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7 May
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धान की अधिक पैदावार देने वाली उन्नत किस्में (High yielding improved varieties of paddy)


भारत में, धान की कई उन्नत और उच्च उपज देने वाली किस्में हैं जिन्हें विभिन्न कृषि अनुसंधान संस्थानों द्वारा विकसित किया गया है। धान की खेती भारत में मुख्य रूप से की जाती है। धान मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु, बिहार और छत्तीसगढ़ में उगाया जाता है।

धान की अच्छी पैदावार देने वाली उन्नत किस्में (Improved varieties of paddy giving good yield)

  • पूसा बासमती 1121: यह बासमती चावल की एक लोकप्रिय किस्म है जो अपने लंबे अनाज, सुगंध और स्वाद के लिए जानी जाती है। यह एक उच्च उपज देने वाली किस्म है जो प्रति हेक्टेयर 5-6 टन तक उत्पादन कर सकती है।
  • आईआर 64: यह धान की एक गैर-बासमती किस्म है जो अपनी उच्च उपज और अच्छी गुणवत्ता के लिए जानी जाती है। 20-25 क्विंटल प्रति एकड़ पैदावार। उत्पादन कर सकता है। यह किस्म 125-130 दिन में तैयार हो जाती है।
  • एमटीयू 1010: यह धान की एक अर्ध-बौनी किस्म है जो अपनी उच्च उपज और अच्छी गुणवत्ता के लिए जानी जाती है। यह प्रति हेक्टेयर 6-7 टन तक उत्पादन कर सकता है।
  • स्वर्ण: यह धान की एक लोकप्रिय किस्म है जो अपनी उच्च उपज और अच्छी गुणवत्ता के लिए जानी जाती है। यह प्रति हेक्टेयर 5-6 टन तक उत्पादन कर सकता है।
  • पूसा -1460: यह बासमती धान की उन्नत किस्म है जो लगभग 130-135 दिन में तैयार हो जाती है।  इस किस्म से 25-30 क्विंटल प्रति एकड़ पैदावार होती है। यह किस्म मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, उड़ीसा, आंध्रप्रदेश, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और जम्मू कश्मीर के लिए अच्छी होती है।
  • पूसा सुगंध 3: यह सुगंधित बासमती धान है जो 130-135 दिन में तैयार होती है इसकी पैदावार लगभग 30-35 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।  यह किस्म पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और जम्मू कश्मीर के लिए अनुकूल है।
  • जया धान: यह किस्म कई रोगों के लिए प्रतिरोधी है जैसे - बीएबी, एसबी, आरटीबी और ब्लास्ट रोग। इस किस्म को तैयार होने में लगभग 120-130 दिन लगते यहीं। यह भारत के सभी राज्यों में लोकप्रिय।
  • देहात डीपीएस समृद्धि: यह किस्म लगभग 120 से 125 दिन में पक जाती है इसके दानें लम्बे होते हैं।  साथ ही यह किस्म कीट और रोगों के प्रति मध्यम सहनशील है।  समृद्धि किस्म मध्यम तनाव के प्रति मध्यम सहनशील है और अच्छी गुणवत्ता से भरपूर है।  इसके पौधे की ऊँचाई 110-120 सेमी होती है साथ ही दानें की लम्बाई 10-12 इंच होती है।  इसकी बिजाई के लिए बीज की मात्रा 6 किलो प्रति एकड़ है।
  • देहात डीपीएस विराट: यह 120-125 दिन में तैयार होती है और इसके दानें लम्बे और पतले होते हैं।  यह किस्म  बीएलबी (बैक्टीरियल लीफ ब्लाइट) और ब्लास्ट रोग के लिए प्रतिरोधी किस्म है।  इसके पौधों की ऊंचाई 85-90 सेमी होती है और इसको बुवाई के लिए प्रति एकड़ के हिसाब से 6 किलो बीज की आवश्यकता होती है।
  • देहात डीपीएस डबल गोल्ड: यह किस्म बैक्टीरियल लीफ ब्लाइट (बीएलबी) के लिए प्रतिरोधी है।  और यह लोकप्रिय किस्मों की तुलना में लगभग 25-30%ज्यादा उपज देती है।  और यह 135-140 दिन में पककर तैयार होती है।
  • यह धान की सीधी बिजाई (डीएसआर) के लिए उपयुक्त किस्म है और इसका बीज दर डीएसआर के लिए 10 किलो प्रति एकड़, और अन्य में 6 किलो प्रति एकड़ है।
  • देहात DPS डारा : यह धान की मध्यम अवधि यानि 130-135 दिन में पककर तैयार होनें वाली किस्म है।  यह कई प्रकार के कीट और रोग के प्रति मध्यम सहनशील होती है।  इसमें तनाव सहन करने की क्षमता होती हैं इसके पौधों की उचाई लगभग 110-120 सेमी होती है और बीज की मात्रा प्रति एकड़ के हिसाब से 10-12 किलो होती है।
  • देहात BB-11: धान की यह किस्म 130-135 दिन में तैयार हो जाती है।  इसके पौधे की ऊँचाई 103-105 सेमी होती है और इसके दानें मध्यम गोलाई में होते हैं इसके साथ ही इस किस्म में रोगों के प्रति सहनशीलता भी होती हैं इसका बीज दर 20-25 किलो / एकड़ होता है।
  • देहात BPT-5204 ओपी धान : यह किस्म लगभग 140-145 दिन में पाक कर तैयार होती है या लम्बी अवधि वाली किस्म है, इसके पौधे की ऊँचाई 90-93 सेमी होती है।  इसके पौधे ब्लास्ट रोग के प्रति प्रतिरोधी होते हैं।  इसके दानें छोटे होते हैं।  इसके बीज प्रति एकड़ 20-25 किलो लगते हैं।
  • देहात डीपीएस-सरताज : यह धान के ब्लास्ट रोग के प्रति मध्यम सहनशीलता रखती हैं और इसके दानें लम्बे और जल्दी पकनें वाले होते हैं।  इसकी बीज दर 8 किलोग्राम प्रति एकड़ है।
  • देहात डीपीएस-धन्नो : यह हाइब्रिड धान का बीज है जो जल्दी पक कर तैयार होता हैं, लगभग इससे 120-125 दिन का समय लगता है इसके दानें बहुत लंबे पतले और अनाज सुगंध से भरा हुआ होता हैं।  साथ ही अत्यधिक लंबे फूलों वाले, अच्छे स्पाइकलेट फर्टिलिटी के साथ इसके पौधें मजबूत होते हैं। इसके बीज प्रति एकड़ 6 किलो लगता है।
  • देहात डीपीएस-4567 : यह भी एक हाइब्रिड धान है जो लगभग 115-120 दिन में पाक कर तैयार हो जाती है। इसमें बैक्टीरियल लीफ ब्लाइट के प्रति सहनशीलता होती है। साथ ही अधिक उत्पादन और गुणवत्ता वाले दानें मिलते हैं। साथ ही फॉल्स स्मट के प्रति भी सहनशील है। अगर आप डीएसआर द्वारा खेती करते हैं तो इसका बीजदर 10 किलो / एकड़ होता है और दानें बोल्ड और चमकदार होते हैं। सामान्य विधि से बिजाई करने पर 6 किलो / एकड़ बीज की आवश्यकता होती है।
  • देहात पीबी- 1718: यह किस्म लगभग 125-150 दिन में पककर तैयार हो जाती है, और इसकी उंचाई 112-115 सेमी होती है साथ ही इसके दानें सुगन्धित और लंबे पतले होते हैं।  यह किस्म बैक्टीरियल ब्लाइट और ब्लास्ट रोगों के प्रति प्रतिरोधी है।  पकनें में भी काफी अच्छी होती है। इसका बीजदर 8-10 किलो प्रति एकड़ होता है।
  • देहात पीबी-1121: यह किस्म 135-140 दिन में तैयार होती है और इसकी ऊंचाई 100-110 सेमी तक होती है।  इसके पतले लम्बे दानें बहुत ही सुगंधित होते हैं। अच्छी उपज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली किस्म है इसको प्रति एकड़ 8-10 किलो बीज लगता है।
  • देहात पीबी-1509: यह किस्म 115-120 दिन में परिपक्व हो जाती है, इसके पौधों की लम्बाई 95-100 सेमी होती है साथ ही इसके दानें भी बहुत ही सुगंधित और लंबे पतलेहोते हैं।  यह किस्म ब्लास्ट रोग के प्रति सहनशील है।  इसका बीज प्रति एकड़ 8-10 किलो लगता है।
  • देहात एमटीयू-1001: यह मध्यम अवधि वाली किस्म है इसके बीज लगभग 135-140 दिन में तैयार होते हैं और इनकी ऊंचाई 105-108 सेमी होती है।  इसके दानें मध्य लंबे होते हैं और इसको प्रति एकड़ 20-25 किलो बुवाई के लिए इस्तेमाल करें।
  • देहात महामाया: इस किस्म की अवधि 125-128 दिन है, और इसकी ऊंचाई 100-105 सेमी तक होती है साथ ही इसके दानों की लम्बाई 20-22 सेमी होती है। इसको प्रति एकड़ 20-25 किलो बिजाई के लिए इस्तेमाल करें।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | Frequently Asked Question (FAQs)

Q: धान का बीज एक एकड़ में कितना लगता है?

A: धान की बुआई के लिए एक एकड़ खेत में डी.एस.आर विधि द्वारा 25-30 किलो बीजों की जरूरत प्रति एकड़ होती है, और अगर आप सामान्य विधि से बुवाई करते हैं तो 6-10 किलो बीज प्रति एकड़ लगता है।

Q: धान के पौध की रोपाई कितनी दूरी पर करनी चाहिए?

A: धान रोपाई के लिए पंक्तियों से पंक्तियों की दूरी 20 सेंटीमीटर और पौधे से पौधे की दूरी 10 से टीमीटर तथा एक स्थान पर 2 से 3 पौधे लगाना चाहिए।

Q: 1 एकड़ में कितना धान उत्पादन होता है?

A: एक एकड़ में उत्पादित धान की मात्रा कई कारकों के आधार पर भिन्न हो सकती है जैसे कि धान की विविधता, मिट्टी की उर्वरता, जलवायु, सिंचाई और खेती के तरीके। औसतन, भारत में, प्रति एकड़ धान की उपज 1,500 से 2,500 किलोग्राम तक होती है। हालांकि, अच्छी कृषि पद्धतियों और उचित प्रबंधन के साथ, उपज को 4,000 किलोग्राम प्रति एकड़ तक बढ़ाया जा सकता है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि उपज एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र और मौसम से मौसम में काफी भिन्न हो सकती है।

Q: सबसे सुगंधित धान कौन सा है?

A: सबसे सुगंधित धान की किस्म बासमती चावल है। बासमती चावल एक लंबे दाने वाला चावल है जो अपनी विशिष्ट सुगंध और स्वाद के लिए जाना जाता है। यह मुख्य रूप से भारतीय उपमहाद्वीप में उगाया जाता है, विशेष रूप से भारत और पाकिस्तान के उत्तरी क्षेत्रों में। "बासमती" शब्द का अर्थ हिंदी में "सुगंधित" है, और चावल अपने पौष्टिक, फूलों की सुगंध और नाजुक स्वाद के लिए जाना जाता है। बासमती चावल का उपयोग बिरयानी, पिलाफ और करी सहित विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में किया जाता है। भारत में, बासमती चावल की कुछ लोकप्रिय किस्में पूसा बासमती 1121, पारंपरिक बासमती और पूसा बासमती 1509 हैं।






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