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पत्ता गोभी में पोषक तत्वों की कमी के लक्षण एवं समाधान (Symptoms and solutions for nutrient deficiency in cabbage)
पत्ता गोभी की खेती में पोषक तत्वों की कमी से कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जो पौधे की वृद्धि और उत्पादन को प्रभावित करती हैं। पौधों में विभिन्न पोषक तत्वों की कमी से अलग-अलग लक्षण दिखाई देते हैं, और इन कमियों का समय रहते समाधान न किया जाए, तो उत्पादन में भारी कमी हो सकती है। इस लेख में हम पत्ता गोभी में होने वाली प्रमुख पोषक तत्वों की कमियों, उनके लक्षणों और समाधान के बारे में विस्तार से बताएंगे।
पत्ता गोभी के प्रमुख पोषक तत्व (Major nutrients of cabbage)
नाइट्रोजन (N):
- पत्ता गोभी में नाइट्रोजन की कमी से पौधों की वृद्धि धीमी होती है, नई पत्तियां हल्की हरी होती हैं, और फिर पीली हो जाती हैं।
- पुरानी पत्तियों पर मैला-बैंगनी रंग दिखाई देता है, और धीरे-धीरे पत्तियां सूख कर गिर जाती हैं।
- इससे पौधों की शाखाएँ कम होती हैं, फलने-फूलने की क्षमता घटती है, और उपज में कमी आती है।
नियंत्रण:
- समाधान के लिए जैविक खाद, जैसे गोबर की खाद या कम्पोस्ट का उपयोग करें, और 5 मिलीलीटर मल्टीप्लेक्स लिक्विड-N को प्रति लीटर पानी में घोलकर पत्तियों पर स्प्रे करें।
- यूरिया खाद का सही मात्रा में उपयोग करें और फूल खिलने के 2-3 सप्ताह बाद नाइट्रोजन युक्त उर्वरक NPK (19:19:19 या 20:20:20) का 5 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोलकर पत्तियों पर स्प्रे करें।
फास्फोरस (P):
- फास्फोरस की कमी से पौधों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं और उनकी वृद्धि धीमी होती है।
- पुरानी पत्तियां गहरे हरे से लाल-बैंगनी रंग की हो जाती हैं, जो नाइट्रोजन की कमी के समान दिखाई पड़ता है।
- फूलों की संख्या कम हो जाती है।
नियंत्रण:
- फास्फोरस की कमी को दूर करने के लिए सिंगल सुपर फॉस्फेट (SSP) और DAP का उपयोग करें, और मिट्टी के pH मान को संतुलित करें।
- जैविक खाद जैसे: सड़ी हुई गोबर की खाद और फास्फो बैक्टीरिया युक्त जैव उर्वरक का प्रयोग करें।
- MKP (Mono Potassium Phosphate)-00:52:34 का 5 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोलकर पत्तियों पर छिड़काव करें।
पोटेशियम (K):
- पोटेशियम की कमी से पत्तियां नीली-हरी हो जाती हैं और किनारों पर जलने जैसे निशान दिखाई देते हैं।
- धीरे-धीरे पत्तियां मुड़ जाती हैं और सूखने लगती है।
- पत्तियों में सीमांत और अंतःशिरा झुलसा हुआ दिखाई देता है, और पुरानी पत्तियों पर कुछ धब्बे बनने लगते हैं।
नियंत्रण:
- पोटेशियम की कमी को दूर करने के लिए पोटेशियम युक्त उर्वरकों का उपयोग करें और पोटाश घोल का छिड़काव करें।
- संतुलित खाद का उपयोग करें और सूखी या अम्लीय मिट्टी में सुधार करें।
- SOP (पोटेशियम सल्फेट) - 00:00:50 + 17.5% S को 5 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर पत्तियों पर छिड़काव करें।
सल्फर (S):
- सल्फर की कमी से नई पत्तियां पीली-हरी हो जाती हैं और उनका विकास सही से नहीं होता।
- सल्फर की कमी को दूर करने के लिए सल्फर युक्त उर्वरकों का उपयोग करें।
नियंत्रण:
- फेरस सल्फेट (FeSO4) का प्रयोग 10 किलोग्राम प्रति एकड़ की दर से खेत में डालें।
- सल्फर 90% WDG का उपयोग फसल और सब्जियों के लिए 3-6 किलोग्राम प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।
- बेंटोनाइट सल्फर का प्रयोग 10 किलोग्राम प्रति एकड़ की दर से खेत में छिड़काव करें।
जिंक (Zn):
- पत्ता गोभी में जिंक की कमी से पत्तियां पीली और चमड़े जैसी हो जाती हैं, और पत्तियां ऊपर की ओर मुड़ने लगती है।
नियंत्रण:
- खेत में जिंक की कमी को दूर करने के लिए जिंक युक्त उर्वरक जैसे जिंक सल्फेट का प्रयोग करें।
- जिंक सल्फेट मोनोहाइड्रेट (ZnSO4) का उपयोग 5 किलोग्राम प्रति एकड़ की दर से खेत में डालें।
- Zn 12% - EDTA 1 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर के खेत में छिड़काव करें।
बोरॉन (B):
- बोरॉन की कमी से पत्तियों की सामान्य आकृति बिगड़ जाती है और वे विकृत हो जाती हैं।
- फलों की संख्या घटने लगती है।
- तने और पत्ती के डंठलों की निचली सतह पर छोटे-छोटे छाले जैसे धब्बे दिखाई देते हैं।
- तना अक्सर खोखला और अंदर से बे रंग हो जाता है।
- फल में भूरे रंग के पानी जैसे धब्बे दिखाई देते हैं।
- बोरॉन की कमी अधिक होने पर पौधे का ऊपरी सिरा पीला और छोटा हो जाता है।
नियंत्रण:
- कैल्शियम बोरेट का उपयोग प्रति एकड़ के खेत में 10 किलोग्राम छिड़काव करें।
- बोरॉन 20% (DOT) को 250 ग्राम प्रति एकड़ पत्ता गोभी के खेत में स्प्रे करें।
मैग्नीशियम (Mg):
- पुरानी पत्तियां मुरझा कर सूख सकती हैं, और झड़ जाती हैं।
- पत्तियों पर पीले धब्बे (क्लोरोसिस) दिखाई देते हैं, लेकिन मुख्य शिराएं हरी बनी रहती हैं।
नियंत्रण:
- मैग्नीशियम सल्फेट का खेत में छिड़काव करें: मैग्नीशियम की कमी को पूरा करने के लिए 25 किलोग्राम मैग्नीशियम सल्फेट प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।
- हर 15 दिनों के अंतराल पर मैग्नीशियम सल्फेट का छिड़काव करें ताकि पौधों में मैग्नीशियम की कमी न होने पाए।
क्या आप पत्ता गोभी की फसल लगाते है और उसमें पोषक तत्वों की कमी से परेशान हैं? अपना अनुभव और जवाब हमें कमेंट करके जरूर बताएं, और इसी तरह फसलों से संबंधित अन्य रोचक जानकारी के लिए 'किसान डॉक्टर' चैनल को तुरंत फॉलो करें। और अगर पोस्ट पसंद आयी तो इसे लाइक करके अपने किसान मित्रों के साथ साझा करें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल {Frequently Asked Questions (FAQs)}
Q: पत्ता गोभी में कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं?
A:
पत्ता गोभी में प्रोटीन, कैल्शियम, फास्फोरस, विटामिन 'ए', विटामिन 'सी', और निकोटीनिक एसिड जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं। ये पोषक तत्व शरीर को आवश्यक ऊर्जा और स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं। इसे पकाकर खाया जाता है और अचार में भी इस्तेमाल किया जाता है।
Q: पत्ता गोभी में कौन-कौन से रोग लगते हैं?
A:
पत्ता गोभी में ब्लाइट, कर्ल, सफेद कीड़ा, और फंगल संक्रमण जैसे रोग लग सकते हैं। ये रोग पत्तियों पर धब्बे, विकृति, और पत्तियों का गिरना जैसे लक्षण पैदा करते हैं, जिससे पौधे की वृद्धि प्रभावित होती है।
Q: पत्ता गोभी में कौन-सा कीट लगता है?
A:
पत्ता गोभी में कोलोराडो बीटल, कैटरपिलर, एफिड्स, और स्लग जैसे कीट हमला कर सकते हैं। ये कीट पत्तियों को चबाते हैं, जिससे पौधों की वृद्धि और स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
Q: पोषक तत्वों की कमी का पौधों पर क्या प्रभाव पड़ता है?
A:
पोषक तत्वों की कमी से पौधों की वृद्धि धीमी हो जाती है और पत्तियां पीली हो जाती हैं। इससे पौधों की सेहत, उत्पादकता, और गुणवत्ता पर नकारात्मक असर पड़ता है, जो फसल की मात्रा और गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है।
Q: पत्ता गोभी में सल्फर क्या काम करती है?
A: पत्ता गोभी में सल्फर पौधों के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो प्रोटीन और एंजाइमों के निर्माण में सहायक होता है। यह सल्फर पौधों के विकास और स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, पत्तियों की हरी रंगत बनाए रखता है, और रोगों के प्रतिरोध को सुधारता है। सल्फर की कमी से पत्तियों की पीली हो जाती हैं और पौधों की वृद्धि प्रभावित होती है।
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