79, सिंजेंटा रॉयल बॉल, ईस्ट वेस्ट सीड्स ब्रांड मारुल्ली 201, ईस्ट वेस्ट सीड्स ब्रांड आशा, ईस्ट वेस्ट सीड्स ब्रांड पुलकित, सेमिनिस ग्रीन फ्लैश हाइब्रिड कैबेज सीड, कलश चैम्प F1 हाइब्रिड पत्तागोभी, जैसी किस्मों का चयन कर सकते हैं।
  • खेत की तैयारी: खेत को तैयार करने के लिए सबसे पहले खेत में 1 बार गहरी जुताई करें। इसके बाद 2 से 3 बार हल्की जुताई कर के मिट्टी को भुरभुरी बना लें। आखिरी जुताई के समय प्रति एकड़ खेत में 10-12 किलोग्राम गोबर की खाद के साथ 43 किलोग्राम यूरिया, 52 किलोग्राम डीएपी, 40 किलोग्राम एमओपी खाद का प्रयोग करें। उच्च गुणवत्ता की फसल प्राप्त करने के लिए खेत तैयार करते समय प्रति एकड़ खेत में 4 किलोग्राम देहात स्टार्टर का प्रयोग करें।
  • बुवाई की विधि: नर्सरी में तैयार किए गए पौधों की रोपाई पक्तियों में करें। नर्सरी में बीज को करीब 1 से 2 सेंटीमीटर की दूरी पर बुवाई करें। नर्सरी में जब पौधों में 3-4 पत्तियां निकल जाए, तब पौधों की रोपाई मुख्य खेत में कर सकते हैं। मुख्य खेत में सभी पक्तियों के बीच 16 इंच की दूरी रखें। पौधों से पौधों के बीच की दूरी 20 इंच होनी चाहिए। पौधों की रोपाई शाम के समय करें एवं रोपाई के बाद हल्की सिंचाई करें।
  • उर्वरक प्रबंधन: इसकी अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए खेत में खाद का प्रयोग करने से पहले मिट्टी की जांच अवश्य कराएं। पौधों की रोपाई के 30 दिनों बाद प्रति एकड़ खेत में 43 किलोग्राम यूरिया और पौधों की रोपाई के 45 दिनों बाद भी 43 किलोग्राम यूरिया का प्रयोग करें। पौधों के बेहतर विकास के लिए प्रति लीटर पानी में 5 ग्राम एनपीके 19:19:19 (देहात न्यूट्रीवन एनपीके 19:19:19) का प्रयोग करें। पौधों में गोभी बनते समय प्रति लीटर पानी में 5 ग्राम 13:00:45 (देहात न्यूट्रीवन पोटेशियम नाइट्रेट 13:00:45) का प्रयोग करें।
  • सिंचाई प्रबंधन: फसल में मिट्टी में मौजूद नमी के आधार पर सिंचाई करें। बीज की बुवाई के समय यदि खेत में नमी कम है तो, बुवाई के बाद हल्की सिंचाई करनी चाहिए। खेत में जल जमाव की स्थिति उत्पन्न न होने दें। खेत में जल जमाव होने पर पौधों के गलने की संभावना बढ़ जाती है। सामान्य तौर पर हर 4-6 दिनों के अंतराल पर सिंचाई करनी चाहिए। वर्षा होने पर सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती है।
  • खरपतवार प्रबंधन: पत्ता गोभी की अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए नर्सरी एवं मुख्य खेत को खरपतवारों से मुक्त रखना आवश्यक है। खेत में खरपतवार की समस्या से निजात पाने के लिए आवश्यकतानुसार निराई-गुड़ाई करें। बुवाई के 15-20 दिनों बाद पहली एवं बुवाई के 25-30 दिनों बाद दूसरी बार निराई-गुड़ाई करें। इसके अलावा आप रासायनिक दवाओं का प्रयोग कर के भी फसल को खरपतवारों से मुक्त रख सकते हैं।
  • रोग एवं कीट प्रबंधन: पत्ता गोभी की फसल में डायमंड बैक मोथ (हीरक कीट), तंबाकू सुंडी, गोभी की तितली, गोभी का तेला कीट, कैबेज मैगेट, आर्द्र गलन रोग, झुलसा रोग, कॉलर रॉट रोग, क्लबरूट रोग, डाउनी मिल्ड्यु, जैसे कीटों एवं रोगों का प्रकोप अधिक होता है। ये रोग एवं कीट पत्ता गोभी की उपज में कमी का बड़ा कारण बन सकते हैं। इस रोगों से फसल को बचने के लिए खेत में लगातार निरीक्षण करते रहें। किसी भी रोग या कीट के लक्षण नजर आने पर उचित दवाओं का प्रयोग करें।
  • फसल की कटाई: पत्ता गोभी जब पूर्ण रूप से विकसित हो जाए उसके बाद इसकी कटाई की जा सकती है। मुख्य खेत में पौधों की रोपाई के करीब 60 से 90 दिनों बाद फसल कटाई के लिए तैयार हो जाती है। कटाई के बाद गोभी को आकार और गुणवत्ता के अनुसार वर्गीकृत करें। इसके किसी ठंडी, सूखी और अच्छी तरह हवादार जगह पर भंडारित किया जा सकता है।

पत्ता गोभी की खेती से आपको कितना मुनाफा प्राप्त होता है? अपने जवाब एवं अनुभव हमें कमेंट के माध्यम से बताएं। कृषि संबंधी जानकारियों के लिए देहात के टोल फ्री नंबर 1800-1036-110 पर संपर्क करके विशेषज्ञों से परामर्श भी कर सकते हैं। इसके साथ ही इस पोस्ट को लाइक एवं कमेंट करना न भूलें। इस तरह की अधिक जानकारियों के लिए 'कृषि ज्ञान' चैनल को अभी फॉलो करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | Frequently Asked Questions (FAQs)

Q: पत्ता गोभी कौन से महीने में लगाई जाती है?

A: पत्ता गोभी को लगाने का समय क्षेत्रों के अनुसार भिन्न हो सकता है। सामान्यतः इसकी खेती ठंड के मौसम में की जाती है। लेकिन इसकी खेती के लिए अगस्त-सितंबर का महीना सर्वोत्तम है।

Q: पत्ता गोभी की नर्सरी कब तैयार करें?

A: मुख्य खेत में पत्ता गोभी के पौधों की रोपाई से करीब 4-6 सप्ताह पहले इसकी नर्सरी तैयार की जाती है। यदि आप अक्टूबर में इसकी खेती करना चाहते हैं तो अगस्त या सितंबर की शुरुआत में नर्सरी तैयार करें।

Q: पत्ता गोभी की कटाई कब करें?

A: पत्ता गोभी पूर्ण रूप से विकसित हो जाए तब इसकी कटाई करें। फसल तैयार होने की अवधि विभिन्न किस्मों के अनुसार भिन्न हो सकती है। सामान्यतः इसकी कटाई पौधों की रोपाई के करीब 60 से 90 दिनों बाद की जाती है।

39 Likes
Like
Comment
Share
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ

फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ