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पशुओं का खुरपका रोग से बचाव
खुरपका रोग का समय पर इलाज नहीं किया गया तो पशुओं की मृत्यु भी हो सकती है। रोग से प्रभावित पशुओं के पैर को नीम एवं पीपल के छाल का काढ़ा बना कर 1 दिन में 2 से 3 बार साफ करें। इस रोग के लक्षणों के तौर पर तेज बुखार, पैरों में सूजन, खुरों के बीच में छोटे-छोटे दाने एवं जख्म देखे जा सकते हैं। जख्मों पर कीचड़ एवं मिट्टी लगने से पैरों में कीड़े लगने की संभावना होती है। पशुओं को इस रोग से बचाने के लिए टीका लगवाएं। रोग से प्रभावित पशुओं के पैर को नीम एवं पीपल के छाल का काढ़ा बना कर 1 दिन में 2 से 3 बार साफ करें। समस्या बढ़ने पर तुरंत पशु चिकित्सक से संपर्क करें।
पशुओं को खुरपका रोग से बचाने के लिए आप क्या करते हैं? अपने जवाब हमें कमेंट के माध्यम से बताएं। पशुओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने की अधिक जानकारी के लिए 'पशु ज्ञान' चैनल को तुरंत फॉलो करें। इसके साथ ही इस पोस्ट को लाइक और शेयर करना न भूलें।
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