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13 May
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कृषि रसायनों पर लगे लेबल का महत्व (Importance of labels on agrochemicals)


कृषि रसायन एक प्रकार के रासायनिक यौगिक हैं जिनका उपयोग कृषि में फसलों की पैदावार और सुरक्षा को बढ़ाने के लिए किया जाता है। इनमें मुख्य रूप से कीटनाशक, उर्वरक, फफूंदनाशक, शाकनाशी और जैव उर्वरक शामिल हैं। फसलों में मुख्य रूप से कीट और रोगो की समस्या बनी रहती है जिसके नियंत्रण के लिए एग्रोकेमिकल्स का प्रयोग किया जाता है। पर कभी आपनें ध्यान दिया है की दवाईयों में एक लेबल लगा होता है जिससे हम दवाओं की विषाक्तता कहते हैं आज हम इस लेख में इसके बारे में जानेंगे। कृषि रसायनों के बोतल पर जो लाल, पीले, नीले, हरे, नारंगी रंग के लेवल लगे होते हैं उनका क्या कारण है। साथ ही दवाइयों के छिड़काव के समय क्या सावधानियां रखनी चाहिए।

कृषि रसायनों पर लगे लेबल का महत्त्व (Importance of labels on agricultural chemicals)

कृषि रसायनों पर रंग और उनका अर्थ: कृषि रसायनों पर रंगों का इस्तेमाल उनकी विषाक्तता दर्शाने के लिए किया जाता है। यह एक आसान और त्वरित तरीका है जिससे किसान रसायन की खतरनाकता का अंदाजा लगा सकते हैं और सुरक्षित तरीके से इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। रंग-कोडिंग प्रणाली महत्वपूर्ण है क्योंकि यह किसनों को उत्पाद से जुड़े जोखिम के स्तर की पहचान करने और इसे संभालने और लागू करते समय उचित सावधानी बरतने में मदद करती है।

कृषि रसायनों के पीछे लगे रंग का अर्थ (Meaning of the colors behind agrochemicals) :

  • लाल (अत्यधिक जहरीला): यह रंग सबसे खतरनाक रसायनों को दर्शाता है। इन रसायनों का उपयोग करते समय अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए।
  • पीला (मध्यम रूप से विषाक्त): ये रसायन लाल रंग वाले रसायनों की तुलना में कम खतरनाक होते हैं, लेकिन फिर भी इनका उपयोग करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
  • नीला (थोड़ा जहरीला): ये रसायन अपेक्षाकृत कम खतरनाक होते हैं, लेकिन फिर भी इनका उपयोग करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
  • हरा (व्यावहारिक रूप से गैर विषैले): ये रसायन सबसे कम खतरनाक होते हैं, लेकिन फिर भी इनका उपयोग करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
  • नारंगी: यह रंग विशेष रूप से घरेलू उद्देश्यों के लिए उपयोग किए जाने वाले रसायनों को दर्शाता है।

कृषि रसायनों की खरीद और भंडारण:

  • हमेशा प्रतिष्ठित और ब्रांडेड कंपनियों द्वारा निर्मित कृषि रसायनों को आवश्यक मात्रा में ही खरीदें।
  • उचित/अनुमोदित लेबल के बिना कृषि रसायन न खरीदें।
  • लीक, ढीले, सील खुले हुए कंटेनर/डिब्बे/या पफटे बैग न खरीदें।
  • कृषि रसायनों की खरीद के बाद पक्का बिल अनिवार्य रूप से प्राप्त कर लें और बिल को संबंधित कृषि रसायनों के परिणाम प्राप्त होने तक सुरक्षित रखें।

भंडारण के समय रखी जानें वाली सावधानियाँ:

  • कृषि रसायनों को बच्चों और जानवरों से दूर, घर के आसपास के सुरक्षित स्थान पर संग्रहित करें।
  • सुनिश्चित करें कि संग्रहित कृषि रसायन न प्रत्यक्ष सूर्य किरणों, बारिश, पानी आदि के संपर्क में न हों।
  • कृषि रसायनों के कंटेनर/डिब्बे/बैग में हमेशा अपने मूल कंटेनर में ही रखें और किसी भी स्थिति में उन्हें अन्य कंटेनर में स्थानांतरित न करें।  हर्बिसाइड/पेस्टिसाइड्स को कीटनाशक, फफूंदनाशक, जीवाणु नाशक आदि के साथ संग्रहित न करें।

कृषि रसायनों का प्रयोग करते समय ध्यान रखने योग्य बातें:

  • कृषि रसायन किसी भी स्थिति में खाद्य सामग्री के साथ तथा सिर, कंधे या पीठ पर न ले जायें।
  • कृषि रसायनों के कंटेनर/डिब्बे/बैग या अन्य पैकिंग खोलने के पूर्व अपने हाथ, नाक, कान, आंखें तथा मुंह को जाग दस्ताने, मुखौटा, रूमाल, कपड़े का मास्क, टोपी, सुरक्षा चश्मा आदि से ढकें। हमेशा पूरे कपड़े पहनें ताकि पूरा शरीर ढका रहे।
  • कृषि रसायनों के कंटेनर/डिब्बे/बैग या अन्य पैकिंग खोलते समय ध्यान रखें कि रसायन या पाउडर का संपर्क शरीर के किसी भी हिस्से के साथ न हो तथा खुले हुए कृषि रसायनों की गंध न लें।
  • कृषि रसायनों का घोल बनाने के पूर्व कंटेनर पर दी गयी जानकारी ध्यान से पढ़ें और आवश्यकतानुसार घोल तैयार करें। छिड़काव के लिए हमेशा अनुशंसित मात्रा एवं साद्रंता का ही घोल बनायें। घोल बनाने के लिए स्वच्छ पानी का उपयोग करें।
  • कृषि रसायनों के प्रयोग के लिए सही उपकरणों का चयन करें तथा उनकी साफ-सफाई सुनिश्चित कर लें। टपकते और दोषपूर्ण उपकरण का उपयोग न करें। उपकरण की साफ-सफाई तथा सुधार के लिए दांतों का इस्तेमाल, मुंह द्वारा हवा फूंकना, आंखों द्वारा निकट निरीक्षण आदि क्रियाएं करने से बचें।
  • विपरीत हवामान की स्थिति जैसे-गर्म धूप, तेज हवा, बारिश से ठीक पहले, बारिश के तुरंत बाद और हवा की विरु( दिशा में कृषि रसायनों का छिड़काव न करें।
  • कृषि रसायनों के छिड़काव के तुरंत बाद खेतों में पशुओं और श्रमिकों का प्रवेश प्रतिबंधित करें। कृषि रसायनों के प्रयोग के दौरान अन्न, पानी, फल, धूम्रपान, तम्बाखू, पान, गुटखा, दवाई आदि का सेवन न करें।

क्या आप कृषि रसायनों पर लगे हुए लेबल देखते हैं? अपना जवाब एवं अनुभव हमें कमेंट करके बताएं। इसी तरह की अन्य रोचक एवं महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए ' कृषि ज्ञान ' चैनल को अभी फॉलो करें। और अगर पोस्ट पसंद आयी तो इसे लाइक करके अपने किसान दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | Frequently Asked Question (FAQs)

Q: कृषि रसायन कितने प्रकार के होते हैं?

A: एग्रोकेमिकल्स रासायनिक पदार्थ हैं जिसका उपयोग फसल उत्पादकता बढ़ाने और फसलों को कीटों, बीमारियों और खरपतवारों से बचाने के लिए करते हैं। यह कई प्रकार के होते हैं जैसे : उर्वरक, कीटनाशक, शाकनाशी, कवकनाशी और पादप वृद्धि नियामक इसके अलावा भी कई हैं।

Q: कीटनाशक लेबल के कितने भाग होते हैं?

A: कीटनाशक लेबल के प्रमुख चार भाग हैं जो की इस प्रकार हैं : पहला फ्रंट पैनल : लेबल के इस हिस्से में उत्पाद का नाम, ब्रांड नाम और कीटनाशक का प्रकार शामिल है। दूसरा बैक पैनल: लेबल के इस हिस्से में कीटनाशक के बारे में विस्तृत जानकारी शामिल है, जैसे सक्रिय तत्व, लक्ष्य कीट और आवेदन दरें। तीसरा साइड पैनल: लेबल के इस हिस्से में कीटनाशक के निर्माता, वितरक और पंजीकरण संख्या के बारे में जानकारी शामिल है। आखिरी में पूरक लेबलिंग: लेबल के इस हिस्से में अतिरिक्त जानकारी शामिल है जो नियामक अधिकारियों या निर्माता द्वारा आवश्यक हो सकती है। इसमें प्रतिबंधित उपयोग, पर्यावरणीय खतरों, या हैंडलिंग और अनुप्रयोग के लिए विशेष सावधानियों के बारे में जानकारी शामिल हो सकती है।

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