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सौंफ में खरपतवार प्रबंधन (Weed Management in Fennel)
सौंफ की खेती में खरपतवारों का सही समय पर नियंत्रण करना बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि ये फसल के विकास को प्रभावित कर सकते हैं और उत्पादन में कमी ला सकते हैं। सौंफ की फसल के शुरुआती चरणों में खरपतवारों की वृद्धि को रोकने के लिए खरपतवारनाशी दवाओं का उपयोग करना आवश्यक होता है। बुवाई के 48 घंटों के भीतर देहात पेन्डेक्स पेंडिमेथालिन 30% ई.सी. जैसे दवाओं का छिड़काव 400-600 मिली प्रति एकड़ की दर से करें, जिससे शुरुआती खरपतवारों की वृद्धि पर रोक लगाई जा सके। इसके अलावा, 14-18 दिन बाद पारिजात राफ़ाज़ ऑक्साडायर्जिल 6% ई.सी. का 400-500 मिली प्रति एकड़ छिड़काव करना चाहिए ताकि द्वितीयक खरपतवारों का भी प्रभावी नियंत्रण हो सके। साथ ही, हाथ से निराई करना और समय-समय पर खेत की जाँच करना भी सौंफ में खरपतवार प्रबंधन के लिए सहायक होता है।
क्या आप सौंफ की खेती करते हैं? और उसमें खरपतवार नियंत्रण के लिए कौन सी दवाओं का इस्तेमाल करते हैं? अपना जवाब कॉमेंट के माध्यम से बताएं। इस तरह की अधिक जानकारियों के लिए 'खरपतवार जुगाड़' चैनल को तुरंत फॉलो करें। इसके साथ ही इस जानकारी को अन्य किसान मित्रों तक पहुंचाने के लिए इस पोस्ट को लाइक और शेयर करना न भूलें।
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