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29 Nov
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पत्ता गोभी में डायमंड बैक मॉथ कीट (Cabbage in Diamondback Moth)


पत्ता गोभी के लिए डायमंड बैक मॉथ (Diamondback Moth) एक प्रमुख कीट है, जो किसानों के लिए गंभीर चुनौती प्रस्तुत करता है। यह कीट पत्तों के नीचे अंडे देता है और उसके लार्वा पत्तियों को खाकर छेद कर देते हैं, जिसके कारण फसल को भारी नुकसान पहुंच सकता है। यदि समय पर इस कीट की पहचान और नियंत्रण नहीं किया गया तो यह फसल को 80-90% तक नुकसान पहुंचा सकता है। खासकर, फरवरी-मार्च और सितंबर-अक्टूबर के महीनों में इस कीट का प्रकोप अधिक होता है। इस लेख में हम डायमंड बैक मॉथ के जीवन चक्र, पहचान, प्रभाव और नियंत्रण के उपायों के बारे में विस्तार से जानेंगे।

डायमंड बैक मॉथ कीट का जीवन चक्र (Life Cycle of Diamondback Moth)

डायमंड बैक मॉथ का जीवन चक्र चार प्रमुख चरणों में पूरा होता है: अंडा, लार्वा, प्यूपा और व्यस्क कीट। इन चारों चरणों में से प्रत्येक की पहचान और नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

  • अंडे (Eggs): डायमंड बैक मॉथ की मादा कीट पत्तों के नीचे हल्के पीले रंग के अंडे देती है। ये अंडे बहुत छोटे होते हैं, और इनकी लंबाई केवल 0.5 मिलीमीटर होती है। इन अंडों के समूह एक स्थान पर पाए जाते हैं और इनमें से लार्वा 2 से 6 दिनों में निकलते हैं।
  • लार्वा (Larva): अंडों से निकलने वाले लार्वा पहले सफेद रंग के होते हैं और उनके सिर का रंग हल्का भूरा होता है। जैसे-जैसे ये लार्वा विकसित होते हैं, इनका रंग हल्का हरा हो जाता है और उनकी लंबाई लगभग 10 मिलीमीटर तक पहुंच जाती है। यह अवस्था 14 से 21 दिनों तक रहती है। इस दौरान लार्वा पत्तियों को खाकर नुकसान पहुंचाते हैं।
  • प्यूपा (Pupa): लार्वा प्यूपा में बदलने से पहले अपने शरीर के चारों ओर ककून बना लेते हैं। प्यूपा की लंबाई लगभग 6 मिलीमीटर होती है और यह अवस्था 4 से 5 दिनों तक चलती है। इस दौरान कीट रेशमी खोल के भीतर विकसित होता है।
  • व्यस्क कीट (Adult Moth): पूरी तरह विकसित डायमंड बैक मॉथ कीट भूरे रंग का होता है और इसकी लंबाई लगभग 14 मिलीमीटर होती है। इसके पंखों पर हीरे के आकार के पीले धब्बे होते हैं। नर कीट के पंख ऊपर की ओर मुड़े होते हैं, जबकि मादा कीट के पंख सीधे होते हैं। व्यस्क मादा कीट एक बार में लगभग 164 अंडे दे सकती है, और इनकी जीवन अवधि 6 से 13 दिनों तक होती है।

डायमंड बैक मॉथ से होने वाले नुकसान (Damage Caused by Diamondback Moth)

  • डायमंड बैक मॉथ के लार्वा पत्तियों को खुरचकर खाते हैं, जिससे पत्तियों में छेद और धब्बे बन जाते हैं।
  • जब लार्वा बड़ी संख्या में होते हैं, तो वे पत्तियों को पूरी तरह नष्ट कर देते हैं, जिससे फसल की पैदावार में 50 से 80% तक कमी हो सकती है।
  • यह कीट गोभी के फूलों को भी नुकसान पहुंचाता है, जिससे फूलों की फसल पूरी तरह से नष्ट हो जाती है।
  • डायमंड बैक मॉथ के लार्वा पत्तियों के ऊपरी सतह को खाकर 'विंडोविंग' (धुंधला या छिद्रित क्षेत्र) बना देते हैं, जिससे फसल की गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
  • इसके पतंगे भूरे रंग के होते हैं, जिनके पंखों पर विशिष्ट धब्बे होते हैं, जो इसे हीरे जैसा बनाते हैं।
  • कीट की सुंडी पत्तियों में छेद कर उसे खाती है, जिससे पत्तियां केवल नसों के रूप में दिखने लगती हैं।

डायमंड बैक मॉथ कीट के नियंत्रण के उपाय (Control Measures for Diamondback Moth)

  • डायमंड बैक मॉथ के अंडे से संक्रमण से बचने के लिए अंकुरों को संरक्षित स्थानों में उगाएं जहां कीट का हमला न हो।
  • फसल क्षेत्रों में खरपतवार का नियंत्रण करें, क्योंकि ये कीटों के लिए आश्रय स्थल प्रदान करते हैं। खरपतवार रहित क्षेत्रों में बुवाई करने से कीटों के प्रकोप को कम किया जा सकता है।
  • फसल चक्र (Crop Rotation) अपनाकर डायमंड बैक मॉथ के संक्रमण को कम किया जा सकता है। यह कीट लगातार एक ही प्रकार की फसल पर हमला करते हैं, इसलिए फसल चक्र के द्वारा इनकी संख्या को नियंत्रित किया जा सकता है।
  • अंतर फसल (Intercropping) और ट्रैप फसल (Trap Cropping) का उपयोग डायमंड बैक मॉथ के नियंत्रण में मदद करता है। मिर्च के पौधों को पत्ता गोभी के साथ बोने से डायमंड बैक मॉथ पर नियंत्रण पाया जा सकता है। इसके अलावा, सरसों और राई जैसी ट्रैप फसलों का उपयोग भी प्रभावी होता है, क्योंकि ये कीटों को आकर्षित करती हैं और उन्हें मुख्य फसल से दूर करती हैं।
  • फेरोमोन ट्रैप (Pheromone Traps) डायमंड बैक मॉथ को आकर्षित करते हैं और उनकी संख्या में कमी लाते हैं। इसके लिए प्रति एकड़ खेत में 4 से 6 लगाएं ट्रैप लगाएं।
  • फसल पर अधिक प्रभाव होने पर, 12 से 15 पीला स्टिकी ट्रैप (Yellow Sticky Traps) प्रति एकड़ खेत में छिड़काव करें। ये ट्रैप कीटों को आकर्षित करके उन्हें फंसा लेते हैं।
  • ईमामेक्टिन बेंजोएट 5% एसजी (ई.एम-1,ईलिगो) 100 मि.ली को 1 एकड़ खेत में 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। यह कीटनाशक कीटों के प्रकोप के बढ़ने पर तुरंत प्रभावी कार्रवाई के लिए उपयोग करें।
  • क्लोरेंट्रानिलिप्रोल 18.5% एससी (कोराजन, अटैक) 60 मि.ली को 1 एकड़ खेत में 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। इसका उपयोग तब करें जब पत्तियों और फूलों पर कीटों का प्रभाव स्पष्ट हो।
  • साइपरमेथ्रिन 10% ईसी (शूटर-10) दवा को 250 मिली साइपरमेथ्रिन को 150-200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। इस कीटनाशक का प्रयोग तब करें जब कीटों का प्रकोप बढ़कर पत्तियों पर दिखाई दे।
  • टोल्फेनपाइराड 15% ईसी (कीफन) 1.5-2 मिली दवा को 1 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। यह विशेष रूप से चूसने, चबाने और काटने वाले कीटों पर प्रभावी होता है।
  • डायफेंथियुरोन 40% w/w + स्पिनेटोरम 5% w/w SC (अदामा ट्रासिड): यह कीटनाशक लहसुन के पौधों पर कीटों के नियंत्रण के लिए प्रभावी है। बुवाई के 20-30 दिन बाद, प्रति एकड़ 250 मिली दवा को 200-250 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। यह कीटों से लहसुन की सुरक्षा करता है और उत्पादकता बढ़ती है।
  • क्लोरफेनेपायर 10% एससी (बीएएसएफ इंट्रेपिड): यह कीटनाशक पत्तियों के नीचे खाने वाले कीटों को नियंत्रित करता है। बुआई के 30 दिन बाद, प्रति एकड़ 250-300 मिली दवा को 200 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। यह कीटों को नष्ट कर लहसुन की फसल को सुरक्षित रखता है।
  • फ्लक्सामेटामाइड 10% डब्ल्यू/डब्ल्यू ईसी (एग्रोवेट ग्रेसिया): यह कीटनाशक सभी प्रकार के कीटों को नियंत्रित करता है। बुवाई के 25-30 दिन बाद, प्रति एकड़ 160 मिली दवा को 200 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। यह कीटों को नष्ट करता है और लहसुन की उत्पादकता बढ़ती है।

क्या आप पत्ता गोभी में डायमंड बैक मॉथ कीट से परेशान हैं? अपने अनुभव और सवाल हमें कमेंट में बताएं! इसी तरह की और उपयोगी जानकारी के लिए 'किसान डॉक्टर' चैनल को फॉलो करें। अगर यह पोस्ट आपके लिए मददगार रही हो, तो लाइक करें और अपने किसान दोस्तों के साथ शेयर करें, ताकि वे भी इस जानकारी का लाभ उठा सकें!

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | Frequently Asked Questions (FAQs)

Q: पत्ता गोभी कब लगाई जाती है?

A: अगर आप पत्ता गोभी की खेती करना चाहते हैं तो जुलाई-अगस्त और सितंबर-अक्टूबर के महीने में इसकी खेती की जाती है और जुलाई से अगस्त का समय अगेती फूल गोभी लगाने के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है।

Q: पत्ता गोभी की पौध कितने दिन में तैयार होती है?

A: पत्ता गोभी की फसल 40-45 दिन में तैयार हो जाती है।

Q: पत्ता गोभी में कौन सा रोग होता है?

A: पत्ता गोभी की फसल में रोग मौसम और किस्मों के अनुसार लगते हैं जैसे- अगर अगेती गोभी की फसल लगाई है तो उसमें अल्टरनेरिया पत्ती धब्बा और काला सड़न रोग ज्यादातर लगता है। इसके अलावा अगर मध्य-अगेती और मध्य-पछेती समूह की किस्म लगाई है तो उसमें मृदुल आसिता और काला सड़न रोग मुख्य रूप से लगता है। मध्य समूह की पत्तागोभी में मृदुल आसिता रोग की समस्या ज्यादा होती है।



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