पोस्ट विवरण
सुने
कृषि
कीट
देसी जुगाड़
24 Apr
Follow

घर में उपलब्ध सामग्री से कैसे तैयार करें कीटनाशक | Preparing Insecticides/Pesticides at Home

लम्बे समय तक लगातार रासायनिक कीटनाशकों के प्रयोग के कई दुष्परिणाम सामने आ रहे हैं। इससे मिट्टी की उर्वरक क्षमता में कमी तो हो ही रही है, इसके साथ ही हमारे स्वास्थ्य पर भी इसके बुरे प्रभाव सामने आ रहे हैं। ऐसे में किसानों का रुझान अब जैविक कीटनाशकों के इस्तेमाल पर बढ़ता जा रहा है। जैविक कीटनाशकों से कीटों पर नियंत्रण के साथ मिट्टी, फसल एवं हमारे स्वास्थ्य पर किसी तरह का प्रतिकूल असर नहीं होता है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसे बहुत कम लागत में, घर में उपलब्ध सामग्रियों से आसानी से तैयार किया जा सकता है। अगर आप भी घर में उपलब्ध सामग्री से कीटनाशक तैयार करना चहिते हैं तो इसकी विस्तृत जानकारी के लिए इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ें।

घर में उपलब्ध सामग्री से कीटनाशक तैयार करने की विधि | Preparation Process of Insecticides/Pesticides at Home

जैविक कीटनाशक 'नीमास्त्र' बनाने के लिए आवश्यक सामग्री

  • नीम के पत्ते या सूखे फल: 5 किलोग्राम
  • गोमूत्र (देसी गाय का): 5 लीटर
  • गोबर (देसी गाय का): 1 किलोग्राम
  • पानी
  • लकड़ी (मिश्रण को चलने के लिए)
  • कपड़ा (छानने के लिए)

जैविक कीटनाशक 'नीमास्त्र' बनाने की विधि

  • नीमास्त्र' बनाने के लिए नीम के पत्ते और सूखे फलों को कूट कर पानी में मिलाएं।
  • इसके बाद इसमें गोमूत्र और गोबर मिला कर बोरे से ढक कर छांव वाले स्थान पर रखें।
  • प्रति दिन सुबह एवं शाम के समय इस मिश्रण को लकड़ी से चलाएं।
  • 48 घंटों बाद इस मिश्रण को किसी साफ कपड़े से अच्छी तरह छानें।
  • इस तरह 'नीमास्त्र' तैयार हो जाएगा। इसका छिड़काव आप फसलों पर कर सकते हैं।

जैविक कीटनाशक ‘ब्रह्मास्त्र’ बनाने के लिए आवश्यक सामग्री

  • गोमूत्र (देसी गाय का): 10 लीटर
  • नीम के पत्ते (पीसकर): 5 किलोग्राम
  • सफेद धतूरे के पत्ते (पीसकर): 2 किलोग्राम
  • सीताफल के पत्ते (पीसकर): 2 किलोग्राम
  • करंज: 2 किलोग्राम
  • अमरूद के पत्ते: 2 किलोग्राम
  • आरंडी के पत्ते: 2 किलोग्राम
  • पपीते के पत्ते: 2 किलोग्राम
  • साफ कपड़ा (तैयार सामग्री छानने के लिए)
  • गौमूत्र एवं पत्तियों को उबलने के लिए एक बड़ा बरतन

जैविक कीटनाशक ‘ब्रह्मास्त्र’ बनाने की विधि

  • जैविक कीटनाशक ‘ब्रह्मास्त्र’ बनाने के लिए सबसे पहले नीम, सफेद धतूरा, सीताफल, करंज, अमरूद, आरंडी, पपीता में से किसी भी 5 पौधों की पत्तियों को ऊपर बताई गई मात्रा के अनुसार लें।
  • इन पत्तियों को गोमूत्र में मिला कर अच्छी तरह उबालें।
  • करीब 4 उबाल आने के बाद इस मिश्रण को ठंडा होने दें।
  • 48 घंटे रखने के बाद उबले हुए मिश्रण को किसी साफ कपड़े से छान लें। जैविक कीटनाशक 'ब्रह्मास्त्र' तैयार है।
  • कीटों पर नियंत्रण के लिए 100 लीटर पानी में 2-3 लीटर 'ब्रह्मास्त्र' मिलाकर फसलों पर छिड़काव करें।
  • इस मिश्रण को 6 महीने तक भंडारित रखा जा सकता है।

जैविक कीटनाशक 'अग्नि अस्त्र' बनाने के लिए आवश्यक सामग्री

  • गोमूत्र: 20 लीटर
  • नीम के पत्ते: 5 किलोग्राम
  • लहसुन (पीसी हुई): 500 ग्राम
  • हरी मिर्च (पीसी हुई): 500 ग्राम
  • तम्बाकू पाउडर: 500 ग्राम
  • साफ कपड़ा (तैयार सामग्री छानने के लिए)

जैविक कीटनाशक 'अग्नि अस्त्र' बनाने की विधि

  • सबसे पहले नीम के पत्तों को कूटकर गोमूत्र में मिलाएं।
  • इसके बाद अन्य सभी सामग्रियों को मिला कर कम आंच पर उबालें।
  • उबाल आने के बाद इसे आंच से उतारें और किसी छांव वाले स्थान में 48 घंटों तक ढक कर रखें।
  • हर दिन सुबह और शाम के समय इस मिश्रण को 5-10 मिनट तक अच्छी तरह चलाएं।
  • 48 घंटों के बाद इस मिश्रण को कपड़े से छान कर फसलों पर छिड़काव करें।

जैविक कीटनाशक ‘दशपर्णी अर्क’ बनाने के लिए आवश्यक सामग्री

  • पानी: 200 लीटर
  • गोबर (देसी गाय का): 2 किलोग्राम
  • मदार/धतूरा/कनेर/गुड़हल/करेला/तुलसी/अरंडी/करंज/नीम/आम/अमरूद/पपीता/अनार/सीताफल/अदरख/गेंदा: (किसी 10 पौधों की पत्तियां): सभी का 2-2 किलोग्राम
  • हल्दी पाउडर: 500 ग्राम
  • हिंग पाउडर: 10 ग्राम
  • अदरख (पीसी हुई): 500 ग्राम
  • हरी मिर्च (पीसी हुई): 1 किलोग्राम
  • लहसुन (पीसी हुई): 1 किलोग्राम
  • तम्बाकू चूर्ण: 1 किलोग्राम

जैविक कीटनाशक ‘दशपर्णी अर्क’ बनाने की विधि

  • एक टैंक में 200 लीटर पानी डालें और फिर उसमें समान मात्रा में दस प्रकार के पौधों की 2 किलोग्राम पत्तियां डालें। इसके बाद 5 लीटर गोमूत्र और 5 किलोग्राम गोबर डालकर मिश्रण को अच्छी तरह मिलाएं।
  • तैयार मिश्रण को 5 दिनों के लिए छोड़ दें। अगले दिन मिश्रण में 5-7 लीटर पानी डालें और सारी सामग्री को अच्छी तरह मिलाएं।
  • अब इस मिश्रण को 1 महीने के लिए छोड़ दें और छानकर इस्तेमाल करें।
  • एक बार बनाए गए दशपर्णी अर्क का प्रयोग आप अगले 4 महीनों तक कर सकते हैं।

क्या आपने घर में कभी जैविक कीटनाशक का तैयार किया है? अपने जवाब एवं अनुभव हमें कमेंट के माध्यम से बताएं। इस तरह की अधिक जानकारियों के लिए 'देसी जुगाड़' चैनल को तुरंत फॉलो करें। यह जानकारी महत्वपूर्ण लगी हो तो इस पोस्ट को लाइक और शेयर करना न भूलें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | Frequently Asked Question (FAQs)

Q: जैविक कीटनाशक क्या हैं?

A: जैविक कीटनाशक प्राकृतिक सामग्री जैसे जानवरों, पौधों, बैक्टीरिया और कुछ खनिजों से प्राप्त पदार्थों से तैयार किए जाते हैं, जिनका उपयोग कृषि में कीटों और रोगों को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। इन्हें रासायनिक कीटनाशकों की तुलना में एक सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प माना जाता है।

Q: जैविक और सिंथेटिक कीटनाशकों में क्या अंतर है?

A: जैविक कीटनाशक पौधों, बैक्टीरिया और कवक जैसे प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त किए जाते हैं, और कृषि में कीटों को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। ये कुछ विशेष कीटों को नष्ट करते हैं या दूर भगाते हैं। वहीं सिंथेटिक कीटनाशकों को रासायनिक रूप से प्राप्त किया जाता है और कीटों को मारने या नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। सिंथेटिक कीटनाशकों से लाभकारी कीट, मधुमक्खियों, पक्षियों और पशुओं को भी नुकसान पहुंच सकता है। दूसरी तरफ जैविक कीटनाशक सिंथेटिक कीटनाशकों की तुलना में पर्यावरण और लाभकारी कीट, मधुमक्खियों, पक्षियों आदि के लिए कम हानिकारक माने जाते हैं।

Q: घर पर जैविक कीटनाशक कैसे तैयार करें?

A: घर पर आप प्रकृति सामग्रियों जैसे गोबर, गौमूत्र, नीम, करंज, लहसुन, मिर्च, हिंग, गेंदा, धतूरा, आदि के द्वारा आप जैविक कीटनाशक तैयार कर सकते हैं।

41 Likes
Like
Comment
Share
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ

फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ