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3 July
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गोबर की ईंट से होगा लाखों का मुनाफा | Massive Earnings with Cow Dung Bricks

लगातार हो रहे जलवायु परिवर्तन एवं ग्लोबल वार्मिंग से राहत दिलाने के लिए आए दिन नए प्रयोग किए जा रहे हैं। इस कड़ी में गोबर से ईंट तैयार करना भी शामिल है। गोबर की ईंट से बनाए गए घर में मौसम का असर कम होता है। ऐसे घर ठंड के मौसम में गर्म और गर्मी के मौसम में ठंडे रहते हैं। इस तरह के घरों में कीटों का प्रकोप भी कम होता है। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार सामान्य ईंट से एक घर के निर्माण में करीब 20 हजार किलोग्राम कार्बन उत्सर्जित होता है। वहीं गोबर की ईंट का प्रयोग कर के आर्थिक लाभ प्राप्त करने के साथ कार्बन के उत्सर्जन को भी कम किया जा सकता है। आइए इस पोस्ट के माध्यम से हम गोबर से ईंट बनाने के फायदे एवं इसकी प्रक्रिया पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।

गोबर से ईंट तैयार करने के फायदे | Benefits of Making Bricks from Cow Dung

  • पर्यावरण के अनुकूल: गाय के गोबर की ईंटें पर्यावरण के अनुकूल होती हैं क्योंकि वे एक नवीकरणीय संसाधन से बनी होती हैं और उत्पादन के लिए किसी जीवाश्म ईंधन की आवश्यकता नहीं होती है।
  • कम लागत: गाय के गोबर की ईंटें कम लागत वाली होती हैं क्योंकि इनके निर्माण में किसी भी महंगे कच्चे माल की आवश्यकता नहीं होती है।
  • अच्छा इन्सुलेशन: गाय के गोबर की ईंटों में अच्छे इन्सुलेशन गुण होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे गर्मियों में इमारतों को ठंडा और सर्दियों में गर्म रखने में मदद कर सकते हैं।
  • अधिक टिकाऊ: कुछ विशेषज्ञों के अनुसार, गाय के गोबर में एंजाइम, प्रोटीन, डेड सेल, नाइट्रोजन, फाइबर जैसे तत्व पाए जाते हैं। ये तत्व मिट्टी में मिलने के बाद किसी प्लास्टिक के जोड़ की तरह काम करते हैं। गाय के गोबर के अंदर जो तत्व पाए जाते हैं वे ईंटों को ठोस और लंबे समय तक मजबूत रख सकते हैं और बिना खराब हुए लंबे समय तक चल सकते हैं।
  • कीट प्रतिरोधी: गाय के गोबर की ईंटें कीट प्रतिरोधी होती हैं। इस तरह की ईंटों से बनी इमारतों में कीटों के संक्रमण को रोकने में मदद मिलती है।

गोबर से ईंट तैयार करने के लिए आवश्यक सामग्री | Materials required to prepare bricks from cow dung

यहां दी गई सामग्री करीब 70 ईंटें तैयार करने के अनुसार बताई गई है।

  • तजा गोबर: 100 किलोग्राम
  • मिट्टी: 50 किलोग्राम
  • चूना: 6 किलोग्राम
  • पानी: (यदि आवश्यकता हो)
  • सांचा: इंच को आकार देने के लिए

नोट: यहां दी गई सामग्री कम वर्षा वाले क्षेत्र के लिए उपयुक्त है। अलग-अलग स्थानों के हिसाब से गोबर की ईंट बनाने में कुछ अन्य सामग्रियों को भी जोड़ा जा सकता है।

गोबर से ईंट तैयार करने की प्रक्रिया | Process of making bricks from cow dung

  • गाय के गोबर का संग्रह: पहला कदम गायों से ताजा गाय का गोबर इकट्ठा करना है। गोबर पुआल या घास जैसी किसी भी अन्य सामग्री से मुक्त होना चाहिए। इस बात का ध्यान रखें कि गोबर 24 घंटे से पुराना नहीं होना चाहिए।
  • सामग्री मिलाएं: ईंट तैयार करने के लिए 100 किलोग्राम गोबर में 50 किलोग्राम मिट्टी और 6 किलोग्राम चूना को अच्छी तरह मिलाएं और गूंथ लें।
  • ईंटों को आकार देना: गूंथे हुए गोबर को सांचे में डाल कर आकार दें।
  • सूखाना: ईंटों को आकार देने के बाद इन्हें करीब 15 दिनों तक धूप में सूखाएं। इस तरह ईंटें इस्तेमाल के लिए तैयार हो जाएंगी।

एक पशु के गोबर से कितनी ईंटें बनाई जा सकती हैं? | How many bricks can be made from the dung of one animal?

  • वार्षिक तौर पर एक बैल या गाय इतना गोबर देती हैं जिससे करीब 3 कमरों का घर बनाया जा सकता है।

गोबर से तैयार किए गए ईंटों का प्रयोग किन कार्यों में किया जाता है? | Uses of Cow Dung Bricks in Various Applications

  • गाय के गोबर से तैयार ईंटों का उपयोग आमतौर पर भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में ईंधन के रूप में किया जाता है।
  • गोबर से तैयार ईंटों का उपयोग पारंपरिक घरों में दीवारों और फर्श के निर्माण के लिए एक निर्माण सामग्री के रूप में भी किया जाता है। गाय के गोबर की ईंटें अपने इन्सुलेट गुणों के लिए जानी जाती हैं और गर्मियों में घरों को ठंडा और सर्दियों में गर्म रखने के लिए उपयोग की जाती हैं।
  • इसके अतिरिक्त, गोबर से तैयार ईंटों का उपयोग कृषि में उर्वरक के रूप में किया जाता है क्योंकि ये पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करते हैं।

क्या आप गोबर से ईंट बनाने की इस प्रक्रिया से अवगत थे? अपने जवाब एवं अनुभव हमें कमेंट के माध्यम से बताएं। इस तरह की अधिक जानकारियों के लिए आप 'देसी जुगाड़' चैनल को तुरंत फॉलो करें। इसके साथी ही इस पोस्ट को लाइक और अन्य किसानों एवं पशु पलकों के साथ शेयर करना न भूलें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | Frequently Asked Questions (FAQs)

Q: गोबर से पैसे कैसे कमाए?

A: गोबर से कई तरह की वस्तुएं तैयार की जाती हैं। गोबर के उपले, ईंट, जैविक खाद, बायोगैस, हस्तनिर्मित कागज एवं अगरबत्ती का उत्पादन कर के अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। इस तरह गोबर के द्वारा पशु पालक अतिरिक्त कमाई कर के अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं।

Q: गाय के गोबर की ईंट कैसे बनाते हैं?

A: गोबर से ईंट बनाने के लिए सबसे पहले ताजे गोबर को इकट्ठा करें। इसके बाद इसमें मिट्टी, चूना एवं आवश्यकता के अनुसार पानी मिला कर अच्छी तरह गूंथ कर मिश्रण तैयार करें। इस मिश्रण को ईंट के आकार के सांचों में आकार दें और करीब 15 दिनों तक धूप में सूखने दें। अच्छी तरह सूखाने के बाद आप ईंट का इस्तेमाल कर सकते हैं।

Q: गाय के गोबर से धूप कैसे बनाएं?

A: गाय के गोबर से धूप तैयार करने के लिए ताजा गाय का गोबर इकट्ठा करें और इसे धूप में तब तक सुखाएं जब तक कि यह सख्त न हो जाए। सूखे गोबर को पीस कर बारीक पाउडर बनाएं। गाय के गोबर के पाउडर को सुगंधित जड़ी-बूटियों और मसालों जैसे चंदन, दालचीनी और लौंग के साथ मिलाएं। इस मिश्रण को धूप बत्ती का आकार दे कर कुछ दिनों तक धूप में सूखने दें। सूखने के बाद आप इसका प्रयोग कर सकते हैं। गाय के गोबर की धूप भारत में धूप का एक पारंपरिक रूप है, और माना जाता है कि इसमें शुद्धिकरण के गुण होते हैं। यह आमतौर पर धार्मिक समारोहों में और ध्यान के लिए उपयोग किया जाता है।

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