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बरसात के मौसम में दवाओं के छिड़काव के समय रखें इन बातों का ध्यान ( Keep these things in mind while spraying medicines during the rainy season)
बरसात का मौसम खेती के लिए कितना लाभकारी हो सकता है, उतना ही नुकसानदायक भी हो सकता है। इस मौसम में नमी, पत्तियों पर पानी की बूँदें और मिट्टी में अधिक नमी के कारण फसलों में बीमारियों और कीटों का प्रकोप बढ़ सकता है। इसके कारण, बरसात के मौसम में फसलों की सुरक्षा के लिए दवाओं का छिड़काव बेहद आवश्यक हो जाता है। हालांकि, दवाओं का छिड़काव करते समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना अनिवार्य है ताकि फसलों को सही संरक्षण मिल सके और हम अपने प्रयासों को अधिक प्रभावी बना सकें।
दवाई छिड़कते समय ध्यान रखने योग्य बातें (Things to keep in mind while spraying medicine)
- आवश्यकता (Necessity) : बरसात के मौसम में कीट और रोग फसलों पर तेजी से हमला करते हैं। नमी की अधिकता और तापमान के उतार-चढ़ाव के कारण कीट और रोगाणु तेजी से बढ़ते हैं। इसलिए, दवाओं का छिड़काव इस मौसम में अत्यंत आवश्यक हो जाता है। यदि समय पर दवाओं का छिड़काव नहीं किया जाए, तो फसल की उत्पादकता और गुणवत्ता पर बुरा असर पड़ सकता है। यह भी ध्यान रखें कि हर फसल की विशेष समस्याएं होती हैं, इसलिए उनके अनुसार ही दवाओं का चयन और उपयोग करना चाहिए।
- रसायनों की संगतता (Compatibility of Chemicals) : दवाओं के छिड़काव के दौरान रसायनों की संगत पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है। विभिन्न प्रकार की दवाओं का मिश्रण करते समय यह सुनिश्चित करें कि वे एक-दूसरे के साथ संगत हों। यदि रसायन एक-दूसरे के साथ प्रतिक्रिया करते हैं, तो यह फसल के लिए हानिकारक हो सकता है और फसल को कोई लाभ नहीं मिलेगा। इसके अलावा, गलत मिश्रण से स्प्रे उपकरण भी खराब हो सकते हैं। इसलिए, छिड़काव से पहले रसायनों की संगतता के बारे में जानकारी प्राप्त करना अनिवार्य है।
- स्वच्छ पानी का उपयोग (Clean Water Use) : दवाओं के छिड़काव के लिए हमेशा स्वच्छ पानी का उपयोग करना चाहिए। गंदे पानी के उपयोग से दवाओं का प्रभाव कम हो सकता है और फसल पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। गंदे पानी में मिट्टी, गंदगी और अन्य हानिकारक तत्व हो सकते हैं जो दवाओं के साथ मिलकर फसल को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा, स्वच्छ पानी से दवाओं का घोल अच्छे से बनता है और स्प्रे मशीन में कोई विरोध नहीं होता।
- वर्षा के समय के अनुसार छिड़काव (Spray According to Rainfall Time) : बरसात के मौसम में दवाओं का छिड़काव करते समय वर्षा के समय का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है। यदि छिड़काव के तुरंत बाद बारिश होती है, तो दवाओं का प्रभाव समाप्त हो सकता है और आपका सारा प्रयास व्यर्थ हो सकता है। इसलिए, मौसम के पूर्वानुमान का ध्यान रखते हुए छिड़काव करें। यदि संभव हो, तो बारिश से कुछ घंटे पहले छिड़काव करें ताकि दवाओं को पत्तियों पर सूखने और अवशोषित होने का समय मिल सके।
दवाओं के छिड़काव के अन्य महत्वपूर्ण पहलू (Other important aspects of drug spraying):
- सही उपकरण का चयन (Proper Equipment Selection) : दवाओं के छिड़काव के लिए सही उपकरण का चयन करना भी बहुत महत्वपूर्ण है। स्प्रे मशीन अच्छी गुणवत्ता की होनी चाहिए और उनका नियमित रूप से निरीक्षण और सफाई होनी चाहिए। सही नोजल का उपयोग करें जिससे दवा समान रूप से छिड़के और फसल के सभी भागों तक पहुंचे।
- सुरक्षित छिड़काव (Safe Spraying) : दवाओं के छिड़काव के समय व्यक्तिगत सुरक्षा का ध्यान रखना भी महत्वपूर्ण है। छिड़काव करते समय दस्ताने, मास्क, और सुरक्षात्मक कपड़े पहनें ताकि रसायनों का सीधा संपर्क आपकी त्वचा और श्वसन तंत्र से न हो। छिड़काव के बाद अच्छे से स्नान करें और इस्तेमाल किए गए कपड़े धो लें।
- सही मात्रा का उपयोग (Correct Dosage) : दवाओं का सही मात्रा में उपयोग बहुत महत्वपूर्ण है। अधिक मात्रा में दवाओं का उपयोग करने से फसल को नुकसान हो सकता है और पर्यावरण पर भी विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। हमेशा उत्पाद पर दिए गए निर्देशों का पालन करें और आवश्यकतानुसार ही दवाओं का उपयोग करें।
- फसल का निरीक्षण (Crop Monitoring) : दवाओं के छिड़काव के बाद नियमित रूप से फसल का निरीक्षण करें। इससे आपको यह पता चलेगा कि दवा का प्रभाव कितना हो रहा है और फसल में किसी नई समस्या का उदय तो नहीं हो रहा है। यदि किसी समस्या का संकेत मिलता है, तो तुरंत विशेषज्ञ से परामर्श लें और आवश्यकतानुसार कार्यवाही करें।
- समय-समय पर छिड़काव (Regular Spraying) : बरसात के मौसम में फसल को नियमित अंतराल पर दवाओं का छिड़काव आवश्यक हो सकता है। एक बार छिड़काव करने के बाद समस्या का समाधान हो भी सकता है और नहीं भी, इसलिए फसल की स्थिति के अनुसार छिड़काव को दोहराएं।
बरसात के मौसम में आप क्या-क्या सावधानी रखते हैं? अपना जवाब एवं अनुभव हमें कमेंट करके बताएं। इसी तरह की अन्य रोचक एवं महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए 'किसान डॉक्टर' चैनल को अभी फॉलो करें। और अगर पोस्ट पसंद आयी तो इसे लाइक करके अपने किसान दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | Frequently Asked Questions (FAQs)
Q: कीटनाशक का छिड़काव कितने बजे करें?
A: कीटनाशकों का छिड़काव करने का सबसे अच्छा समय सुबह या देर शाम का होता है जब तापमान ठंडा होता है और हवा शांत होती है। यह कीटनाशक के लक्षित क्षेत्र से दूर जाने के जोखिम को कम करने में मदद करता है और पौधों द्वारा अवशोषित किए जाने से पहले कीटनाशक के वाष्पीकरण को भी कम करता है।
Q: कीटनाशक का असर कितने दिन तक रहता है?
A: कीटनाशक के प्रभाव की अवधि विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है जैसे कि कीटनाशक का प्रकार, आवेदन की विधि, मौसम की स्थिति और लक्ष्य कीट। सामान्य तौर पर, कीटनाशक का प्रभाव कुछ घंटों से लेकर कई हफ्तों तक रह सकता है।
Q: कीटनाशकों का छिड़काव करते समय अपनी सुरक्षा कैसे करें?
A: कीटनाशकों का छिड़काव करते समय सावधानी रखना बहुत ही जरूरी है इसलिए दवाओं के छिड़काव के समय सुरक्षात्मक कपड़े पहने, श्वासयंत्र का इस्तेमाल करें, और आँखों में चश्मे पहनें, और हमेशा लेबल निर्देशों का पालन करें। छिड़काव के बाद हाथ और उजागर त्वचा साबुन और पानी से धो लें।
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