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11 Feb
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आम, लीची और अमरूद के बाग में मार्च में आवश्यक देखभाल | Essential Care for Mango, Litchi, and Guava Orchards in March

मार्च का महीना फलों के बागों के लिए महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इस दौरान वृक्षों की वृद्धि, पौधों में फूल आना एवं फल बनने की प्रक्रिया सक्रिय होती है। आम, लीची और अमरूद के बागों में इस समय विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है जिससे अच्छी गुणवत्ता के फल प्राप्त किए जा सकें। इस पोस्ट में हम मार्च महीने में आम, लीची और अमरूद के बाग में किए जाने वाले आवश्यक कार्यों पर विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

मार्च महीने में आम, लीची और अमरूद के की बाग में करें यह कार्य | Essential Activities for Mango, Litchi, and Guava Orchards in March

  • खरपतवार प्रबंधन: बागों में पनपने वाले खरपतवार मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों को ग्रहण करने के साथ ही कई तरह के रोगों एवं कीटों के पनपने का कारण भी बनते हैं। इन पर नियंत्रण के लिए मार्च में बाग की साफ-सफाई करें और खरपतवार को नष्ट करें। पेड़ों की जड़ों को क्षतिग्रस्त होने से बचाने के लिए बाग में गहरी जुताई न करें। खरपतवारों की समस्या अधिक होने पर उचित मात्रा में खरपतवार नाशक दवाओं का प्रयोग कर सकते हैं।
  • पौधों का निरीक्षण: इस महीने में सबसे पहले आम, लीची और अमरूद के पौधों/वृक्षों का निरीक्षण करें। इस समय पेड़ के तने, शाखाओं और पत्तियों की अच्छी तरह जांच करें। इससे रोग एवं कीटों का पता आसानी से लगाया जा सकता है। किसी भी रोग एवं कीट का लक्षण नजर आने पर तुरंत उचित कीटनाशक या फफूंदनाशक दवाओं का प्रयोग करें।
  • पौधों की छंटाई: मार्च में छंटाई का कार्य वृक्षों की बेहतर वृद्धि और उत्पादन के लिए आवश्यक होता है। सूखी, रोगग्रस्त और अव्यवस्थित शाखाओं को काटकर हटा दें। आम और लीची में हल्की छंटाई करें, जबकि अमरूद में मध्यम छंटाई फायदेमंद रहती है। यह प्रक्रिया पौधों को सही आकार में रखने एवं फलों को नुकसान से बचाने में भी मदद कर सकती है। छंटाई के बाद कटे हुए स्थान पर बोर्डो पेस्ट या कॉपर ऑक्सीक्लोराइड का लेप लगाएं।
  • मल्चिंग का प्रयोग: लीची के पेड़ों के के चारों तरफ मल्चिंग करें। इससे मिट्टी में नमी बनी रहेगी और खरपतवारों की समस्या में भी कमी आएगी। मल्चिंग के लिए आप सूखी पत्तियों, पुआल या किसी अन्य कार्बनिक पदार्थ का उपयोग कर सकते हैं।
  • सिंचाई प्रबंधन: मार्च में तापमान बढ़ने लगता है, जिससे वृक्षों को पर्याप्त नमी की आवश्यकता होती है। यदि वर्षा न हो, तो प्रति सप्ताह 2-3 बार हल्की सिंचाई करें। पेड़ों में फूल और फलने के दौरान नियमित रूप से पानी देने की आवश्यकता होती है। इस समय मिट्टी में नमी बनाए रखें, लेकिन बाग में जल जमाव की स्थिति से बचें।
  • फूलों और फलों का प्रबंधन: फूल झड़ने की समस्या को रोकने के लिए उचित मात्रा में उर्वरकों का प्रयोग करें। बेहतर फल प्राप्त करने के लिए सही तरीके से परागण होना जरूरी है। इसके लिए मधुमक्खियों का संरक्षण करें। छोटे फलों के झड़ने से बचाने के लिए पोटाश और कैल्शियम नाइट्रेट का छिड़काव करें।
  • कीट एवं रोग नियंत्रण: मार्च में तापमान और नमी के कारण कई कीट और रोगों का प्रकोप बढ़ सकता है। इस समय आम, लीची और अमरूद के पौधों में फुदका कीट, पत्ती लपेटक कीट, लीची विभिल कीट, पत्ती धब्बा रोग, चूर्णिल आसिता रोग, आदि का प्रकोप अधिक होता है। इन रोगों एवं कीटों पर नियंत्रण के लिए कृषि विशेषज्ञों की परामर्श के अनुसार उचित दवाओं का प्रयोग करें।

आम, लीची और अमरूद की बागवानी में आपको किस तरह की समस्याएं आती हैं? अपने जवाब हमें कमेंट के माध्यम से बताएं, जिससे हम आपको उचित सलाह दे सकें। इस तरह की अधिक जानकारियों के लिए 'बागवानी फसलें' चैनल को तुरंत फॉलो करें। इसके साथ ही इस पोस्ट को लाइक और अन्य किसानों के साथ शेयर भी करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | Frequently Asked Questions (FAQs)

Q: आम के पेड़ में कौन सा खाद डालना चाहिए?

A: आम के पेड़ में मंजर आने के समय एवं फलों के विकास के गौरां उर्वरकों का प्रयोग करें। पौधों में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश का इस्तेमाल करें। इसके साथ ही मिट्टी में गोबर की खाद भी मिलाएं।

Q: लीची में खाद कब डालें?

A: लीची के पौधों में आमतौर पर अक्टूबर से फरवरी के बीच खाद दिया जाता है। खाद एवं उर्वरकों की मात्रा पौधों की आयु के अनुसार बढ़ती है। बेहतर उत्पादन प्राप्त करने के लिए मिट्टी में कार्बनिक खाद का इस्तेमाल करें।

Q: लीची के पेड़ में पानी कब देना चाहिए?

A: मार्च से जून महीने के बीच लीची के पेड़ों में नियमित रूप से सिंचाई की आवश्यकता होती है। सिंचाई के समय बाग में पानी जमा न होने दें, लेकिन मिट्टी में नमी की कमी भी न होने दें।

Q: अमरूद के पेड़ों की देखभाल कैसे करें?

A: अमरूद के पेड़ों की देखभाल करने के लिए, सुनिश्चित करें कि उन्हें रोजाना कम से कम 6 घंटे धूप मिले और गर्मी के मौसम में पौधों को नियमित रूप से पानी दें। आस-पास के खरपतवारों को निकाल कर बाग में सफाई बनाए रखें।

Q: अमरूद के पौधों की कटिंग कब करनी चाहिए?

A: अमरूद के पौधों की कटाई-छंटाई वसंत ऋतु की शुरुआत में यानी मार्च महीने में करनी चाहिए। इसके अलावा शरद ऋतु के अंत में भी पैधों की छंटाई की जा सकती है।

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