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16 Nov
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बीज ग्राम योजना (seed gram scheme)


केंद्र सरकार ने 2014-15 में बीज ग्राम योजना शुरू की थी, जिसका उद्देश्य किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले प्रमाणित बीज उपलब्ध कराना और उन्हें बीज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के तहत किसानों को बीज बुवाई से लेकर कटाई तक हर चरण में प्रशिक्षण और सहायता दी जाती है, ताकि वे बेहतर उत्पादन कर सकें और अपनी आय बढ़ा सके। कई किसान अब भी इस योजना का लाभ नहीं उठा पाते, इसलिए इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बीज ग्राम योजना की पूरी जानकारी देंगे।

बीज ग्राम योजना का उद्देश्य (Objective of Seed Gram Scheme)

  • गुणवत्ता वाले बीजों की उपलब्धता: किसानों को उनके क्षेत्र में ही उच्च गुणवत्ता वाले प्रमाणित बीज मुहैया कराना।
  • बीज उत्पादन में आत्मनिर्भरता: किसानों को प्रशिक्षित कर उन्हें अपने लिए बीज तैयार करने में सक्षम बनाना।
  • कालाबाजारी रोकना: बीजों की कालाबाजारी पर रोक लगाना और समय पर किसानों को बीज उपलब्ध कराना।
  • आर्थिक सहायता: किसानों को सब्सिडी और वित्तीय सहायता प्रदान कर उनकी आय बढ़ाना।
  • उन्नत तकनीक का उपयोग: किसानों को नई तकनीकों और वैज्ञानिक तरीकों से अवगत कराना।

बीज ग्राम योजना के पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria for Seed Gram Scheme)

  • कृषक पंजीकरण: किसान को अपने क्षेत्र के कृषि विभाग में पंजीकृत होना चाहिए।
  • जमीन की उपलब्धता: योजना के तहत बीज उत्पादन के लिए किसान के पास कम से कम 0.1 हेक्टेयर कृषि भूमि होनी चाहिए।
  • गरीबी रेखा से नीचे के किसान: गरीबी रेखा से नीचे (BPL) आने वाले किसान योजना का लाभ प्राथमिकता के आधार पर प्राप्त कर सकते हैं।
  • ग्रुप में शामिल होना: किसान को बीज ग्राम योजना के तहत बनाए गए समूहों में शामिल होना अनिवार्य है।

बीज ग्राम योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज (Documents Required for Seed Gram Scheme)

  • पहचान प्रमाण: आधार कार्ड, वोटर आईडी, या पैन कार्ड।
  • भूमि का प्रमाण: जमीन के मालिकाना हक का प्रमाण, जैसे- खसरा-खतौनी की प्रति।
  • बैंक खाता विवरण: सब्सिडी और वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए बैंक खाता संख्या और IFSC कोड।
  • आय प्रमाण पत्र: गरीबी रेखा से नीचे आने वाले किसानों के लिए।
  • फोटो: पासपोर्ट साइज की हालिया फोटो।

बीज ग्राम योजना में आवेदन कैसे करें? (How to Apply for Seed Gram Scheme)

  • कृषि विभाग से संपर्क करें: किसान अपने जिले के कृषि कार्यालय में जाकर योजना की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। कृषि अधिकारी किसानों को आवेदन प्रक्रिया और दस्तावेजों की जानकारी देंगे।
  • आवेदन पत्र भरें: कृषि कार्यालय से आवेदन पत्र प्राप्त करें और उसमें मांगी गई जानकारी को सही-सही भरें।
  • दस्तावेज जमा करें: आवेदन पत्र के साथ सभी आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें। ध्यान रखें कि दस्तावेज पूरे और सही हों।
  • पंजीकरण प्रक्रिया: आवेदन जमा करने के बाद किसानों का पंजीकरण किया जाएगा। पंजीकरण के बाद किसानों को समूह में शामिल किया जाएगा।
  • प्रशिक्षण प्राप्त करें: पंजीकरण के बाद किसान बीज उत्पादन से संबंधित प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। इसमें बुवाई, कटाई, और बीज संग्रहण की प्रक्रिया शामिल होती है।
  • बीज उत्पादन करें: प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद किसान अपने खेतों में फाउंडेशन बीज का उपयोग कर बीज उत्पादन कर सकते हैं।

बीज ग्राम योजना से किसानों को मिलने वाले लाभ (Benefits of Seed Gram Scheme)

  • किसानों को उच्च गुणवत्ता के प्रमाणित बीज उपलब्ध कराए जाते हैं।
  • बुवाई से लेकर कटाई तक के कृषि कार्यों का प्रशिक्षण दिया जाता है।
  • प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद किसान खुद बीज का उत्पादन कर सकते हैं।
  • छोटे किसानों को 50 प्रतिशत तक अनुदान पर बीज मुहैया कराया जाता है।
  • सामान्य किसानों को 25 प्रतिशत तक अनुदान पर बीज प्रदान की जाती है।
  • उत्पादित किए गए बीजों की बिक्री से किसान अतिरिक्त कमाई कर सकते हैं।
  • किसान फाउंडेशन बीज तैयार करके उसे कृषि विज्ञान केंद्र या राज्य बीज निगम को सीधे बेच सकते हैं।

बीज ग्राम योजना की विशेषताएं (Key Features of Seed Gram Scheme)

  • समूह निर्माण: किसानों के 2-3 समूह बनाए जाते हैं, जिनमें 50-100 किसान शामिल होते हैं।
  • फाउंडेशन बीज का वितरण: किसानों को 0.1 हेक्टेयर क्षेत्र के लिए फाउंडेशन बीज प्रदान किए जाते हैं।
  • बीज खरीद: राज्य बीज निगम किसानों से बीज खरीदता है, जिससे उन्हें उचित मूल्य मिलता है।
  • डेढ़ गुना मुनाफा: योजना के तहत किसानों को उनके उत्पाद का डेढ़ गुना लाभ मिलता है।

बीज ग्राम योजना से जुड़ने के फायदे (Advantages of Joining Seed Gram Scheme)

  • किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज आसानी से उपलब्ध होते हैं।
  • बीज उत्पादन कर किसान अतिरिक्त आय अर्जित कर सकते हैं।
  • समय पर बीज की उपलब्धता से खेती की प्रक्रिया आसान होती है।
  • प्रशिक्षण से किसान वैज्ञानिक तरीकों को अपनाकर उत्पादन बढ़ा सकते हैं।
  • सब्सिडी के कारण किसानों को आर्थिक लाभ होता है।

क्या आप भी बीज ग्राम योजना का लाभ उठाना चाहते हैं? और इस योजना से सम्बंधित कोई और सवाल है? तो आप कमेंट करके बताएं। इसके अलावा अगर आप खेती से संबंधित अन्य कोई जानकारी चाहते हैं तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं। साथ ही अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी, तो इसे लाइक करें और अन्य किसान मित्रों के साथ शेयर करें। किसानों के लिए चल रही सरकारी योजनाओं की जानकारी के लिए 'किसान योजना' चैनल को फॉलो करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | Frequently Asked Questions (FAQs)

Q: बीज ग्राम योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?

A: इस योजना का उद्देश्य किसानों को उनके क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाले प्रमाणित बीज उपलब्ध कराना और उन्हें बीज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना है।

Q: इस योजना में किसानों को क्या सब्सिडी मिलती है?

A: गरीबी रेखा से नीचे आने वाले किसानों को 50% सब्सिडी और सामान्य किसानों को 25% सब्सिडी दी जाती है।

Q: योजना के तहत बीज उत्पादन कैसे किया जाता है?

A: कृषि विज्ञान केंद्र में ब्रीडर बीज तैयार किए जाते हैं। इनसे किसान फाउंडेशन बीज बनाते हैं, और अंत में प्रमाणित बीज तैयार किए जाते हैं।

Q: योजना से किसानों को क्या लाभ होता है?

A: किसानों को बीज की बुवाई से कटाई तक का प्रशिक्षण, उच्च गुणवत्ता वाले बीज, आर्थिक सहायता और बीज बेचकर अतिरिक्त आय का मौका मिलता है।

Q: बीज ग्राम योजना से जुड़े किसान अपनी फसल का बीज कहां बेच सकते हैं?

A: किसान अपने उत्पादित बीज कृषि विज्ञान केंद्र या राज्य बीज निगम को बेच सकते हैं।

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