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25 Sep
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मौसंबी में खाद प्रबंधन (Manure Management in Mosambi)


मौसंबी की खेती भारत के विभिन्न क्षेत्रों में की जाती है, और यह एक महत्वपूर्ण फल की फसल है। मौसंबी में उच्च मात्रा में विटामिन सी और अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो मौसंबी को स्वास्थ्य के लिए लाभदायक बनाते हैं। मौसंबी की बेहतरीन खेती के लिए उर्वरक प्रबंधन अत्यंत महत्वपूर्ण है, जो न केवल पौधों की वृद्धि को बढ़ावा देता है, बल्कि फलन और गुणवत्ता में भी सुधार करता है। इस लेख में मौसंबी के खाद प्रबंधन के बारे में संपूर्ण जानकारी देंगे।

मौसंबी के पौधों की उम्र के अनुसार खाद एवं उर्वरक प्रबंधन (Manure and fertilizer management as per the age of Mosambi plants)

एक साल के पौधे (One-year plants):

  • एक साल के पौधों की प्रारंभिक वृद्धि के लिए जनवरी में खाद और उर्वरक का पहला डोज़ दिया जाता है।
  • इस समय प्रति पौधा 10 किलोग्राम गोबर की खाद दी जाती है, जो मिट्टी की संरचना को सुधारता है और पोषण स्तर को बढ़ाती है। इसके अलावा, प्रति पौधा 440 ग्राम यूरिया , 220 ग्राम DAP (डाय-अमोनियम फॉस्फेट) , और 166 ग्राम MOP (म्यूरेट ऑफ पोटाश) दिया जाना चाहिए।
  • इनके इस्तेमाल से जड़ों और पत्तियों की वृद्धि बेहतर होती है, जिससे पौधे तेजी से बढ़ते हैं और स्वस्थ रहते हैं। यूरिया पौधों की हरी वृद्धि के लिए आवश्यक होता है, जबकि DAP और MOP क्रमश फास्फोरस और पोटाश की कमी को पूरा करते हैं, जो जड़ और पत्तियों के विकास में खास भूमिका निभाते हैं।

दो साल के पौधे (Two-year plants):

  • दूसरे वर्ष में, पौधों को जुलाई में उर्वरक प्रदान किया जाता है। इस समय प्रति पौधा 15 किलोग्राम गोबर की खाद , 550 ग्राम यूरिया , 250 ग्राम DAP , और 200 ग्राम MOP का उपयोग किया जाता है।
  • यूरिया नाइट्रोजन की आपूर्ति करता है, जिससे पौधे की हरी पत्तियों की वृद्धि में मदद मिलती है, जबकि DAP जड़ों के विकास को बढ़ावा मिलता है।
  • MOP पोटाश की पूर्ति करके पौधों के समग्र स्वास्थ्य को सुधारता है, जिससे तने और शाखाएं मजबूत होती हैं और पौधे तेजी से बढ़ते हैं।

तीन साल के पौधे (Three-year-old plants):

  • तीन साल के पौधे विकास के जरूरी चरण में होते हैं और उन्हें अधिक उर्वरक की आवश्यकता होती है।
  • नवंबर महीने में प्रति पौधा गोबर की खाद 20 किलोग्राम, 650 ग्राम यूरिया , 300 ग्राम DAP , और 250 ग्राम MOP दिया जाता है।
  • यूरिया नाइट्रोजन प्रदान करके पत्तियों की हरी वृद्धि को तेज करता है, जबकि DAP जड़ों के विकास में सहायक होता है।
  • MOP से मिलने वाला पोटाश पौधों में फूल और फलों के उत्पादन में मदद करता है। इस उर्वरक संयोजन से पौधों में उत्पादन क्षमता बढ़ती है और उनका विकास बेहतर होता है।

छः  साल या उससे अधिक वर्ष के पौधे (Plants of four years or more):

  • चार साल या उससे अधिक उम्र के पौधे तैयार हो जाते हैं और नियमित रूप से फल देने लगते हैं। इस समय पौधों को अधिक पोषण की आवश्यकता होती है ताकि उनके फलों की गुणवत्ता और उत्पादन में सुधार हो सके।
  • इस उम्र के पौधों के लिए प्रति पौधा गोबर की खाद 30 किलोग्राम, 1300 ग्राम यूरिया , 450 ग्राम DAP , और 500 ग्राम MOP खाद का उपयोग करना चाहिए।
  • यूरिया खाद में नाइट्रोजन होता है, जिससे पौधा हरा भरा होता है, DAP जड़ों और फूलों के विकास में मदद करता है और MOP से पौधे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और फल की गुणवत्ता में सुधार होता है, जिससे उपज अधिक होती है।

मौसंबी में खाद डालते समय ध्यान रखने योग्य बातें (Things to keep in mind while applying fertilizer to Mosambi)

  • उर्वरक के प्रकार का चयन: हमेशा ऐसे उर्वरक का चयन करें जो विशेष रूप से मौसंबी के लिए उपयुक्त हो। NPK (नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम) संतुलन का ध्यान रखें।
  • समय का ध्यान रखें: उर्वरक डालने का सबसे अच्छा समय मौसंबी वर्षा के बाद या पौधों की वृद्धि के सक्रिय चरण में होता है।
  • मात्रा का सही उपयोग: मिट्टी परीक्षण के अनुसार उर्वरक की सही मात्रा का उपयोग करें। अधिक मात्रा पौधे के लिए हानिकारक हो सकती है।
  • सुरक्षा उपाय: उर्वरक डालते समय हाथों, आंखों और मुंह की सुरक्षा का ध्यान रखें। दास्तानों (gloves) का उपयोग करें।
  • संपर्क से बचें: जब भी उर्वरक का उपयोग करें, सुनिश्चित करें कि यह मिट्टी में अच्छी तरह मिल जाए और संपर्क से बचें।

क्या मौसंबी की खेती करते हैं? अगर हाँ तो मौसंबी में क्या-क्या खाद एवं उर्वरक देते हैं? अपने अनुभव साझा करें और हमें बताएं कि आपने किस तरह से मौसंबी की खेती की है। इसी तरह की रोचक और महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए 'कृषि ज्ञान' चैनल को फॉलो करें। यदि आपको यह पोस्ट पसंद आई हो, तो इसे लाइक करें और अपने किसान दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें!

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | Frequently Asked Questions (FAQs)

Q: मौसंबी का पौधा कितने दिन में फल देता है?

A: मौसंबी का पौधा रोपाई के लगभग 3 साल बाद फल देना शुरू करता है, लेकिन इसका पूर्ण व्यावसायिक उत्पादन 5 साल के बाद मिलता है। इस समय तक पौधा पूरी तरह विकसित हो जाता है और अच्छे गुणवत्ता वाले फल देता है।

Q: मौसंबी में कौन-से विटामिन होते हैं?

A: मौसंबी में मुख्य रूप से विटामिन C होता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और शरीर को संक्रमण से बचाने में मदद करता है। इसके अलावा, इसमें विटामिन A और विटामिन B भी पाए जाते हैं, जो आंखों और त्वचा के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं।

Q: मौसंबी किस सीजन में आती है?

A: मौसंबी की खेती मुख्यतः सितंबर से अक्टूबर के बीच की जाती है, जो खरीफ सीजन का हिस्सा है। इस मौसम में पौधे की वृद्धि तेज होती है और सही समय पर खेती करने से बेहतर उपज मिलती है।

Q: मौसंबी में फूल कब आते हैं?

A: मौसंबी के पौधों में फूल आमतौर पर फरवरी में आते हैं। यह फूल बाद में फल बनने की प्रक्रिया को शुरू करते हैं, जिससे कुछ महीनों बाद फसल तैयार होती है।

Q: मौसंबी की खेती कहां होती है

A: मौसंबी की खेती मुख्य रूप से महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, और पंजाब जैसे राज्यों में की जाती है। यह फसल गर्म और शुष्क जलवायु में बेहतर होती है, इसलिए भारत के उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में इसका उत्पादन अधिक होता है। खासकर महाराष्ट्र का नागपुर क्षेत्र मौसम्बी के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है।



















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