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किसान समाचार
4 Jan
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गिरते तापमान के कारण मटर में इन रोगों का हो सकता है अटैक, जानिए कैसे बचाएं फसल

घने कोहरे एवं तापमान कम होने पर मटर की फसल में मृदुरोमिल आसिता रोग लगने का खतरा बढ़ जाता है। मृदुरोमिल आसिता रोग के लक्षणों के बारे में बताया जाता है कि इस रोग के लगते ही फसल की पत्तियां किनारों से भूरी हो जाती हैं और सूखने लगती हैं। जिससे पैदावार कम होने की आशंका होती है। इस रोग से बचाव के लिए मैंकोजेब  (डाइथेन एम-45 ) दवा का ढाई ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर छिड़काव करें। इस समय मटर में रूट रॉट रोग यानी कि आर्द्र गलन रोग भी फैलता है। इस पर नियंत्रण के लिए ट्राइकोडर्मा की 10 ग्राम मात्रा को प्रति लीटर पानी में घोल कर प्रयोग करें।

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