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12 Apr
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अप्रैल में करें इन सब्जियों की खेती | Cultivate these Vegetables in April

अप्रैल महीना सब्जियों की खेती के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस समय रबी फसलों की कटाई पूरी हो चुकी होती है और खरीफ की फसलों की बुवाई में कुछ महीनों का अंतराल होता है। ऐसे समय में सब्जियों की खेती से किसान अच्छा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं। अगर आप भी करना चाहते हैं सब्जियों की खेती तो इस समय होने वाली कुछ प्रमुख सब्जियों की खेती की जानकारी यहां से प्राप्त कर सकते हैं।

अप्रैल महीने में खेती जाने वाले कुछ प्रमुख सब्जियां | Some major vegetables grown in April

  • भिंडी: इस समय आप भिंडी की खेती से अच्छा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं। भिंडी की खेती के लिए जैविक तत्वों से भरपूर मिट्टी का चयन करें, जिसका पीएच स्तर 6.0 से 6.5 के बीच हो। प्रति एकड़ खेत में भिंडी की खेती के लिए सामान्यतः 3 से 6 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है। फसल को रोगों से बचाने के लिए बुवाई से पहले बीज को उपचारित करना आवश्यक है। इसके साथ ही बेहतर अंकुरण को सुनिश्चित करने के लिए बुवाई से पहले 24 घंटे तक बीज को पानी में भिगोकर रखें। गुणवत्तापूर्ण फसल प्राप्त करने के लिए 'देहात डीएचएस 1195',  'देहात डीएचएस 1197' या 'देहात डीएस हरिका सुपर' किस्मों की बुवाई करें। सिंजेंटा- ओएच 102, आइरिस- शिवानी F1 भिंडी और नामधारी- एनएस 862 भिंडी की खेती से भी आप भरपूर उपज प्राप्त कर सकते हैं। पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए प्रति एकड़ खेत में 100 क्विंटल गोबर की खाद, 80 किलोग्राम यूरिया और 4 किलोग्राम 'देहात स्टार्टर' का प्रयोग करें। बीज की बुवाई 6-8 इंच की दूरी पर करें और कतारों के बीच 18 इंच की दूरी बनाए रखें। खरपतवारों पर नियंत्रण के लिए बुवाई के 20 से 25 दिनों बाद पहली निराई-गुड़ाई करें। बीज की बुवाई के 40-45 दिनों के बाद पहली तुड़ाई की जा सकती है। इसके बाद हर 3 से 4 दिनों के अंतराल पर भिंडी की तुड़ाई कर सकते हैं।
  • लौकी: गर्मियों में लौकी की मांग बढ़ने के कारण इस समय इसकी खेती लाभदायक साबित होती है। 6 से 7 पीएच स्तर वाली जीवांश युक्त बलुई दोमट मिट्टी इसकी खेती के लिए उपयुक्त है। खेत की तैयारी के समय 70 किलोग्राम एनपीके खाद 10:26:26 खाद, 25 किलोग्राम यूरिया, 12 किलोग्राम सल्फर एवं 4 किलोग्राम 'देहात स्टार्टर' का प्रति एकड़ की दर से प्रयोग करें। लौकी की गुणवत्तापूर्ण फसल प्राप्त करने के लिए 'देहात डीएचएस 2200', 'देहात डीएचएस 2202' एवं 'देहात डीएचएस 2210' किस्मों की बुवाई करें। सरपन F1 हाइब्रिड लौकी-55, आइरिस झंकार F1 लौकी, शाइन ब्रांड जूली F1 लौकी, की बुवाई से भी अच्छी उपज प्राप्त होती है। फसल को रोगों से बचाने के लिए प्रति किलोग्राम बीज को 2.5 ग्राम कार्बेन्डाजिम 12% + मैंकोजेब 63% डब्ल्यू.पी (देहात- साबू) से उपचारित करें। पौधों से पौधों के बीच 2.5 फीट की दूरी और कतारों के बीच 6 फीट की दूरी होनी चाहिए। पौधों में मादा फूलों की संख्या बढ़ाने के लिए 2G और 3G कटिंग करें। खरपतवारों पर रोकथाम के लिए 2-3 बार निराई-गुड़ाई करें। इसके साथ ही रोग और कीटों पर भी नियंत्रण करना जरूरी है। बुवाई के 50 से 65 दिनों बाद फल तुड़ाई के लिए तैयार हो जाते हैं। हालांकि ये अवधि किस्मों और मौसम के अनुसार भिन्न हो सकती है।
  • तुरई: जायद एवं खरीफ मौसम में इसकी खेती प्रमुखता से की जाती है। इसकी खेती के लिए अच्छी गुणवत्ता के रोग रहित बीज का चयन करें। 'देहात डीएचएस 2401' और 'देहात डीएचएस 2402' की खेती से अधिक उपज प्राप्त कर सकते हैं। प्रति एकड़ खेत में इसकी खेती के लिए 600-800 ग्राम बीज की आवश्यकता होती है। फसल को रोगों और कीटों से बचाने के लिए उचित प्रबंधन करें। इसके साथ ही सिंचाई और खरपतवार नियंत्रण पर भी विशेष ध्यान दें।
  • बैंगन: बैंगन की खेती लगभग सभी प्रकार की मिट्टी में कर सकते हैं। अधिक उपज प्राप्त करने के लिए 5.5 से 6.0 पी.एच स्तर वाली बलुई दोमट मिट्टी या कार्बिनक पदार्थ युक्त भारी मिट्टी में करें। आप 'देहात डीएचएस 4119' किस्म की बुवाई कर के बैंगन की अच्छी फसल प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा आप वीएनआर 212 और वीएनआर पूनम किस्म का भी चयन कर सकते हैं। खेत तैयार करते समय एकड़ खेत में 55 किलोग्राम यूरिया, 155 किलोग्राम सिंगल सुपर फॉस्फेट और 20 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश का प्रयोग करें। पौधों की रोपाई 50 सेंटीमीटर और क्यारियों के बीच 60 सेंटीमीटर की दूरी बनाए रखें। गर्मी के मौसम में 3 से 5 दिनों पर सिंचाई करते रहें। फसलों को रोग और कीटों से बचाए रखने के लिए खेत में लगातार निरीक्षण करते रहें।
  • ऊपर बताई गई सब्जियों के अलावा आप खीरा, काकड़ी, बीन्स, टमाटर, कद्दू, आदि फसलों की भी खेती करके अच्छा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं।

अप्रैल महीने में आप किन सब्जियों या फसलों की खेती कर रहे हैं? अपने जवाब हमें कमेंट के माध्यम से बताएं। इस तरह की अधिक जानकारी के लिए 'कृषि ज्ञान' चैनल को तुरंत फॉलो करें। इसके साथ ही इस पोस्ट को लाइक और शेयर करना न भूलें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | Frequently Asked Questions (FAQs)

Q: अप्रैल के महीने में कौन सी सब्जी लगा सकते हैं?

A: अप्रैल के महीने में, भारत में कई तरह की सब्जियां लगाई जा सकती हैं। कुछ प्रमुख सब्जियों में टमाटर, भिंडी, बैंगन, बीन्स, ककड़ी, कद्दू और लौकी शामिल हैं। इन सब्जियों को गर्म मौसम की आवश्यकता होती है और इस महीने भारत के अधिकांश हिस्सों में इन सब्जियों को आसानी से उगाया जा सकता है।

Q: सबसे ज्यादा कमाई वाली सब्जी कौन सी है?

A: आलू, टमाटर जैसी सब्जियों की खेती से किसानों को अच्छा मुनाफा होता है। इनकी मांग वर्ष भर बनी रहती है। इन सब्जियों की कीमत मौसम और आपूर्ति के आधार पर भिन्न हो सकती है, लेकिन इसे आमतौर पर किसानों के लिए लाभदायक फसल माना जाता है।

Q: जल्दी तैयार होने वाली फसल कौन सी है?

A: गेहूं, धान, सरसों जैसी पारम्परिक फसलों की तुलना में मिर्च, टमाटर, बैंगन, भिंडी जैसी सब्जियों वाली फसलें जल्दी तैयार होती हैं। लेकिन इन्हें तैयार होने में लगने वाला समय इसकी किस्मों, जलवायु और फसलों की देख-रेख पर निर्भर करती है।

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