दीमक के प्रकोप से गन्ने की फसल बचाएं | Protect Your Sugarcane from Termite Attack

क्या आपकी गन्ने की फसल अंदर से खोखली हो रही है? अगर हां, तो इसका कारण है दीमक का प्रकोप। दीमक मिट्टी में छिपकर जड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे गन्ने की फसल में 40% तक कमी हो सकती है। बात करें इस कीट से बचाव एवं इस पर नियंत्रण की, तो खेत में कभी भी कच्चे गोबर का इस्तेमाल न करें। कच्चे गोबर में दीमक के पनपने की संभावना बढ़ जाती है। गन्ने की खड़ी फसल में दीमक का प्रकोप होने लगे तो प्रति एकड़ खेत में 400 मिलीलीटर बिफेंथ्रिन 10% ईसी (धानुका मार्कर) या बिफ़ेनथ्रिन 8% + क्लॉथियानिडिन 10% एससी (FMC टैलस्टार प्लस) का प्रयोग करें। इसके अलावा प्रति एकड़ खेत में 200-250 मिलीलीटर क्लोरेंट्रानिलिप्रोल 18.5% एससी (कात्यायनी चक्रवीर, धानुका कवर, बीएएसएफ वेस्टिकोर) का प्रयोग भी कर सकते हैं।
गन्ने की फसल में दीमक पर नियंत्रण के लिए आप क्या करते हैं? अपने जवाब एवं अनुभव हमें कमेंट के माध्यम से बताएं। इस तरह की अधिक जानकारियों के लिए
'किसान डॉक्टर'
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